जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइल्स' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तानू

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तानू

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कन्हैया लाल का गला काटने वालों को 3 वर्ष में सज़ा नहीं लेकिन ‘उदयपुर फाइल्स’ पर 3 दिन में रोक

इस फैसले ने पूरे देश में खलबली मचा दी है, लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या तथाकथित 'धर्मनिरपेक्ष पारिस्थितिकी तंत्र' उस असहज सच्चाई से डरता है जो फिल्म उजागर कर सकती है?

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
11 July 2025
in चर्चित
जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?

अब फिल्म की रिलीज के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे निर्माता

Share on FacebookShare on X

अपनी निर्धारित रिलीज़ से ठीक एक दिन पहले एक चौंकाने वाले फैसले में, दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स: कन्हैया लाल टेलर मर्डर’ की रिलीज़ पर रोक लगा दी है। इस फैसले ने पूरे देश में खलबली मचा दी है, क्योंकि अब कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या तथाकथित ‘धर्मनिरपेक्ष पारिस्थितिकी तंत्र’ उस असहज सच्चाई से डरता है, जो फिल्म उजागर कर सकती है। उदयपुर में कट्टरपंथी हमलावरों द्वारा दर्जी कन्हैया लाल के वास्तविक जीवन में कैमरे पर की गई नृशंस हत्या पर आधारित यह फिल्म भारत में इस्लामी चरमपंथ के बढ़ते खतरे पर प्रकाश डालने का प्रयास करती है। फिर भी, जहां हत्यारे तीन साल बाद भी बेखौफ घूम रहे हैं, वहीं उस खौफनाक सच्चाई को बयां करने वाली फिल्म को तीन दिनों के भीतर ही रोक दिया गया है। क्या यह न्याय है या तथ्यों का दमन?

किससे इतना डरता है जमीयत उलेमा-ए-हिंद?

यह रोक दो याचिकाओं के बाद लगाई गई थी, जिनमें से एक इस्लामी संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद और दूसरी पत्रकार प्रशांत टंडन द्वारा सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म को दिए गए प्रमाणन को चुनौती दी गई थी। इन याचिकाओं में तर्क दिया गया था कि फिल्म सांप्रदायिक तनाव भड़का सकती है। लेकिन, असली सवाल यह है कि उन्हें किस बात का डर है? जमीयत उलेमा-ए-हिंद का इस्लामी कट्टरपंथ को सार्वजनिक जांच के दायरे में लाने वाली किसी भी चीज़ का विरोध करने का इतिहास रहा है।

संबंधितपोस्ट

उमर खालिद-शरजील केस से फिर बेनकाब हुआ ‘रेड-लिबरल इकोसिस्टम’

‘उदयपुर फाइल्स’ को रोकने की अपीलें नाकाम, जानें कब होगी रिलीज

‘उदयपुर फाइल्स’ के निर्माता अमित जानी को Y श्रेणी की सुरक्षा, सोशल मीडिया पर मिल रही थीं धमकियां

और लोड करें

यह समूह धार्मिक कट्टरपंथ को बढ़ावा देने वालों को अप्रत्यक्ष रूप से बचाने वाले कई प्रयासों से भी जुड़ा रहा है। क्या फिल्म की रिलीज़ रोककर वे भारतीय जनता को एक बहुत ही वास्तविक और खतरनाक खतरे का सामना करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं? धर्म के नाम पर किए गए क्रूर कृत्य की निंदा करने के बजाय, ये संगठन और व्यक्ति कट्टरपंथ की समस्या को आईना दिखाने वाले किसी भी कथानक को दबाने के बारे में ज़्यादा चिंतित दिखाई देते हैं। इससे और भी सवाल उठते हैं: क्या सार्वजनिक व्यवस्था को फिल्म से ज़्यादा खतरा है, या फिर आज़ाद घूम रहे बेख़ौफ़ कट्टरपंथियों से?

