प्रयागराज से केरल ले जाकर लड़की का ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण कराने और फिर जिहादी प्रशिक्षण के लिए दबाव बनाने के मामले में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं। अब इस मामले में पुलिस ने जांच का दायरा भी बढ़ा दिया है। हालांकि, मामले का एक आरोपी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
प्रयागराज से दिल्ली के बीच 13 बार फोन
पुलिस को पूछताछ में पीड़ित किशोरी ने बताया कि प्रयागराज से दिल्ली पहुंचने तक दरकशा बार-बार ताज से फोन पर बात करती रही. उसे बताती रही कि अब वह कहां पहुंची है। पुलिस ने कॉल डिटेल खंगाला तो पता चला कि प्रयागराज से दिल्ली पहुंचने तक आठ और नौ मई के दौरान दोनों के बीच 13 बार फोन पर बात हुई। पीड़ित ने बताया कि केरल पहुंचने पर दरकशा ने किसी को फोन किया। इसके बाद एक कार आई और दोनों को त्रिशूर के एक हॉस्टल ले जाया गया।
जानकरारी हो कि प्रयागराज के फूलपुर क्षेत्र की 15 वर्षीय नाबालिग लड़की को बीती 8 मई को कथित तौर पर लालच देकर अगवा किया गया था. इस मामले में पीड़िता की मां ने 28 जून को फूलपुर थाने में शिकायत दर्ज करायी। इसमें उन्होंने अपनी बेटी को बहलाने-फुसलाने और धर्म परिवर्तन के लिए केरल ले जाने का आरोप लगाया था. पुलिस के अनुसार 19 वर्षीय दरकशा बानो नाबालिग को पैसे और बेहतर भविष्य का लालच देकर अपने साथ ले गई. मोहम्मद कैफ की मदद से लड़की को प्रयागराज जंक्शन से दिल्ली और फिर केरल के त्रिशूर तक ले जाया गया. पीड़िता ने बताया कि त्रिशूर में उसे एक हॉस्टल में ले जाया गया, जहां कई अन्य लड़कियां और लंबी दाढ़ी वाले लोग मौजूद थे. वहां उस पर इस्लाम अपनाने और जिहादी गतिविधियों में शामिल होने का दबाव डाला गया. डर के मारे उसने भागने का फैसला किया और त्रिशूर रेलवे स्टेशन पहुंच गई, जहां स्थानीय पुलिस ने उसे बचाया और चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) को सौंप दिया.
दो गिरफ्तार, ताज मोहम्मद फरार
इस मामले में गंगानगर जोन के डीसीपी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि पीड़िता के बयान और मां की शिकायत के आधार पर दरकशा बानो और मोहम्मद कैफ को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. डीसीपी ने कहा कि दरकशा बानो एक संगठित गिरोह का हिस्सा है, जो गरीब और दलित लड़कियों को निशाना बनाकर धर्म परिवर्तन और आतंकी गतिविधियों के दलदल में धकेलता है.
ताज के ठिकानों पर चल रही छापेमारी
पुलिस अब फरार आरोपी ताज मोहम्मद की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. ताज के बारे में जानकारी मिली है कि वह त्रिशूर में हो सकता है। इसको लेकर केरल पुलिस के साथ मिल प्रयागराज पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए सर्विलांस का सहारा ले रही है. डीसीपी ने बताया कि ताज की गिरफ्तारी से इस साजिश में और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.
पीड़िता को दी गई सुरक्षा
पुलिस ने फिलहाल नाबालिग लड़की को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की देखरेख में रखा है. उसकी सुरक्षा के लिए प्रयागराज में ‘वन स्टॉप सेंटर’ में व्यवस्था की गई है. जल्द ही मजिस्ट्रेट के सामने उसके बयान दर्ज कराए जाएंगे। जो इस मामले में कानूनी कार्रवाई को और मजबूत करेंगे. पीड़िता की मां को धमकी देने की शिकायत के बाद उनके परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है.
कौन है ताज
जेल भेजे जाने से पहले पूछताछ में आरोपी दरकशा ने पुलिस को बताया कि ताज फूलपुर के जोगिया शेखपुर का रहने वाला है। वह उसकी बहन का देवर है। वह कई सालों से केरल में रहकर नौकरी करता है। ताज के कहने पर ही वह किशोरी को लेकर केरल गई थी। ताज ने कहा था कि वहां नौकरी के लिए लड़कियों की जरूरत है और इसके लिए उसे अच्छा कमीशन मिलेगा। पीड़िता की मां ने जो तहरीर दी है उसके अनुसार, 8 मई को उसके गांव की दरकशा बानो नामक महिला बेटी को पैसों का लालच देकर अपने साथ ले गई थी। दरकशा और मोहम्मद कैफ नामक युवक ने लड़की को पहले प्रयागराज जंक्शन पहुंचाया, जहां रास्ते में छेड़खानी भी की गई। इसके बाद दरकशा लड़की को दिल्ली और फिर केरल के त्रिशूर ले गई। यहां जिहादी बनाने की साजिश शुरू हुई।
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प्रतीकात्मक तस्वीर