करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र सिंह राणा द्वारा कैराना की सपा सांसद इकरा हसन को लेकर की गई टिप्पणी सोशल मीडिया पर जबरदस्त विवाद का विषय बन गई है। शनिवार को योगेंद्र राणा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो जारी कर इकरा हसन से ‘निकाह कबूल’ करने की बात कही, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
अपने वीडियो संदेश में योगेंद्र राणा ने कहा, “मैं कैराना की सांसद इकरा हसन से निकाह कबूल करता हूं। वह भी कबूल करें। वह मुस्लिम धर्म में रहें, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। वह मेरे घर में नमाज पढ़ सकती हैं।” राणा यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि उनकी कुछ शर्तें हैं, “असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी मुझे जीजा कहकर बुलाएं। मैं हिंदू ही रहूंगा, माथे पर टीका लगाऊंगा। हम हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के प्रतीक बनेंगे। मुझे निकाह कबूल है।”
“मैं इक़रा से निकाह कुबूल फरमाता हूँ, ओवैसी मुझे जीजा कहेंगे”
◆ करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष योगेंद्र राणा ने शेयर किया वीडियो
◆ कहा-“मैं उन्हें घर नमाज पढ़ने की भी इजाजत दूंगा”#IqraHasan | #YogendraRana | Yogendra Rana pic.twitter.com/BK7xzxS9PA
— News24 (@news24tvchannel) July 19, 2025
इकरा हसन को लेकर राणा ने किया फेसबुक पोस्ट
इस विवादास्पद बयान के साथ राणा ने इकरा हसन को लेकर कई और फेसबुक पोस्ट भी कीं, जिनमें खुद की संपत्ति, रूप-रंग और विवाह प्रस्ताव की चर्चा की गई। उन्होंने यह भी कहा कि वह पहले से शादीशुदा हैं लेकिन अपनी पत्नी से इस प्रस्ताव पर सहमति ले चुके हैं।
पोस्ट के वायरल होने के बाद समाजवादी पार्टी और कई मुस्लिम संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सपा कार्यकर्ताओं ने राणा की टिप्पणी को बेहद अपमानजनक, आपत्तिजनक और महिला विरोधी करार दिया है। सोशल मीडिया पर इस पोस्ट और वीडियो को लेकर लोगों में भारी नाराज़गी देखी गई। करीब 181 लोगों ने पोस्ट पर गुस्से भरे कमेंट किए, जबकि कई यूज़र्स ने राणा की गिरफ्तारी की मांग भी की।

बढ़ते विवाद को देखते हुए योगेंद्र राणा ने दो घंटे के भीतर ही अपने फेसबुक पेज से सभी पोस्ट और वीडियो हटा लिए। सांसद इकरा हसन की ओर से अब तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह मामला गर्माया हुआ है। महिला नेताओं और संगठनों ने इस टिप्पणी को एक महिला सांसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। राजनीतिक हलकों में इस बात की जोरदार चर्चा है कि योगेंद्र राणा की यह टिप्पणी आईटी एक्ट और महिलाओं की गरिमा से संबंधित कानूनी धाराओं के तहत एक आपराधिक मामला बन सकती है। साथ ही, कुछ संगठनों ने महिला आयोग और चुनाव आयोग में इसकी शिकायत दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है।