पाकिस्तान ने 20% बढ़ाया रक्षा बजट लेकिन भारत की तुलना में कितना है?

मंगलवार को शहबाज शरीफ के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने पाकिस्तान का बजट पेश किया। उन्होंने रक्षा बजट को 20 फीसदी बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, ये भारत के लिए हाथी के सामने चीटी जैसा है। देखिए 5 साल के आंकड़े।

Pakistan India Defence Budget

Pakistan India Defence Budget

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत से मिली करारी हार के बाद पाकिस्तान ने अपने रक्षा बजट में करीब 20 फीसदी का इजाफा कर दिया है। सुनने में तो ये बड़ी बात लगती है, लेकिन जब पूरे मंजर पर नजर डालेंगे तो पता चलेगा कंगाल पाकिस्तान का कुल बजट करीब 7 फीसदी गिर गया है। दूसरी ओर पिछले 4 साल में उसका घरेलू और विदेश कर्ज दोगुना हो गया है। वहीं वर्ल्ड बैंक ने भी कुछ दिन पहले बताया है कि देश में गरीबी बढ़ रही है। कंगाली में आटा गीला होने के बाद शहबाज शरीफ अपनी जनता को खाने पानी की इंतजाम करने की जगह में गोला, बारूद और बंदूकों में खर्च बढ़ा रहे हैं। उनके इतना करने के बाद भी वो भारत से कई ज्यादा पीछे है।

राउटर की रिपोर्ट के अनुसार, शहबाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज सरकार ने मंगलवार को बजट पेश किया है। ये जुलाई से शुरू होने वाले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए लागू होगा। वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने रक्षा बजट में करीब 20 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। ये बढ़ोतरी लगभग 9 अरब डॉलर होगी। ये पाकिस्तानी मुद्रा में 2,500 अरब रुपये और भारतीय मुद्रा में 75,000 करोड़ रुपये है।

पाकिस्तान के बजट पर एक नजर

अब भी भारत के पीछे

भारत का रक्षा बजट पाकिस्तान के मुकाबले लगभग 9 गुना बड़ा है। भारत अपनी सैन्य ताकत को आधुनिक हथियारों, मिसाइलों और स्वदेशी तकनीक से मजबूत कर रहा है। वहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कंगाली के कगार पर है। उसका कर्ज दोगुना हो चुका है। जनता महंगाई-बेरोजगारी से जूझ रही है। फिर भी शेर की खाल में सियार की तरह पाकिस्तान रक्षा खर्च बढ़ाकर भारत से टक्कर लेने का ख्वाब देख रहा है।

साल दर साल पाकिस्तान का रक्षा बजट

पिछले 5 साल की तुलना

पिछले 5 साल के आंकड़े बताते हैं कि पाकिस्तान लगातार अपने रक्षा बजट में इजाफा कर रहा है लेकिन इसके बाद भी वो भारत से कई गुना पीछे हैं। 2025-26 के बजट को आधार मानें तो भारत का रक्षा बजट पाकिस्तान से लगभग 872.86% अधिक है। मतलब है कि भारत का अकेला रक्षा बजट पाकिस्तान के कुल बजट का लगभग 9.7 गुना है। ये अंतर कई साल से इसी तरह जारी है।

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ख्वाबों की दुनिया में पाक

वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट तो चीख-चीख कर बता रही है कि पाक में गरीबों की तादाद बढ़ती जा रही है। इसके बाद भी शहबाज शरीफ और उनकी सरकार का ध्यान सिर्फ बंदूकों और तोपों पर है। ये तो वही बात हो गई कि घर में नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने। ऐसा लगता है कि अक्ल पर पर्दा पड़ गया है। जिस कारण उनको ये नजर ही नहीं आ रहा है कि उन्हें सबसे पहले अपनी खस्ताहाल अर्थव्यवस्था से से जंग जीतनी होगी। पाकिस्तान की ये हरकत देखकर ऐसा ही लगता है कि वो अपने हालात से कोई सीख नहीं ले रहे हैं। बल्कि ख्वाबों की दुनिया में जी रहे हैं।

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