देशहित में बोलना जब कुछ के कानों में चुभने लगे तो समझिए सियासत अपने रास्ते भटक गई है। कांग्रेस अपने रवैये को लेकर आजकल देश भक्ति के नए-नए इम्तिहानों से जूझ रही है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। इसे और अधिक बुलंद करने के लिए दुनियाभर में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा गया। इसमें शशि थरूर के नाम को लेकर कांग्रेस पहले विवादों में घिर गई। अब प्रतिनिधिमंडल में शामिल सलमान खुर्शीद ने एक बयान देकर फिर से सुर्खियां ताजा कर दी है।
कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद अपनी पीड़ा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि क्या देशभक्त होना इतना कठिन है? उनके इस बयान के बाद देश की सियासत गरमा गई है। क्योंकि, उन्होंने 370 पर भी बयान दिया था। जिस कारण वो कांग्रेस के निशाने पर आए थे। आइये समझने की कोशिश करते हैं अभी के बयान के क्या मायने हैं?
सलमान खुर्शीद ने क्या है?
सोमवार को कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने X पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा ‘जब वह आतंकवाद के खिलाफ मिशन पर हैं और भारत के संदेश को दुनिया तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं, तब यह दुखद है कि घर के लोग राजनीतिक निष्ठाओं की गणना कर रहे हैं। क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?’इससे पहले उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के एकीकृत रुख की बात की थी। उन्होंने आतंकवाद के खात्मे के लिए विश्व समुदाय से सहयोग की अपील की थी। खुर्शीद ने कहा था कि दुनिया भर में शांति और समृद्धि कायम हो सके इसके लिए जरूरी है कि सभी लोग साथ आए।
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्हें लगातार कई सवालों का सामना करना पड़ रहा है। लोग कहते रहते हैं कि आप भाजपा नेताओं के साथ प्रतिनिधिमंडल में क्या कर रहे हैं? आप वहां क्या कर रहे हैं? यहां क्या कर रहे हैं? हम यहां वही कर रहे हैं जो देश के लिए जरूरी है। चाहे आप किसी भी पार्टी के है देश के पक्ष में बोलने के लिए एक आवाज की जरूरत है। हम वही कर रहे हैं जो देश के लिए जरूरी है। ऐसे में सवाल उन लोगों से किया जाना चाहिए जो मुझ पर सवाल उठा रहे हैं।
अनुच्छेद 370 पर भी दिया था बयान
सलमान खुर्शीद जेडीयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। इस प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, जापान और सिंगापुर का दौरा किया है। सलमान खुर्शीद ने जकार्ता में अनुच्छेद 370 को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में समृद्धि आई है। लोकतांत्रिक प्रगति के रास्ते पर घाटी बढ़ी है।
समर्थन में आए भाजपा नेता
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कि अब कुछ समय बाद उदित राज, पवन खेड़ा उन्हें ‘सुपर प्रवक्ता’ ना घोषित कर दें। मनीष तिवारी और शशि थरूर के बाद खुर्शीद ने भी राहुल गांधी, जयराम रमेश और रेवंत रेड्डी को आइना दिखाया है। उन्होंने कहा कि दुख तो इस बात का है कि जब हमारे सांसद विदेश में भारत की बात कर रहे हैं तब राहुल, रमेश और रेड्डी ऑपरेशन सिंदूर को विफल बता रहे हैं। ये इंडी गठबंधन की पहचान बन गया है।
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उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उनके बयान को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि खड़गे और राहुल गांधी को समझना चाहिए कि पहले देश आता है। अगर सलमान खुर्शीद ने ऐसा कहा है तो वह धन्यवाद के पात्र हैं। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य कांग्रेस नेताओं को सलमान खुर्शीद की बात सुननी चाहिए। दुनिया में पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए मैं सांसदों का अभिनंदन करता हूं।
क्या है बयान के मायने?
खुर्शीद ने स्पष्ट नहीं किया है कि वह अपने बयान से किस पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि, उनकी पार्टी ने प्रतिनिधिमंडल की लिस्ट पर आपत्ति जताई थी। कुछ दिन पहले जयराम रमेश ने कहा था कि हमारे सांसद घूम रहे हैं और आतंकवादी भी घूम रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि ये बयान कांग्रेस पर निशाने पर लेकर दिया गया है। इससे पहले शशि थरूर को लेकर भी कांग्रेस को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।