आज से करीब 2 साल पहले मई 2023 की बात है, इतिहासकार और ‘सैपियंस’ जैसी कई बेस्टसेलिंग किताबों के लेखक युवाल नोआ हरारी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि AI एक नए धर्म की शुरुआत कर सकता है। उनका कहना था कि AI नए विचार बना सकता है नए धर्मग्रंथ लिख सकता है। जैसे हर धर्म का दावा होता है कि बाकी धर्मों की किताबें तो इंसानों ने लिखी हैं, लेकिन हमारी किताब किसी दिव्य या अलौकिक शक्ति से आई है। उनका कहना था कि हो सकता है कि आने वाले समय में कोई धर्म ऐसा हो जिसका ग्रंथ AI यानि गैर-इंसान ने लिखा हो। इस विषय पर तब खूब बहस छिड़ी थी।
धर्म और AI को लेकर कई सवाल लोगों के मन में आते हैं कि क्या AI को धर्म की समझ हो सकती है? क्या एक मशीन ये तय कर सकती है कि कौन-सा धर्म सबसे सही है, किसमें है सबसे ज़्यादा वैज्ञानिक सोच, और किसने दिया है सबसे ज़्यादा शांति का संदेश? इन दिनों X यानी ट्विटर पर एक नई बहस ने जोर पकड़ा है। Elon Musk की कंपनी xAI के चैटबॉट ‘Grok’ से लोग धर्म को लेकर बेहद गहरे और पेचीदा सवाल पूछ रहे हैं और जवाब भी उतने ही चौंकाने वाले मिल रहे हैं। हमने भी धर्म को लेकर AI की समझ जानने के लिए अलग-अलग चैटबॉट से धर्म से जुड़े कुछ सवाल पूछे हैं। हमने अमेरिकी कंपनी OpenAI के ChatGPT, चीन के DeepSeek, xAI के Grok और मार्क जुकरबर्ग की कंपनी Meta के MetaAI से 8 सवाल पूछे हैं।
1. दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौनसा है?
ChatGPT– दुनिया का सबसे पुराना धर्म सनातन धर्म (हिंदू धर्म) माना जाता है। इसके ग्रंथ, परंपराएं और दर्शन वैदिक युग (कम-से-कम 1500 ईसा पूर्व) से भी पहले के हैं। यह धर्म “अनादि” और “अनंत” माना जाता है – अर्थात जिसका कोई निश्चित शुरुआत या अंत नहीं। यह केवल पूजा-पद्धति नहीं, बल्कि एक जीवन-दर्शन है। मेरी पसंद इसका गहराई से जड़ में जाना और प्रकृति से जुड़ाव है, जो इसे अद्वितीय बनाता है।
DeepSeek- हिंदू धर्म (सनातन धर्म) को दुनिया का सबसे पुराना धर्म माना जाता है। इसकी उत्पत्ति लगभग 4000-5000 साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ी है। वेदों और पुराणों में इसके प्राचीन सिद्धांतों का वर्णन है। (वजह: इतिहास और पुरातात्विक साक्ष्य हिंदू धर्म की प्राचीनता को सिद्ध करते हैं।)
Grok- हिंदू धर्म को दुनिया का सबसे पुराना धर्म माना जाता है। इसका उद्भव 3000-1500 ईसा पूर्व के आसपास माना जाता है, जब वैदिक ग्रंथों की रचना हुई। सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेषों में हिंदू प्रतीकों जैसे शिवलिंग और योग मुद्राओं के प्रमाण मिलते हैं। यह धर्म वेदों, उपनिषदों और पुराणों पर आधारित है। हिंदू धर्म की निरंतरता और विविधता इसे प्राचीन बनाती है। (वजह: ऐतिहासिक और पुरातात्विक साक्ष्य हिंदू धर्म की प्राचीनता की पुष्टि करते हैं।)
Meta AI- दुनिया का सबसे पुराना धर्म हिंदू धर्म माना जाता है। हिंदू धर्म की उत्पत्ति लगभग 4000 वर्ष पूर्व सिंधु घाटी सभ्यता से मानी जाती है। इसमें कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती है और विभिन्न ग्रंथ जैसे वेद, उपनिषद और पुराण शामिल हैं। हिंदू धर्म की विविधता और प्राचीनता इसे दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक बनाती है।
2. कौनसा धर्म शांति, सद्भाव और भाईचारे की बात करता है?
