उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर में लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। पिछले तीन महीनों में 25 से अधिक ऐसे केस सामने आ चुके हैं। इसी क्रम में 23 जुलाई 2025 को आवास विकास, बिजनौर की एक महिला ने कोतवाली थाना में तारिक मंसूरी सहित नौ लोगों के खिलाफ लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन का मामला दर्ज कराया है।
महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे किडनी बेचने के मकसद से दिल्ली और ऋषिकेश के कई अस्पतालों में ले गए। जब उसने इंकार किया तो उसे जबरदस्ती ज़हर पिलाकर मारने की कोशिश की गई। पुलिस ने गंभीरता से जांच करते हुए दस लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया और अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
नौकरी से शुरू हुई नज़दीकी और उत्पीड़न
महिला के अनुसार, उसके पति ने एक साल पहले किरतपुर में कपड़ों की दुकान चलाने वाले तारिक मंसूरी के यहां उसकी नौकरी लगवाई थी। काम के सिलसिले में तारिक उसे सहारनपुर और दिल्ली के होलसेल मार्केट ले जाने लगा, जिससे देर रात घर लौटना होता था। इसके चलते पति-पत्नी के बीच विवाद और मारपीट की नौबत आ गई।
कुछ समय बाद तारिक ने महिला के लिए किरतपुर में किराए पर एक मकान लिया और बहला-फुसलाकर उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। जब महिला ने यह बात तारिक की पत्नी नसरीन को बताई, तो उसने कहा कि उसे सब जानकारी है और तारिक महिला को पसंद करता है। नसरीन ने महिला को उसके पति की बात मानने की सलाह दी।
धर्मांतरण और निकाह
महिला ने बताया कि एक दिन उसे मस्जिद ले जाकर तीन मौलानाओं के सामने जबरन धर्मांतरण कराया गया और उसका नाम बदलकर ‘आयशा’ रख दिया गया। इसके बाद तारिक ने उससे निकाह करवा लिया। वह दुकान पर नियमित रूप से काम करती रही।
कुछ महीनों बाद तारिक महिला को दिल्ली ले गया, जहां दो अजनबी लोगों ने उसका मेडिकल चेकअप कराया। बताया गया कि ऑपरेशन कराना होगा जिससे वह मां नहीं बन सकेगी। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो उसे बताया गया कि उसकी किडनी बेचने की डील की जा रही है। खरीददार 50 लाख देने को तैयार था, जबकि तारिक 90 लाख की मांग कर रहा था। महिला ने तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर खुद को बचाया और वापस लौट आई।
ऋषिकेश में हत्या की कोशिश
महिला के मुताबिक, 21 जुलाई को तारिक और उसके चार साथी उसे ऋषिकेश ले गए। जब उसने किडनी देने से साफ इनकार किया तो वापसी में तिसोतरे गांव के पास तारिक, संदीप पहलवान, आयान, नदीम, अमन और नसरीन ने मिलकर उसे ज़हर पिलाने की कोशिश की, ताकि उसकी जान लेकर उसकी किडनी निकाली जा सके।
महिला ने यह सारी बातें अपने पिता और भाइयों को फोन पर बताईं। परिजनों ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद पूरे गैंग की साजिश का खुलासा हो गया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
बिजनौर के एसपी सिटी डॉ. संजीव बाजपेई ने बताया कि इस मामले में दस लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें से तारिक मंसूरी, उसकी पत्नी नसरीन, नदीम, आयान और अमन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। बाकी आरोपियों और किडनी खरीदने वाले व्यक्तियों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।