दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को बताया कि स्वतंत्रता दिवस से पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाल किला परिसर में जबरन प्रवेश करने की कोशिश कर रहे पांच बांग्लादेशी “अवैध प्रवासियों” को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना राजधानी में सुरक्षा बढ़ाए जाने के दौरान सामने आई है, जब स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जब लाल किले के प्रवेश नियंत्रण बिंदु पर तैनात पुलिसकर्मियों ने जांच की, तो इन पांचों युवकों को रोका। इनकी उम्र 20 से 25 साल के बीच थी। जांच के दौरान ये लोग वैध प्रवेश पास दिखाने में नाकाम रहे। इसके अलावा, पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि ये सभी भारत में बिना कानूनी अनुमति के रह रहे थे।
तीन-चार महीने पहले भारत में घुसे थे
पुलिस उपायुक्त (उत्तर जिला) राजा बंथिया ने बताया कि इन सभी को 4 अगस्त को लाल किले के पास रोका गया था। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे करीब तीन से चार महीने पहले अवैध तरीके से भारत में आए थे और दिल्ली में दिहाड़ी मजदूरी कर रहे थे। पुलिस ने यह भी बताया कि ये सभी व्यक्ति मजदूरी कर अपना गुज़ारा कर रहे थे और उन्हें नहीं पता था कि लाल किला 15 जुलाई से आम जनता के लिए बंद है।
संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली, वापस भेजने की प्रक्रिया जारी
बंथिया ने कहा कि पांचों के पास से कुछ बांग्लादेशी दस्तावेज बरामद किए गए हैं, लेकिन पूछताछ में किसी भी प्रकार की संदिग्ध सामग्री या गतिविधि सामने नहीं आई। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि उन्हें लाल किले की सार्वजनिक बंदी की जानकारी नहीं थी। हालांकि, सुरक्षा के लिहाज से इनकी पूरी जांच की गई है और किसी भी प्रकार का खतरा नहीं पाया गया है।
अवैध प्रवासियों की पहचान को लेकर खास अभियान
यह घटना तब हुई है जब 15 अगस्त को होने वाले 78वें स्वतंत्रता दिवस के लिए दिल्ली में सुरक्षा बहुत मजबूत की गई है। दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से देश में रह रहे लोगों, खासकर उन इलाकों में रहने वालों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर भेजने के लिए एक खास अभियान शुरू किया है।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की है कि पांचों व्यक्तियों से केंद्रीय एजेंसियों ने भी पूछताछ की है और अब उन्हें कानूनी प्रोटोकॉल के अनुसार बांग्लादेश वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है।