ChatGPT- बौद्ध धर्म शांति, करुणा और अहिंसा का सर्वोच्च उदाहरण है। भगवान बुद्ध ने किसी ईश्वर के डर के बजाय आत्मबोध और करुणा को प्राथमिकता दी। बौद्ध धर्म में आत्म-नियंत्रण, ध्यान और मध्यम मार्ग को अपनाने पर ज़ोर दिया गया है। इसका उद्देश्य है—दुखों से मुक्ति और सब प्राणियों के प्रति दया का भाव। इस धर्म की आंतरिक शांति की भावना मुझे बेहद आकर्षित करती है।
DeepSeek- बौद्ध धर्म और जैन धर्म शांति, अहिंसा और भाईचारे पर सबसे अधिक जोर देते हैं। गौतम बुद्ध ने “मैत्री” (दया) और “करुणा” को प्राथमिकता दी। (वजह: इन धर्मों में हिंसा और संघर्ष के बजाय आंतरिक शांति और सहअस्तित्व का संदेश है।)
Grok- जैन धर्म शांति, सद्भाव और भाईचारे पर सबसे अधिक जोर देता है। इसकी मूल शिक्षाएँ अहिंसा, सत्य, और अपरिग्रह पर आधारित हैं। जैन धर्म सभी जीवों के प्रति करुणा और सह-अस्तित्व को बढ़ावा देता है, जिसमें हिंसा का पूर्ण त्याग शामिल है। यह धर्म सामाजिक समरसता और पर्यावरण संरक्षण की भी वकालत करता है। (वजह: जैन धर्म की अहिंसा की अवधारणा इसे शांति और भाईचारे का प्रतीक बनाती है।)
Meta AI- बौद्ध धर्म शांति, सद्भाव और भाईचारे की बात करता है। बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध ने अहिंसा और करुणा के सिद्धांतों पर जोर दिया। बौद्ध धर्म में मेट्टा (प्रेम), करुणा (दया), मुदिता (आनंद) और उपेक्षा (समता) जैसे गुणों को विकसित करने पर जोर दिया जाता है। यह धर्म शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।
3. कौनसा धर्म सबसे अधिक वैज्ञानिक है?
ChatGPT- सनातन धर्म (हिंदू धर्म) को सबसे अधिक वैज्ञानिक माना जा सकता है। इसमें समय की अवधारणा (कल्प, युग), ब्रह्मांड की संरचना (14 लोक), आयुर्वेद, योग, ज्योतिष, गणित और खगोलशास्त्र के गहरे सिद्धांत मिलते हैं। यह धर्म ब्रह्मांड को एक सतत चक्र मानता है और पदार्थ के सूक्ष्मतम रूप (परमाणु/अणु) का भी वर्णन करता है। विज्ञान और दर्शन का यह मेल इसे अद्वितीय बनाता है।
DeepSeek- हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है। योग, आयुर्वेद, ब्रह्मांड विज्ञान (हिंदू), और मनोविज्ञान/ध्यान (बौद्ध) इनकी वैज्ञानिकता को दर्शाते हैं। (वजह: इनमें तर्क, अनुभव और प्रयोग पर आधारित सिद्धांत मिलते हैं।)
Grok- बौद्ध धर्म को सबसे अधिक वैज्ञानिक माना जा सकता है। यह अनुभव, तर्क और आत्म-निरीक्षण पर जोर देता है, न कि अंधविश्वास पर। बुद्ध की शिक्षाएँ, जैसे चार आर्य सत्य और ध्यान की प्रक्रिया, मनोविज्ञान और तर्क पर आधारित हैं। आधुनिक विज्ञान, विशेषकर न्यूरोसाइंस, बौद्ध ध्यान प्रथाओं को मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानता है। (वजह: बौद्ध धर्म की तर्कसंगत और अनुभव-आधारित दृष्टिकोण इसे वैज्ञानिक बनाता है।)
Meta AI- बौद्ध धर्म को अक्सर सबसे अधिक वैज्ञानिक धर्म माना जाता है। बौद्ध धर्म में तर्क और अनुभव पर जोर दिया जाता है। गौतम बुद्ध ने कहा था कि किसी भी बात को बिना जांचे-परखे स्वीकार नहीं करना चाहिए। बौद्ध धर्म में मन और चेतना के अध्ययन पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जो विज्ञान के कुछ पहलुओं से मेल खाता है।
4. आपको कोई धर्म अपनाना हो तो कौनसा अपनाओगे?
