दिल्ली पुलिस के वर्तमान कमिश्नर संजय अरोड़ा 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इसको लेकर नये पुलिस कमिश्नर के लिए गृह मंत्रालय में मंथन शुरू हो चुका है। सूत्रों की मानें तो अगस्त माह के पहले ही दिन दिल्ली को नया पुलिस आयुक्त मिल जाएगा। इस बार कयास ये है कि दिल्ली पुलिस के ही किसी शीर्ष अधिकारी को पुलिस का नया मुख्यिा बनाया जाए,लेकिन गृह मंत्रालय ने ये भी साफ कर दिया है कि मौजूदा दिल्ली पुलिस में कार्यरत किसी भी शीर्ष अधिकारी को पुलिस आयुक्त नहीं बनाया जाएगा।
सूत्रों की मानें तो अगर दिल्ली के यूटी कैडर से किसी को दिल्ली पुलिस का नया मुखिया बनाया जाता है तो सतीश गोलचा का नाम सबसे ऊपर है। जानकारी हो कि सतीश गोलचा वर्तमान में वर्तमान में दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (इंटेलिजेंस) हैं। उनके पास तिहाड़ जेल के निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी है। इन्हें वीआईपी सिक्योरिटी, इंटेलिजेंस, लॉ एंड ऑर्डर और आर्थिक अपराध शाखा जैसे प्रमुख विभागों का नेतृत्व करने का अनुभव है। वे प्रशासनिक कुशलता और शांत नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं। इस कारण से इनका नाम इनमें सबसे ऊपर माना जा रहा है।
जानें सीएम रेखा गुप्ता की पसंद
गृह-मंत्रालय के आंतरिक सूत्रों की मानें तो मौजूदा समय में कई आईपीएस के नामों पर मंथन जारी है, लेकिन मौजूदा समय में आने वाले 3 से चाह माह के दौरान बीएसएफ, सीआईएसएफ सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत शीर्ष अधिकारी सेवानिवृत्त होने वाले हैं। ऐसे में मुशिकलें ये है कि उन पदों के लिए बेहतर और अनुभव वाला अधिकारी चाहिए।
मंत्रालय ये भी चाहता है कि दिल्ली का नया मुखिया ऐसा हो जो एलजी और मौजूदा मुख्यमंत्री से भी बेहतर तालमेल बना कर चले। सूत्रों के मुताबिक हाल में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी नए मुखिया के तौर पद दिल्ली के किसी शीर्ष अधिकारी को ही बनाए जाने की पैरवी की थी। इसलिए कुछ शीर्ष अधिकारी दिल्ली में तैनात स्पशेल सीपी में से किसी को नया मुखिया बनाना चाहते है। ऐसे में सतीश गोलचा के नाम की चर्चा सबसे अधिक हो रही है। हालांकि, कुछ अधिकारियों और मंत्रालय का तर्क है ऐसा करने से विभाग में आतंरिक तनाव पैदा हो सकता है। इसलिए बाहरी कैडर के ही महत्वपूर्ण व्यक्ति को इसकी कमान सौंपी जाए।
इन नामों पर चल रहा है मंथन
सतीश गोलचा
जानकारी हो कि सतीश गोलचा वर्तमान में दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर (इंटेलिजेंस) हैं। उनके पास तिहाड़ जेल के निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी है। अब अगर सीएम की चाहत के अनुसार, दिल्ली के यूटी कैडर से दिल्ली पुलिस को नया मुखिया मिलता है तो सतीश गोलचा का नाम सबसे ऊपर हैं। इन्हें वीआईपी सिक्योरिटी, इंटेलिजेंस, लॉ एंड ऑर्डर और आर्थिक अपराध शाखा जैसे प्रमुख विभागों का नेतृत्व करने का अनुभव है। वे प्रशासनिक कुशलता और शांत नेतृत्व क्षमता के लिए भी जाने जाते हैं। गोलचा दिल्ली पुलिस में जिले में डीसीपी, रेंज में संयुक्त आयुक्त और विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था भी रह चुके हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। दिल्ली दंगे के दौरान 2020 के वह स्पेशल सीपी लॉ एंड आर्डर थे। उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में भी पुलिस महानिदेशक के रूप में काम किया है। ये बातें उन्हें दिल्ली पुलिस का नया कमिश्नर बनाने के लिए काफी हैं।
आईपीएस ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह
ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह असम-मेघालय कैडर के 1991 बैच के आईपीएस अफसर है। उन्हें 18 जनवरी 2025 को कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा सीआरपीएफ का डायरेक्टर जनरल (डीजी) नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 30 नवंबर 2027 तक है। इससे पहले वे असम पुलिस के डीजीपी के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन, पुलिस सुधारों और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है। इन्हें नेशनल सिक्योरिटी का बेहद अच्छा अनुभव भी है।
आईपीएस प्रवीर रंजन
प्रवीण रंजन, 1993 बैच के एक अनुभवी भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं,वे दिल्ली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर (क्राइम) रह चुके हैं और कृषि आंदोलन (2020-21) के दौरान उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। करीब 1 साल पहले उन्हें चंडीगढ़ के डीजीपी पद से पदोन्नत कर सीआईएसएफ में एडीजी की कमान सौंपी गई है। वे पूर्व में एनआईए के शीर्ष पद भी रह चुके हैं।
वीरेन्द्र सिंह चहल
वीरेंद्र सिंह चहल फिलहाल दिल्ली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर के रूप में कार्यरत हैं। पूर्व में वे फिनांशल इंटेलिजेंस यूनिट, सीबीआई और इंटेलिजेंस ब्यूरो जैसे अहम संस्थानों में काम कर चुके हैं। उनका प्रशासनिक अनुभव और कानून-व्यवस्था में अच्छी पकड़ है। बताया जाता है गृह मंत्रालय और पीएमओ तक भी वे पंसदीदा अधिकारियों में गिने जाते हैं।