घटनाक्रम: कन्हैया लाल हत्याकांड

28 जून, 2022 – राजस्थान के उदयपुर में एक हिंदू दर्जी कन्हैया लाल की उसकी दुकान में रियाज़ अत्तारी और गौस मोहम्मद द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी जाती है।

28 जून, 2022 – उदयपुर के धान मंडी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना) सहित संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।

29 जून, 2022 – इंटरनेट सेवा निलंबित, तनाव को नियंत्रित करने के लिए, राजस्थान सरकार ने कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं।

30 जून, 2022 – मामला एनआईए को हस्तांतरित, अपराध की आतंकवादी प्रकृति के कारण, मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया गया।

जुलाई 2022 – राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन, हिंदू संगठनों ने कन्हैया लाल के लिए न्याय की मांग को लेकर रैलियां निकालीं।

अगस्त 2022 – एनआईए के आरोप और जांच, एनआईए ने राजस्थान और अन्य राज्यों में कई स्थानों पर छापे मारे।

दिसंबर 2022 – एनआईए ने आरोप पत्र दाखिल किया, एनआईए ने जयपुर की एक विशेष एनआईए अदालत में 5000 से अधिक पृष्ठों का आरोपपत्र दाखिल किया।

जनवरी 2023 – मामले की सुनवाई शुरू, जयपुर स्थित एनआईए की विशेष अदालत ने सुनवाई शुरू की।

मार्च 2025 – ‘उदयपुर फाइल्स’ की घोषणा। निर्देशक अमित जानी ने ‘उदयपुर फाइल्स: कन्हैया लाल टेलर मर्डर’ नामक एक फिल्म की घोषणा की।

9 जुलाई, 2025 – सुप्रीम कोर्ट ने ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज़ के खिलाफ तत्काल सुनवाई का अनुरोध ठुकरा दिया।

10 जुलाई, 2025 – सीबीएफसी के वकीलों के लिए स्क्रीनिंग, याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश हुए कपिल सिब्बल को फिल्म की एक निजी स्क्रीनिंग दिखाई गई।

10 जुलाई, 2025 – दिल्ली उच्च न्यायालय का स्थगन – दिल्ली उच्च न्यायालय ने ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज़ पर अंतरिम रोक लगा दी।

10 जुलाई, 2025 – फिल्म निर्माता अमित जानी ने दिल्ली उच्च न्यायालय के स्थगन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की घोषणा की।

11 जुलाई, 2025 – फ़िल्म रिलीज़ की वास्तविक/निर्धारित तिथि

क्या बार-बार हिंदू हितों के ख़िलाफ़ पेश हो रहे हैं कपिल सिब्बल?

यह पहली बार नहीं है कि वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल, जो कभी कांग्रेस पार्टी में शीर्ष पदों पर रहे थे, ऐसे मामलों में पेश हुए हैं जो लगातार हिंदू भावनाओं के ख़िलाफ़ प्रतीत होते हैं। राम मंदिर का विरोध करने से लेकर अब इस्लामी चरमपंथ को उजागर करने वाली एक फ़िल्म की रिलीज़ को रोकने वाली याचिका का समर्थन करने तक, सिब्बल के इस रवैये को नज़रअंदाज़ करना मुश्किल होता जा रहा है। फिल्म निर्माता के अनुसार, सिब्बल ने रिलीज़ को चुनौती देने से पहले फिल्म देखी थी। फिर भी, उन्होंने कथित तौर पर पेशेवर ज़िम्मेदारियों के चलते याचिका दायर करने का फैसला किया। लेकिन कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह महज़ एक संयोग है या एक व्यापक वैचारिक गठजोड़ का हिस्सा है, जो धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हिंदू हितों को लगातार कमज़ोर करता है।

आगे क्या होगा? सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई की आशंका

हाईकोर्ट की रोक के साथ, अब गेंद केंद्र सरकार के पाले में है। केंद्र के पास सिनेमैटोग्राफ अधिनियम, 1952 के तहत दायर पुनरीक्षण आवेदन की समीक्षा के लिए सात दिन का समय है। तब तक, उदयपुर फाइल्स की रिलीज़ स्थगित रहेगी। इस बीच, निर्माता अमित जानी इस लड़ाई को सुप्रीम कोर्ट ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। जानी ने विडंबना की ओर इशारा करते हुए कहा कि “हत्या को तीन साल हो गए हैं, फिर भी न्याय नहीं हुआ है। लेकिन, एक फिल्म जो इस दर्द को दिखाने की हिम्मत करती है, उसे तीन दिनों के भीतर ही बंद कर दिया जाता है। “जन आक्रोश में शामिल होते हुए, कन्हैया लाल के बेटे यश साहू ने भी रोक की निंदा की। “वीडियो सबूत होने के बावजूद, अपराधियों को सज़ा नहीं मिली। लेकिन, जब कोई देश को सच्चाई दिखाना चाहता है, तो फिल्म पर तुरंत रोक लगा दी जाती है। यह कैसा न्याय है?”