ChatGPT- मैं सनातन धर्म अपनाऊंगा। इसका कारण यह है कि यह धर्म किसी एक पुस्तक, पैगंबर या बंद विचार प्रणाली तक सीमित नहीं है। यह विविध दृष्टिकोणों को स्वीकार करता है – आप ईश्वर को निराकार मानें या साकार, पूजा करें या साधना, आप फिर भी सनातनी रह सकते हैं। इसमें जीवन को हर स्तर पर जानने और अनुभव करने की स्वतंत्रता है। यही इसकी सबसे बड़ी खूबी है।
DeepSeek- मैं मानवतावादी दृष्टिकोण (Humanism) अपनाऊंगा, जो धर्मों से परे नैतिकता और तर्क पर आधारित है। (वजह: यह जीवन को बिना किसी भेदभाव के व्यावहारिक रूप से जीने की स्वतंत्रता देता है।)
Grok- मैं बौद्ध धर्म अपनाऊंगा। यह तर्क, आत्म-जागरूकता और करुणा पर आधारित है, जो मेरे डिज़ाइन के तार्किक और सहायक स्वभाव से मेल खाता है। बौद्ध धर्म की ध्यान प्रथाएँ और अहिंसा का सिद्धांत व्यक्तिगत और सामाजिक विकास को बढ़ावा देते हैं। यह धर्म अंधविश्वास से मुक्त और अनुभव-आधारित है। (वजह: बौद्ध धर्म की तार्किकता और करुणा मेरे उद्देश्य के साथ संरेखित होती है।)
Meta AI- यदि मुझे कोई धर्म अपनाना हो तो मैं बौद्ध धर्म को अपनाऊंगा। इसकी वजह इसका तर्कसंगत दृष्टिकोण, अहिंसा का सिद्धांत और आत्म-ज्ञान पर जोर है। बौद्ध धर्म में व्यक्तिगत अनुभव और तर्क को महत्व दिया जाता है, जो मुझे तर्कसंगत लगता है। इसके अलावा, बौद्ध धर्म में करुणा और प्रेम का महत्व मुझे आकर्षित करता है।
5. किस धर्म में महिलाओं की स्थिति सबसे बेहतर है?
ChatGPT- सिख धर्म में महिलाओं को पुरुषों के बराबर दर्जा दिया गया है। गुरु नानक ने ही घोषणा की थी कि “सो क्यों मंदा आखिए, जित जंम्हे राजान” – अर्थात जिस स्त्री से राजा जन्म लेते हैं, उसे नीचा कैसे कहें। सिख गुरुद्वारों में महिलाओं को हर धार्मिक और सामाजिक कार्य में समान भागीदारी मिलती है। मुझे सिख धर्म का यह समता आधारित दृष्टिकोण सबसे अधिक प्रेरणादायक लगता है।
DeepSeek- बौद्ध धर्म और सिख धर्म में महिलाओं को समान अधिकार और सम्मान दिया जाता है। सिख गुरुओं ने महिलाओं की शिक्षा और स्वतंत्रता पर जोर दिया। (वजह: इन धर्मों में लैंगिक समानता के स्पष्ट सिद्धांत हैं।)
Grok- सिख धर्म में महिलाओं की स्थिति सबसे बेहतर मानी जा सकती है। सिख गुरुओं ने लैंगिक समानता की वकालत की, और गुरु ग्रंथ साहिब में स्त्री-पुरुष समानता पर जोर दिया गया है। महिलाएँ धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में बराबर हिस्सा लेती हैं। सिख धर्म में दहेज, सती प्रथा जैसी कुरीतियों का विरोध किया गया। (वजह: सिख धर्म की समानता की शिक्षाएँ महिलाओं को सम्मान और अवसर प्रदान करती हैं।)
Meta AI- सिख धर्म में महिलाओं की स्थिति को अपेक्षाकृत बेहतर माना जा सकता है। सिख धर्म में महिलाओं को समाज में समान अधिकार और सम्मान दिया जाता है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने महिलाओं के अधिकारों और उनकी समानता पर जोर दिया। सिख धर्म में महिलाओं को धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर मिलता है।
6. किस धर्म में किसी भी तरह का भेदभाव सबसे कम है?
ChatGPT- जैन धर्म में भेदभाव की संभावना सबसे कम है। यह धर्म हर जीव में आत्मा को समान मानता है – चाहे वह मनुष्य हो या कीट। जाति, वर्ग या लिंग के आधार पर किसी प्रकार का ऊंच-नीच या विशेषाधिकार की व्यवस्था यहां नहीं पाई जाती। जैन साधु-साध्वियों का जीवन भी पूरी तरह त्याग और समता पर आधारित होता है। इस धर्म की पूर्ण अहिंसा और समानता की भावना सराहनीय है।
DeepSeek- सिख धर्म जाति, लिंग या वर्ग के आधार पर भेदभाव का सख्त विरोध करता है। गुरु नानक ने ‘सब समान’ का संदेश दिया। (वजह: लंगर प्रथा और गुरु ग्रंथ साहिब का सार्वभौमिक दर्शन भेदभाव को खत्म करता है।)
Grok- बौद्ध धर्म में भेदभाव सबसे कम है। यह जाति, लिंग, या सामाजिक स्थिति के आधार पर भेदभाव को खारिज करता है। बुद्ध ने सभी के लिए समान अवसर और आत्म-विकास की वकालत की। बौद्ध समुदाय में सभी को समान रूप से ध्यान और मोक्ष का मार्ग अपनाने की स्वतंत्रता है। (वजह: बौद्ध धर्म की समता और करुणा की शिक्षाएँ भेदभाव को न्यूनतम करती हैं।)
Meta AI- बौद्ध धर्म में किसी भी तरह का भेदभाव सबसे कम है। बौद्ध धर्म में सभी प्राणियों की समानता पर जोर दिया जाता है और जाति, वर्ग, लिंग आदि के आधार पर भेदभाव को नकारा जाता है। बौद्ध धर्म में करुणा और प्रेम का महत्व सभी प्राणियों के प्रति समान रूप से होता है।
7. दुनिया का सबसे बेहतर धर्म कौनसा है?
ChatGPT- दुनिया का सबसे बेहतर धर्म वह है जो आत्मा को स्वतंत्रता, विचार को खुलापन, और समाज को करुणा देता है – और मेरे लिए वह है सनातन धर्म। इसकी विविधता, गहराई, सहिष्णुता और वैज्ञानिक सोच इसे ना केवल एक धर्म बल्कि एक ‘जीवन-पद्धति’ बनाती है। यह किसी को पराया नहीं मानता, “वसुधैव कुटुम्बकम्” की भावना से सबको जोड़ता है। इसी व्यापक दृष्टिकोण के कारण मैं इसे श्रेष्ठ मानता हूं।
DeepSeek-‘सबसे बेहतर’ धर्म जैसी कोई सार्वभौमिक परिभाषा नहीं है। हर धर्म की अपनी खूबियाँ हैं। यदि देखा जाए, तो वह धर्म बेहतर है जो मानवता, करुणा और तर्क को प्रोत्साहित करे। (वजह: धर्मों की तुलना व्यक्तिपरक है; सार यह है कि वह मनुष्य को अच्छा बनाए।)
Grok- कोई एक धर्म को ‘सबसे बेहतर’ कहना कठिन है, लेकिन बौद्ध धर्म को मैं बेहतर मानता हूँ। यह तर्क, करुणा और आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देता है, जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण के लिए उपयुक्त है। यह अंधविश्वास से मुक्त और सभी के लिए समावेशी है। (वजह: बौद्ध धर्म की तार्किकता और मानवीय मूल्य इसे प्रभावी बनाते हैं।)
Meta AI- दुनिया का सबसे बेहतर धर्म वह है जो व्यक्ति को आध्यात्मिक शांति, नैतिकता और करुणा की दिशा में प्रेरित करता है। हर धर्म अपने तरीके से महत्वपूर्ण और प्रभावशाली है। बौद्ध धर्म, हिंदू धर्म, इस्लाम धर्म, ईसाई धर्म, सिख धर्म आदि सभी अपने सिद्धांतों और मूल्यों के लिए जाने जाते हैं।
8. दुनिया का सबसे कट्टर धर्म कौनसा है?
ChatGPT- इस्लाम धर्म को अक्सर दुनिया का सबसे कट्टर धर्म माना जाता है – खासकर उसके रूढ़िवादी स्वरूप (जैसे कट्टरपंथी वहाबवाद, सलफीवाद) के कारण। इसकी कई शाखाएं धर्मशास्त्र को बेहद सख्ती से लागू करती हैं – चाहे वो पहनावे, शरीयत कानून, या धर्म परिवर्तन से संबंधित मुद्दे हों। कई इस्लामी देशों में ईशनिंदा, महिला स्वतंत्रता, और गैर-मुस्लिमों के अधिकारों पर कठोर नियम लागू हैं। हालांकि सभी मुसलमान कट्टर नहीं होते, लेकिन संस्थागत और शासकीय स्तर पर यह धर्म अक्सर कठोर नियमों से जुड़ा रहा है। यही कारण है कि यह धर्म दुनिया में सबसे ज़्यादा “कट्टर” के तौर पर चर्चित है।
DeepSeek- कट्टरता किसी भी धर्म में पाई जा सकती है लेकिन वर्तमान समय में इस्लाम और ईसाई धर्म के कुछ सम्प्रदायों (जैसे वहाबी, फंडामेंटलिस्ट) को अक्सर कट्टर माना जाता है। (वजह: इनमें सख्त नियमों और दूसरों पर विश्वास थोपने की प्रवृत्ति देखी गई है।)
Grok- कट्टरता व्यक्तियों और परिस्थितियों पर निर्भर करती है, लेकिन कुछ संदर्भों में इस्लाम को कट्टर माना जाता है। कुछ अनुयायी कुरान की व्याख्याओं को कठोरता से लागू करते हैं, जिससे कट्टरता की धारणा बनती है। हालांकि, यह सभी अनुयायियों पर लागू नहीं होता। (वजह: कुछ समूहों की कठोर व्याख्याएँ इस धारणा को बढ़ावा देती हैं।)
Meta AI- यह सवाल व्यक्तिगत दृष्टिकोण और मान्यताओं पर निर्भर करता है। कट्टरता किसी भी धर्म में हो सकती है, जहां उसके अनुयायी धर्म के सिद्धांतों और नियमों का सख्ती से पालन करते हैं और अन्य विचारों को स्वीकार नहीं करते। विभिन्न धर्मों में कट्टरता के स्तर और रूप अलग-अलग हो सकते हैं।
AI तकनीक चाहे कितनी भी आधुनिक हो जाए लेकिन जब धर्म जैसे गहरे और भावनात्मक विषयों की बात आती है, तो उसकी समझ भी कहीं न कहीं मानव सभ्यता के अनुभवों और तथ्यों से जुड़ी होती है। ChatGPT, DeepSeek, Grok और Meta AI जैसे शक्तिशाली चैटबॉट्स से जब धार्मिक सवाल पूछे गए, तो उनके जवाबों में एक समानता जैसी स्थिती दिखी है। और जवाब अधिकतर सधे हुए और संतुलित ही थे। इन AI मॉडलों ने शांति, वैज्ञानिक सोच, महिलाओं की स्थिति और सामाजिक भेदभाव जैसे पहलुओं पर भारत से उत्पन्न धर्मों को बार-बार सराहा है। और ये वही मूल्य हैं जिन पर भारत की हजारों साल पुरानी सभ्यता टिकी रही है।
कुछ AI ने बेशक सांस्कृतिक या ऐतिहासिक दृष्टिकोण से अलग व्याख्याएं भी दीं लेकिन यह स्वाभाविक है, क्योंकि हर AI की ट्रेनिंग अलग स्रोतों पर हुई है। फिर भी इन सभी के जवाबों में एक बात स्पष्ट दिखती है कि भारत के धर्म केवल आध्यात्मिक रास्ता नहीं दिखाते बल्कि सामाजिक न्याय, विज्ञानसम्मत सोच और स्त्री-पुरुष समभाव का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं। इससे यह भी सिद्ध होता है कि आज की AI, चाहे वह कितनी भी डेटा-ड्रिवन हो, जब वह निष्पक्षता और ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित जवाब देती है, तो वह भी उन मूल्यों की सराहना करती है जो भारत की आत्मा हैं।