प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्राजील सरकार ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘नेशनल ऑर्डर ऑफ सदर्न क्रॉस’ से सम्मानित किया है। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने ब्राजील और अन्य देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो। प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान भारत और ब्राजील के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक सहयोग को बढ़ावा देने के उनके योगदान के लिए प्रदान किया गया है।
‘नेशनल ऑर्डर ऑफ सदर्न क्रॉस’ ब्राजील का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसकी स्थापना वर्ष 1822 में की गई थी। यह सम्मान आमतौर पर विदेशी राष्ट्र प्रमुखों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावशाली व्यक्तित्वों को दिया जाता है, जिससे ब्राजील अपने वैश्विक साझेदारों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करता है। नरेंद्र मोदी से पहले भी कई वैश्विक नेताओं को यह सम्मान दिया जा चुका है।
प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी के वक्तव्य
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह सम्मान भारत और ब्राजील के बीच गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि दोनों देश रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सुपर कंप्यूटर के क्षेत्र में भी आपसी सहयोग बढ़ रहा है, जो समावेशी विकास और मानव-केंद्रित नवाचार की समान सोच को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि ब्राजील में भारत की यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्रणाली को लागू करने को लेकर भी दोनों देश मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत डिजिटल, सार्वजनिक अवसंरचना और अंतरिक्ष क्षेत्र में जो सफलताएं हासिल कर चुका है, उन्हें ब्राजील के साथ साझा करने के लिए तैयार है।
कृषि और स्वास्थ्य में साझेदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में भारत-ब्राजील सहयोग दशकों पुराना है। अब यह साझेदारी कृषि अनुसंधान और खाद्य प्रसंस्करण जैसे नए क्षेत्रों तक भी विस्तारित हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ रहा है, और ब्राजील में आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच मित्रता और जनसंपर्क संबंधों की मज़बूत बुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि खेलों के प्रति गहरी रुचि भारत और ब्राजील को और करीब लाती है। उन्होंने इच्छा जताई कि भारत और ब्राजील के बीच लोगों का संपर्क, विशेषकर पर्यटकों, छात्रों, खिलाड़ियों और व्यापारियों के लिए और अधिक सुगम बनाया जाए, ताकि यह संबंध बिना किसी वीज़ा बाधा के और अधिक जीवंत, उत्साहपूर्ण और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनें।
वैश्विक मंच पर भारत-ब्राजील समन्वय
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत और ब्राजील हमेशा घनिष्ठ समन्वय के साथ कार्य करते आए हैं। उन्होंने बताया कि दोनों देश, जो विश्व के बड़े लोकतांत्रिक राष्ट्र हैं, मिलकर न केवल वैश्विक दक्षिण बल्कि संपूर्ण मानवता के हितों के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं और चिंताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामने लाना दोनों देशों की नैतिक जिम्मेदारी है।
स्थिरता, संतुलन और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज के विश्व में जब तनाव और अनिश्चितता का माहौल है, तब भारत-ब्राजील साझेदारी स्थिरता और संतुलन का एक मजबूत स्तंभ है। उन्होंने कहा कि दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि किसी भी विवाद का समाधान संवाद और कूटनीति के माध्यम से ही होना चाहिए। आतंकवाद के मुद्दे पर भी दोनों देशों की सोच एक जैसी है। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि आतंकवाद और उसके समर्थकों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना चाहिए और इस पर किसी भी प्रकार के दोहरे मापदंड स्वीकार्य नहीं हैं।
इस प्रकार, प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत और ब्राजील के बीच बहुआयामी सहयोग को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।