इजरायल ईरान जंग के बीच दुनिया में डूम्सडे प्लेन (Doomsday Plane) नाम से मशहूर अमेरिका का बोइंग ई-4बी नाइटवॉच विमान ने चिंता बढ़ा दी है। डूम्सडे प्लेन मंगलवार को उड़ान भरता हुआ नजर आया है। इस उड़ान और नए कॉलसाइन ORDER01 के इस्तेमाल ने अमेरिका के सीधे जंग में कूदने की अटकलों को जन्म दे दिया है। अगर ऐसा होता है तो युद्ध का और भी भयावह रूप देखने को मिल सकता है। मंगलवार शाम को लुइसियाना के बॉसियर सिटी से उड़ान भरने के बाद यह विमान रात 10 बजे के बाद वाशिंगटन डीसी के पास जॉइंट बेस एंड्रयू में उतरा। इसकी उड़ान का रास्ता भी असामान्य माना जा रहा है, क्योंकि इसने मैरीलैंड स्थित बेस पर उतरने से पहले तटीय क्षेत्र का चक्कर लगाया और वर्जीनिया व उत्तरी कैरोलिना की सीमा पर उड़ान भरी।
इस असामान्य विमान को ‘फ्लाइंग पेंटागन’ भी कहा जाता है क्योंकि यह परमाणु हमले जैसे बड़े संकटों में भी सुरक्षित रह सकता है। यह 35 घंटे तक लगातार हवा में उड़ान भर सकता है। यह एक मोबाइल कमांड पोस्ट के तौर पर काम करता है, जिसे परमाणु संघर्ष या किसी राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति में अमेरिकी राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री और शीर्ष सैन्य नेताओं को सुरक्षित रखने के लिए डिजाइन किया गया है।
असामान्य उड़ान और इसका महत्व
मंगलवार शाम 5:56 बजे लुइसियाना के बार्क्सडेल एयरफोर्स बेस से उड़ान भरने के बाद विमान चार घंटे से अधिक समय तक हवा में रहा। रात 10:01 बजे मैरीलैंड के जॉइंट बेस एंड्रयूज पर उतरा। इस दौरान विमान ने तटीय क्षेत्रों का चक्कर लगाया और वर्जीनिया-उत्तरी कैरोलिना सीमा के पास उड़ान भरी। सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाले कॉलसाइन ‘ORDER6’ के बजाय ‘ORDER01’ का उपयोग पहली बार देखा गया। इसी कारण यह उड़ान और भी संदिग्ध बन गई है। सबसे खास बात यह कि इस विमान ने ऐसे समय में उड़ान भरी जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की चेतावनी दी है। इतना ही नहीं उन्होंने इजरायल को पूर्ण समर्थन देने का वादा किया है।
फ्लाइंग पेंटागन डूम्सडे प्लेन की खासियत
बोइंग ई-4बी को ‘फ्लाइंग पेंटागन’ भी कहा जाता है। यह एक मोबाइल कमांड पोस्ट के तौर पर काम करता है, जिसे परमाणु संघर्ष या किसी राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति में शीर्ष राजनीतिक और सैन्य नेताओं को सुरक्षित रखने के लिए डिजाइन किया गया है। यह परमाणु हमले और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स (EMP) का भी सामना कर सकता है।
- 35 घंटे से अधिक समय तक लगातार उड़ान भर सकता है।
- हवा में ही ईंधन भरने की क्षमता के कारण एक हफ्ते तक बिना उतरे हवा में रह सकता है।
- विमान में 67 सैटेलाइट डिश और एंटीना लगे हैं।
- इसमें बैठे लोग दुनिया में कहीं भी बिना किसी रुकावट के फोन पर बातचीत कर सकते हैं।
- डूम्सडे प्लेन 112 लोगों के बैठने की क्षमता है।
- प्लेन में तीन डेक, एक ब्रीफिंग रूम, कमांड सेंटर, कॉन्फ्रेंस रूम और आराम करने के लिए जगह भी है।
- इस विमान में ऐसी शील्डिंग है जो थर्मल और परमाणु प्रभावों को झेल सकती है।
‘ORDER01’ कोड का इस्तेमाल
ई-4बी विमान जांच परख के लिए नियमित तौर पर उड़ान भरते हैं। हालांकि, इस बार ‘ORDER6’ के बजाय एक नए कॉलसाइन ‘ORDER01’ का इस्तेमाल हुआ है। इसका उपयोग पहले कभी नहीं किया गया था। इस नए कोड के इस्तेमाल और मौजूदा समय को देखते हुए यह माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शायद युद्ध में शामिल होने की तैयारी कर ली है।
पहले कब हुआ था इस्तेमाल?
- अल-कायदा से जुड़े आतंकवादी के 9/11 हमलों के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने विमान का इस्तेमाल किया था।
- 1995 में तूफान ओपल के दौरान फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (FEMA) टीम को भी इसी विमान से पहुंचाया गया था।
क्या अमेरिका भी इजरायल-ईरान संघर्ष में कूदेगा?
ई-4बी विमान की उड़ान और ‘ORDER01‘ कोड के इस्तेमाल ने इस आशंका को हवा दी है कि अमेरिका ईरान के खिलाफ लड़ाई की तैयारी कर रहा है। ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि यदि वह अपने परमाणु कार्यक्रम से पीछे नहीं हटता है तो उस पर जबरदस्त कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई ने दो टूक कहा है कि वे किसी भी हालत में अमेरिका के आगे आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।
दुनिया में बढ़ी चिंता
इजरायल के द्वारा ईरान में किए गए हवाई हमलों में परमाणु और रक्षा ठिकानों को निशाना को निशाना बनाया गया है। इसमें बड़े सैन्य अधिकारियों के साथ ही परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई है। मानवाधिकार संगठन की मानें तो पिछले कुछ दिनों में हुए हमलों में ईरान के भीतर कम से कम 639 लोग मारे गए हैं। वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। इस बीच ई-4बी की उड़ान और ट्रंप की आक्रामक बयानबाजी ने इस जंग में अमेरिका के शामिल होने की आशंका बढ़ाई है। दुनिया को इस बात की चिंता है कि अगर ट्रंप इस जंग में आते हैं तो इसके परिणाम और भयावह हो सकते हैं। हालांकि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह उड़ान नियमित अभ्यास का हिस्सा हो।