पिछले कुछ समय में चर्च और पादरियों के द्वारा किए जा रहे अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कुछ दिनों से इस तरह के मामलों को लेकर पंजाब सुर्खियों में रहा है। अब एक बार फिर से पादरी द्वारा रेप का मामला केरल से सामने आया है। केरल के कासरगोड जिले में अथिरुम्मावु स्थित सेंट पॉल चर्च के पादरी फादर पॉल थाट्टुपरम्बिल पर एक 16 वर्षीय लड़के का बार-बार यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है। चित्तरिक्कल पुलिस ने लड़के के बयान के आधार पर पादरी के खिलाफ पॉक्सो (POCSO) अधिनियम के तहत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। घटना सामने आने के बाद से ही वो फरार है। ये घटना बड़ी इस लिए भी हो रही है क्योंकि, पादरी को बचाने के लिए चर्च जुट गया है।
पीड़ित कक्षा 11वीं का छात्र है। उसने आरोप लगाया है कि पादरी ने उसे 15 मई से 13 अगस्त 2024 तक कई बार अपने और अन्य स्थानों में उसका यौन शोषण किया है। चित्तरिक्कल थाने के इंस्पेक्टर रंजीत रविंद्रन ने बताया कि बच्चे के बयान के आधार पर पादरी के खिलाफ POCSO एक्ट धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामले के मुख्य बिंदू
- आरोपी फादर पॉल थाट्टुपरम्बिल, अथिरुम्मावु पैरिश का पादरी है।
- पीड़ित 16 वर्षीय कक्षा 11वीं का छात्र है।
- 15 मई से 13 अगस्त 2024 तक यौन शोषण किया गया।
- POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ। आरोपी फरार है।
- चर्च बचाव के लिए पत्र अभियान और वॉयस मैसेज वायरल कर रही है।
कैसे सामने आया मामला?
मामला चर्च के रिट्रीट सेंटर में आयोजित काउंसलिंग सेशन के दौरान सामने आया था। मनोरमा में छपी खबर में बताया गया कि बच्चे ने काउंसलरों को ये बात बताई थी। इसके बाद उन्होंने चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दी। मामले की जानकारी लगते ही चाइल्ड लाइन ने ही पुलिस को सूचित किया। चित्तरिक्कल SHO इंस्पेक्टर रंजीत रवींद्रन ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद पादरी फरार है। वो दावा कर रहा है कि अस्पताल में भर्ती है। हालांकि, इसमें कोई दम नहीं है।
पादरी के बचाव में जुटा चर्च
इस केस में सबसे बड़ी बात ये है कि बच्चे की शिकायत के बाद भी चर्च पूरे तरह से पादरी के पक्ष में आ खड़ा हुआ है। चर्च से जुड़े अधिकारी का एक वॉयस मैसेज व्हाट्सएप ग्रुप्स में वायरल हो रहा है। इसमें वो कह रहा है कि चित्तरिक्कल पुलिस को पादरी के अच्छे चरित्र के बारे में बताओ। उसके बारे में अच्छी जानकारी पुलिस को भेजो जिससे उसे बचाया जा सके। यही एक मात्र तरीका उसे बचाने का है।
कौन है पादरी थाट्टुपरम्बिल?
फादर थाट्टुपरम्बिल मूल रूप से एर्नाकुलम का रहने वाला है। करीब डेढ़ साल से अथिरुम्मावु पैरिश के पादरी के तौर पर तैनात था। उसके पहले वो कन्नूर जिले में अथिरुम्मावु के पास एक चर्च में पादरी की जिम्मेदारी निभा रहा था। पुलिस अब उसके खिलाफ जांच को आगे बढ़ाते हुए सबूत जुटा रही है। इसके साथ ही तेजी से उसकी तलाश की जा रही है।
पहले भी आए हैं कई मामले
ऐसा कोई पहले बार नहीं है कि किसी चर्च प्रमुख पर रेप के आरोप लगे हैं। कुछ समय पहले ही पंजाब के बजिंदर सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। उसके बाद पंजाब के गुरदासपुर के जशन गिल पर लड़की ने बलात्कार करने और उसे गर्भपात के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। पिछले 10 साल की बात करें तो 18 पादरियों को लड़कियों, महिलाओं के साथ दुराचार के मामले में दोषी पाया गया है। अब तक सबसे बड़ी सजा 2016 में एक पादरी को हुई थी। उसके बाद साल 2025 में बजिंदर सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। बाकी मामलों में जेल और जुर्माने की सजा दी गई है।