असम के श्रीभूमि जिले में 16 अगस्त 2025 को एक 14 साल की लड़की के साथ ऑटो रिक्शा में गैंगरेप की दिल दहला देने वाली घटना हुई। वह लड़की ना ही बोल सकती थी और ना ही सुन सकती थी। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपी- स्लामुद्दीन, मोनिरुद्दीन, दिलावर हुसैन और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। यह घटना उस समय हुई जब पीड़िता अपने भाई के साथ पैदल जन्माष्टमी मनाने के लिए रिश्तेदार के घर जा रही थी। इस मामले के बाद से लोगों मे गुस्सा और दुख दोनों देखने को मिला है। लड़की की स्थिति ने इस मामले के और ज्यादा गंभीर बना दिया है, क्योकि पीडिता अपनी तकलीफ किसी को बता भी नही सकती।
लड़की के साथ क्या हुआ?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दर्दनाक घटना तब हुई जब 14 साल की पीड़िता अपने भाई के साथ पैदल जन्माष्टमी का उत्सव मनाने के लिए अपने रिश्तेदार के घर जा रही थी। रास्ते में एक ऑटो रिक्शा अचानक उनके पास रुका। ऑटो में सवार लोगों ने लड़की के भाई को धक्का देकर उसे अलग कर दिया और लड़की को जबरदस्ती ऑटो में खींच लिया।
इसके बाद आरोपितों ने पीड़िता को सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ गैंग रेप किया। अपराध को अंजाम देने के बाद उन्होंने पीड़िता को सड़क किनारे छोड़ दिया और मौके से फरार हो गए। इस घटना ने लड़की के परिवार और वहां रहने वाले लोगों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
पीड़िता की स्थिति और बचाव
परिजनों ने पीड़िता की तलाश शुरू की और उसे सड़क पर बेसुध पड़े हुए पाया। बताया गया कि वह करीब तीन घंटे तक सड़क किनारे ऐसी ही हालत में थी। परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज शुरू हुआ। पीड़िता ना बोल सकती थी और ना ही सुन सकती थी, जिसकी वजह से वह अपने दर्द को बता नही सकी, लेकिन पुलिस और परिजनों की मदद से घटना की सभी जानकारी सामने आयई। इस घटना ने पीड़िता और उसके परिवार पर गहरी मानसिक और शारीरिक चोट पहुचाई है।
पुलिस की कार्रवाई
श्रीभूमि जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) पार्था प्रतिम दास ने बताया कि इस मामले में जल्दी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चारों आरोपियोंं को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से तीन आरोपियों – इस्लामुद्दीन, मोनिरुद्दीन और दिलावर हुसैन को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया। वहीं, नाबालिग आरोपी को सुधार गृह भेज दिया गया। पुलिस ने इस मामले में POCSO (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस) एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और ऐसी घटनाओं को होने से रोका जा सके।
इस घटना ने समाज में सुरक्षा और नाबालिगों के प्रति अपराधों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस मामले में कड़ी कार्रवाई और पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और जांच में सहयोग करने की अपील की है।