जब बात नशे की हो तो देश में पारंपरिक महुआ शराब का नाम आ ही जाता है। एक ऐसा पेड़ जो कई गुणों से भरपूर होता है। इसके फल, जड़, तने, पत्तों का उपयोग अनेक कामों में होता है। हालांकि, इसकी चर्चा इसके फूलों के कारण होती है। इसी से बनाई जाती है देसी शराब जो देश के आदिवासी इलाकों में काफी प्रचलित है। एक तरफ महुआ मोइत्रा और दूसरी ओर महुआ मौकों-मौकों पर दोनों का नाम संसद से सड़क तक गूंजता है। सियासी गलियों ने चर्चा में रहने वाली महुआ का नाम इस बार उनकी प्यार की बगिया के कारण सुर्खियों में है। उनकी बात इसलिए भी हो रही है क्योंकि, उनके नए पति पहले से तलाकशुदा है वहीं महुआ भी एक तलाक ले चुकी हैं।
जर्मनी की खामोश वादियों में महुआ मोइत्रा ने अपने प्यार को अंजाम तक पहुंचा दिया है। उन्होंने BJD के सांसद पिनाकी मिश्रा के साथ आगे का जीवन बिताने का फैसला किया और शादी कर ली है। ये यूं तो दो दिलों का मेल है। लेकिन, इस खबर ने सुर्खियों के बाजार में अलग ही नशा बिखेर दिया है। आइये जानें कौन हैं पिनाकी मिश्रा और कैसे थे महुआ के पुराने संबंध?
जर्मनी में गुपचुप रचाई शादी
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा और बीजू जनता दल (BJD) के पूर्व सांसद पिनाकी मिश्रा विवाह बंधन में बंध गए हैं। यह विवाह समारोह भारत में न होकर जर्मनी में हुआ है। महुआ और पिनाकी भले ही अलग-अलग राज्यों और राजनीतिक दलों से जुड़े हैं लेकिन उनके बीच काफी समय से गहरा रिश्ता रहा है। शादी के बाद उनकी तस्वीर सामने आने के बाद दावा किया जा रहा है कि उन्होंने 3 मई को विवाह किया है। इसमें गिनती के कुछ लोग ही शामिल थे।
उम्र की बाधा, पुराने रिश्ते पीछे छूटे
महुआ मोइत्रा और पिनाकी मिश्रा दोनों की ही ये दूसरी शादी है। इस कारण भी लोग उनकी बात कर रहे हैं। पिनाकी की पहली शादी संगीता मिश्रा से हुई थी। उनके दो बच्चे भी हैं। वही महुआ की पहली शादी डेनमार्क के फाइनेंसर लार्स ब्रोरसन से हुई थी। हालांकि, ये संबंध लंबे समय तक नहीं चल पाया और उनका तलाक हो गया। इसके बाद महुआ एक और नजदीकी को लेकर चर्चा में रही है। दोनों ने ही अपने पुराने रिश्ते को पीछे छोड़ने के साथ उम्र की बाधाओं को पार कर दिया है। महुआ 50 साल की हैं। जबकि, उनकी पति पिनाकी मिश्रा की उम्र 65 साल है।
विवादों में महुआ मोइत्रा
अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान महुआ का मुखर रूप तो देश ने देखा लेकिन इसी दौरान वो कई विवादों में भी घिरी रहीं। साल 2023 में कैश-फॉर-क्वेरी मामले में विवादों में आई। उनके ऊपर सवाल उठाने के लिए रिश्वत लेने के आरोप लगे। इस कारण उन्हें निलंबित भी होना पड़ा। उनपर सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई ने पालतू कुत्ते के चोरी और ब्लैकमेलिंग के भी आरोप लगाए थे।
कैश फॉर क्वेरी से बनी करीबी
महुआ कैश फॉर क्वेरी केस को लेकर विवादों में घिर गईं थी। साल 2023 में कैश फॉर क्वेरी मामले को लेकर वो चर्चा में रही थीं। उन पर वकील अनंत देहाद्राई ने 14 अक्तूबर 2023 को संसद में सवाल पूछने के बदले घूस लेने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें संसद से बर्खास्त कर दिया गया। उस उस समय महुआ का नाम बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से महंगे गिफ्च लेने के लिए भी उठला था। जब मामला कोर्ट में पहुआ तो पिनाकी मिश्रा ने ही उनका साथ दिया था।
क्या है कुत्ते का विवाद?
कुत्ते की कस्टडी को लेकर महुआ का नाम सुर्खियों में आया था। अनंत देहाद्राई ने आरोप लगाया था कि महुआ ने उनके पालतू कुत्ते रॉटवीलर को जबरन रख लिया है। महुआ और देहाद्राई के बीच का ये विवाद कानूनी लड़ाई तक पहुंच गया था। सितंबर 2023 में महुआ ने देहाद्राई पर केस कर हेनरी की कस्टडी मांगी थी। देहाद्राई ने इससे मना कर 10 अक्टूबर, 2023 को महुआ पर हेनरी का अपहरण करने का आरोप लगाया था। उसके बाद उन्होंने पुलिस को लेटर लिखकर बताया था कि महुआ ने हेनरी के बदले CBI केस वापस लेने का दबाव बनाया था।
महुआ मोइत्रा का करियर
असम में 12 अक्टूबर 1974 को जन्मी मोइत्रा ने मैसाचुसेट्स के माउंट होलोक कॉलेज से गणित और अर्थशास्त्र में स्नातक किया है। उन्होंने जेपी मॉर्गन के साथ बैंकर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। 2010 में ममता बनर्जी के साथ जुड़ी और अपने सियासी करियर को आगे बढ़ाया। 2012 में वो करीमपुर विधायक चुनी गईं। इसके बाद उन्हें 2016 में उन्हें दूसरा कार्यकाल भी मिला। 2019 में उन्हें TMC ने कृष्णानगर से चुनाव लड़ाया। उसके बाद 2024 में वो दूसरी बार सांसद बनी।
पिनाकी मिश्रा का करियर
23 अक्टूबर 1959 को भुवनेश्वर, ओडिशा में जन्मे पिनाकी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री की है। सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता है। उन्हें कॉरपोरेट और संवैधानिक मामलों में विशेषज्ञता है। 1996 में बीजू जनता दल (BJD) से जुड़कर उन्होंने अपनी चुनावी सियासत की शुरुआत की थी। 1996 में वो पहली बार सांसद बने। उसके बाद 2009, 2014, 2019 में लगातार 3 बार सांसद चुने गए। हालांकि, 2024 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।