राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा अपने बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निष्कासित किए जाने के बाद से बिहार की राजनीति में सरगर्मी तेज हो गई है। इससे न सिर्फ सियासी गलियारों में हलचल मची है बल्कि प्रेम और प्रेम विवाह से लेकर पारिवारिक मूल्यों तक की बहस छेड़ दी है। अब तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए चेतावनी दी है। उनकी पोस्ट ने चर्चाओं पर घी डालने का काम किया है। उन्होंने साफ कहा है कि मेरी भूमिका न कोई पार्टी और परिवार तय नहीं करेंगा।
तेज प्रताप यादव को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने हाल ही में पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद से कई तरह के कयास और चर्चाएं चल रही थीं। उनके समर्थक और विरोधी आमने सामने आ गए थे। देश में प्रेम और प्रेम विवाह के साथ राजनीति की चर्चाओं ने बाजार गरम कर दिया था। अब तेज प्रताप यादव के पोस्ट ने चर्चाओं को नई गति दी है।
तेज प्रताप यादव की पोस्ट
उन्होंने ने सोशल मीडिया पर एक भावुक और चेतावनी भरा पोस्ट साझा किया। तेज प्रताप ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा ‘मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालो,ये मत समझना कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नही,शुरुआत तुमने किया है अंत मैं करूंगा,झूठ और फरेब के बनाये इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहा हूं, तैयार रहना सच सामने आने वाला है,मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और माननीय सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा ,कोई दल या परिवार नहीं’।
तस्वीर में दिया संदेश
उनके इस पोस्ट के साथ एक तस्वीर भी नजर आई। इसमें वे अपने पिता लालू प्रसाद यादव की पुरानी तस्वीर की ओर देख रहे हैं। इससे पहले तेज प्रताप ने लालू के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी थी। इस दौरान उन्होंने लिखा था कि आप मेरे पिता ही नहीं, एक आंदोलन हैं। आप मेरे लिए न्याय और साहस का प्रतीक है। आपकी विचारधारा को आगे बढ़ाना मेरा कर्तव्य है।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई थी?
विवाद तब शुरू हुआ जब तेज प्रताप के अकाउंट से एक पोस्ट वायरल हुआ। इसमें अनुष्का के साथ उनके रिश्ते के दावे किए गए। तेज प्रताप को एक विवादित सोशल मीडिया पोस्ट के कारण राजद से छह साल के लिए निष्कासित किया गया था। इस पोस्ट में दावा किया गया था कि वे अनुष्का नाम की एक महिला के साथ 12 साल से रिश्ते में हैं। हालांकि, तेज प्रताप ने इसे खारिज करते हुए कहा कि उनका अकाउंट हैक हुआ था और तस्वीरें एडिट की गई थीं।
तेजप्रताप की सफाई के बाद भी इसके बावजूद, लालू प्रसाद ने 26 मई को एक सार्वजनिक बयान में कहा कि तेज प्रताप का व्यवहार हमारे पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है। इसलिए उन्हें पार्टी और परिवार से निष्कासित किया जाता है। अब उनकी कोई भूमिका न पार्टी और परिवार में नहीं होगी।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
उनके इस पोस्ट पर यूजर्स ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं। एक यूजर ने लिखा कि सर्वोच्च न्यायालय का जिक्र समझ से परे है। क्या आप पार्टी से गलत निष्कासन के लिए कोर्ट जाएंगे? यह आपकी ही पार्टी को नुकसान पहुंचाएगा। परिवार में ऐसी बातें होती रहती हैं, लेकिन इससे आगे बढ़ना ठीक नहीं।
पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप का बयान
पार्टी से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने अपने माता-पिता को संबोधित करते हुए लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि मेरी दुनिया सिर्फ आप दोनों में है। आपके आशीर्वाद और प्यार के अलावा मुझे कुछ नहीं चाहिए। पापा आप न होते तो न यह पार्टी होती न ही मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ अवसरवादी लोग। मेरे अर्जुन को मुझसे अलग करने की साजिश कभी सफल नहीं होंगी। मैं हर साजिश का पर्दाफाश करूंगा। मेरे भाई, मम्मी-पापा का ख्याल रखना। क्योंकि जयचंद हर जगह हैं।
उठ रहे हैं कई सवाल?
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सवाल उठता है कि तेज प्रताप का राजनीतिक भविष्य क्या होगा? क्या वे विधायक बने रहेंगे? क्या वे अगला चुनाव लड़ पाएंगे? या परिवार की संपत्ति से भी उन्हें वंचित किया जाएगा? इन सवालों के जवाब अभी अनिश्चित हैं। तेज प्रताप ने बार-बार जयचंद का जिक्र कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर दी है। अब यह देखना बाकी है कि वे आगे क्या कदम उठाते हैं?
अब इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। क्या यह केवल एक पारिवारिक मनमुटाव है, या फिर इसके पीछे कोई गहरी राजनीतिक चाल छिपी है? तेज प्रताप के इस पोस्ट ने एक बार फिर सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर इस हाई-प्रोफाइल ड्रामे का अंजाम क्या होगा।