एक दशक पहले 1 जुलाई 2015 को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘डिजिटल इंडिया मिशन’ की शुरुआत की थी, तब किसी ने नहीं सोचा था कि भारत 2025 तक दुनिया का सबसे सस्ता इंटरनेट वाला देश बन जाएगा। आज, 10 वर्षों बाद, यह सपना न केवल साकार हुआ है बल्कि भारत डिजिटल लोकतंत्र का वैश्विक प्रतीक बन चुका है। डिजिटल इंडिया मिशन की शुरुआत के 10 वर्षों में भारत ने इंटरनेट की पहुंच और कीमत दोनों में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। आज भारत दुनिया का सबसे सस्ता इंटरनेट देश बन चुका है, जहां प्रति गीगाबाइट डेटा की कीमत ₹10 से भी कम है, यह अमेरिका के मुकाबले 50 गुना कम है। यह उपलब्धि डिजिटल इंडिया की क्रांति का परिचायक है, जिसने देश के करोड़ों लोगों को डिजिटल दुनिया से जोड़ा और भारत को तकनीकी उन्नति के पथ पर अग्रसर किया।
पीआईबी द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत में प्रति जीबी डेटा की कीमत ₹10 से भी कम है। इसकी अन्य देशों से तुलना करें तो चीन में डेटा की कीमत ₹32, दक्षिण अफ्रीका में ₹151, मैक्सिको में ₹154, जर्मनी में ₹183, कनाडा में ₹459 और अमेरिका में ₹513 प्रति जीबी है। यह दर्शाता है कि भारत में इंटरनेट केवल सस्ता नहीं बल्कि आम जनता के लिए आसानी से उपलब्ध भी है।
डिजिटल सशक्तिकरण की असली तस्वीर गांवों से
इस परिवर्तन का सबसे बड़ा लाभ ग्रामीण भारत को मिला है। डिजिटल इंडिया अभियान के तहत लाखों गांवों तक ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंची, CSC (कॉमन सर्विस सेंटर्स) खुले, और छोटे व्यापारी भी डिजिटल भुगतान से जुड़ गए। सस्ते डेटा ने न केवल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को ऑनलाइन किया, बल्कि आत्मनिर्भरता की नई राह भी खोली।
प्रधानमंत्री मोदी का डिजिटल इंडिया को लेकर दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटल इंडिया सप्ताह की शुरुआत के दौरान 1 जुलाई 2015 को दिल्ली के विज्ञान भवन से भाषण देते हुए कहा था, “मैं एक ऐसे डिजिटल इंडिया का सपना देखता हूं जहां 1.2 बिलियन कनेक्टेड भारतीय नवाचार को आगे बढ़ाएं। मैं एक ऐसे डिजिटल इंडिया का सपना देखता हूं जहां सूचना तक पहुंच में कोई बाधा न हो। मैं एक ऐसे डिजिटल इंडिया का सपना देखता हूं जहां सरकार सोशल मीडिया पर नागरिकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ती है।” आज जब हम डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे होते देख रहे हैं, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत ने डिजिटल समानता, सुविधा और सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक नया अध्याय रचा है।