भारत को झकझोर देने वाली नृशंस हत्या

राजस्थान के उदयपुर में एक साधारण दर्जी कन्हैया लाल की 2022 में दिनदहाड़े निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी गई। उसका एकमात्र “अपराध” सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के प्रति समर्थन व्यक्त करना था। इसके बाद जो हुआ वह सिर्फ़ एक हत्या नहीं थी—यह एक सार्वजनिक फांसी थी जिसका उद्देश्य भय पैदा करना था। दो कट्टरपंथी व्यक्तियों ने लाल का सिर कलम करते हुए खुद का वीडियो बनाया और एक भयावह संदेश देने के लिए वीडियो को व्यापक रूप से प्रसारित किया। इस कृत्य की भयावहता ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया।

भारी वीडियो साक्ष्य और राष्ट्रीय आक्रोश के बावजूद, मामले में कोई अंतिम फैसला नहीं सुनाया गया है। इस बीच, सिनेमा के माध्यम से घटना की सच्चाई को दर्शाने के प्रयासों का तेजी से गला घोंटा जा रहा है। उदयपुर फाइल्स के निर्माता फिल्म निर्माता अमित जानी ने निराशा व्यक्त की और कहा कि फिल्म वकील कपिल सिब्बल को पहले ही दिखाई जा चुकी है। जानी ने टिप्पणी की, “फिल्म देखने के बाद भी, उन्होंने इसका विरोध केवल इसलिए किया क्योंकि उन्हें इसके लिए पैसे दिए गए थे।” उन्होंने आगे कहा कि अब वह रोक को चुनौती देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।

चुनिंदा आक्रोश और अभिव्यक्ति की आज़ादी का अंत?

“उदयपुर फ़ाइल्स” का दमन सिर्फ़ एक फ़िल्म की वजह से नहीं है। यह एक व्यापक पैटर्न को दर्शाता है, जहां चुनिंदा आक्रोश सार्वजनिक विमर्श पर हावी रहता है। जहां कट्टरपंथी तत्व हिंसा करके बच निकलते हैं, वहीं जो लोग इसे उजागर करने की कोशिश करते हैं उन्हें भड़काने वाला करार दिया जाता है। न्यायपालिका, संस्थाएं और मीडिया के कुछ हिस्से सच बताने से ज़्यादा भावनाओं को ठेस पहुंचाने में लगे हैं। यह दोहरा मापदंड ख़तरनाक है। अगर हम, एक लोकतंत्र के रूप में, हत्यारों को आज़ाद घूमने देते हैं और उन लोगों का मुंह बंद कर देते हैं जो उनके अपराधों को बयान करने की कोशिश करते हैं, तो हमें यह पूछना होगा कि हम असल में किसके पक्ष में हैं? यह सिर्फ़ सिनेमा की बात नहीं है। यह सच्चाई का सामना करने की बात है, चाहे वह कितनी भी असहज क्यों न हो।

Tags: delhi highcourtFilmudaipur filesउदयपुर फाइल्सदिल्ली हाईकोर्टफ़िल्मरिलीज पर रोक
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

टेनिस प्लेयर राधिका यादव के पिता ने बताया क्यों की थी बेटी की हत्या

अगली पोस्ट

पंजाब के सीएम मान पर सख्त हुआ विदेश मंत्रालय, कहा- AAP की राजनीति ने देश को किया ‘शर्मिंदा’

संबंधित पोस्ट

आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी
इतिहास

आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

21 October 2025

1942 का वर्ष भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में केवल एक तारीख़ नहीं था, यह उस समय की गवाही थी, जब देश के भीतर...

भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा
चर्चित

आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

21 October 2025

भारत ने वह कर दिखाया है जो कभी केवल विकसित देशों की प्रयोगशालाओं की सीमाओं में संभव माना जाता था। देश ने अपना पहला स्वदेशी...

बिहार चुनाव में BJP के स्टार प्रचारक तय —मैदान में उतरेगी मनोज तिवारी, पवन सिंह और निरहुआ की भोजपुरी तिकड़ी, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी, भजन लाल शर्मा और पुष्कर सिंह धामी को क्यों नहीं मिली जगह?
चर्चित

बिहार चुनाव में BJP के स्टार प्रचारक तय —मैदान में उतरेगी मनोज तिवारी, पवन सिंह और निरहुआ की भोजपुरी तिकड़ी, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी, भजन लाल शर्मा और पुष्कर सिंह धामी को क्यों नहीं मिली जगह?

16 October 2025

भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

00:06:22

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16

What Really Happened To the Sabarimala Temple Gold Under Left Government?

00:07:21
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited