इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या की आरोपी उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी को मेघालय की जेल में रहते हुए एक महीना हो गया है। सोनम रघुवंशी ने मेघालय की राजधानी शिलांग में हनीमून के दौरान अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा रघुवंशी की हत्या कर शव को वॉटर फॉल के पास धकेल दिया था। जेल में एक महीना बीता चुकी सोनम को लेकर लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं कि जेल की चारदीवारी के भीतर सोनम किस हालत में है? क्या उसे अपने किए पर पछतावा है? क्या वो अपने परिवार को याद करती है? क्या कोई उससे मिलने आता है? NDTV की एक रिपोर्ट में इस मामले में सूत्रों के हवाले से कई हैरान करने वाले दावे किए गए हैं।
परिवार से कोई मिलने तक नहीं आया
सोनम को गिरफ्तार हुए एक महीना बीत चुका है, लेकिन अब तक उससे कोई मिलने नहीं आया। न उसका भाई, न मां-पिता, न ही कोई रिश्तेदार या दोस्त। सबने जैसे उसे भुला दिया है। मगर हैरानी की बात ये है कि सोनम को इस बात का कोई दुख नहीं है। वो न घरवालों को याद करती है, न पति राजा रघुवंशी की हत्या पर कोई पछतावा जताती है। वो जेल में इस बारे में बात करने से भी बचती है।
बाकी महिला कैदियों में घुल-मिल गई है सोनम रघुवंशी
रिपोर्ट के मुताबिक, सोनम को महिला कैदियों के साथ ही रखा गया है और वो अब उनसे घुल-मिल गई है। किसी आम कैदी की तरह वो भी सुबह समय पर उठती है, जेल के नियमों का पालन करती है और बाकी कैदियों के साथ ही रहती है। वो न अपने केस के बारे में बात करती है, न ही अपने पुराने जीवन के बारे में। वो शांत रहती है, किसी से खास घुलती नहीं लेकिन माहौल में ढल गई है। अभी उसे जेल में कोई खास काम नहीं दिया गया है क्योंकि वह अभी विचाराधीन (अंडरट्रायल) कैदी है।
सोनम रघुवंशी को न अफसोस, न बातों में पछतावा
इस एक महीने में सोनम ने न तो जेल प्रशासन से और न ही किसी कैदी से कभी ये जाहिर किया कि उसे अपने किए पर कोई अफसोस है। उसका चेहरा भावहीन रहता है, न रोती है, न परेशान दिखती है। वो बिलकुल सामान्य ढंग से दिन बिताती है, जैसे कुछ हुआ ही न हो। सोनम को जेल वॉर्डन के ऑफिस के पास वाले एक बैरक में रखा गया है, जहां उसके साथ दो सीनियर महिला कैदियां भी हैं। उसकी 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाती है, ताकि कोई गड़बड़ी न हो। इस जेल में कुल 496 कैदी हैं, जिनमें सिर्फ 20 महिला कैदी हैं। यहां पहले से एक महिला हत्या के मामले में सजा काट रही है, अब सोनम दूसरी ऐसी महिला कैदी है जिस पर हत्या का आरोप है।
TV देखने की इजाज़त, लेकिन कोई बात करने वाला नहीं
जेल नियमों के अनुसार, सोनम को टीवी देखने की अनुमति है। साथ ही उसे फोन पर बात करने और परिवार से मिलने की भी इजाज़त है। लेकिन अब तक न कोई मिलने आया, न किसी का फोन आया। वो खुद भी किसी से बात करने की कोशिश नहीं करती। जेल प्रशासन की योजना है कि आने वाले दिनों में सोनम को सिलाई और स्किल डेवलपमेंट जैसे कामों में शामिल किया जाएगा, ताकि वह जेल में रहते हुए कुछ नया सीख सके।