आज नई दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में @scsb_f संस्था और उसके संस्थापक उदय माहुरकर ने यह मांग उठाई कि एकता कपूर, विभु अग्रवाल और 24 अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के मालिकों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये सभी लोग ऐसे डिजिटल माध्यमों के जरिए अश्लील, आपत्तिजनक और विकृत कंटेंट का प्रसार कर रहे हैं, जिससे भारतीय संस्कृति और सभ्यता को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है।
उनके अनुसार, इस प्रकार का कंटेंट केवल मनोरंजन के नाम पर परोसा जा रहा है, जबकि वास्तव में यह देश के खिलाफ एक तरह का सांस्कृतिक युद्ध है, जिसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
सांस्कृतिक आतंकवादियों पर हो कानूनी कार्रवाई
उदय माहुरकर ने अपने बयान में कहा कि सरकार द्वारा जिन ओटीटी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनके पीछे काम करने वाले संस्थापक, निर्माता और मालिक भी उतने ही दोषी हैं, जितना वह कंटेंट जो इन प्लेटफॉर्म्स पर दिखाया गया। उन्होंने कहा कि सिर्फ इन ऐप्स को बैन कर देना पर्याप्त नहीं है, क्योंकि असली जिम्मेदार वे लोग हैं जिन्होंने ऐसा आपत्तिजनक और अश्लील कंटेंट तैयार किया और जनता तक पहुँचाया।
माहुरकर ने मांग की कि इन लोगों को भी भारत के कानून के तहत न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की हरकत करने की हिम्मत न कर सके।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए सामाजिक कार्यकर्ता
इस प्रेस वार्ता में Gems of Bollywood के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता @SanjeevSanskrit और @swati_gs भी शामिल हुए। साथ ही, @HinduJagrutiOrg के राष्ट्रीय मार्गदर्शक डॉ. पिंगले भी मंच पर उपस्थित थे। सभी ने एक सुर में सरकार के इस कदम की सराहना की और आगे कड़ी कार्रवाई की मांग रखी।
हम सरकार के इस कदम का स्वागत करते हैं
सभी वक्ताओं ने सरकार द्वारा 25 ओटीटी प्लेटफॉर्म को “अश्लील, आपत्तिजनक और पोर्नोग्राफिक कंटेंट” के कारण बैन किए जाने की सराहना की। साथ ही यह भी कहा कि यह केवल पहला कदम है। अब जरूरत है कि इन प्लेटफॉर्म के मालिकों और कंटेंट बनाने वालों को भी कानूनी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई भी भारत की संस्कृति के खिलाफ इस तरह की हरकत न कर सके।