देशभक्ति और भक्ति का संगम: हैदराबाद मंडल ने रक्षा बलों को श्रद्धांजलि देने के लिए S-400 से प्रेरित भगवान गणेश की मूर्ति बनाई

यह मूर्ति सिर्फ भक्ति का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह देश की ताकत, एकता और स्थिरता को भी दर्शाती है।

देशभक्ति और भक्ति का संगम: हैदराबाद मंडल ने रक्षा बलों को श्रद्धांजलि देने के लिए S-400 से प्रेरित भगवान गणेश की मूर्ति बनाई

इस साल हैदराबाद के काचीगुडा इलाके में गणेश चतुर्थी को खास तरीके से मनाया जा रहा है। यहां भगवान गणेश की एक मूर्ति बनाई गई है, जो भारत की प्रसिद्ध एस-400 वायु रक्षा प्रणाली से प्रेरित है। यह नया और अलग सोच लोगों का ध्यान खींच रहा है क्योंकि इसमें आध्यात्मिकता के साथ-साथ देश की ताकत और मजबूती को भी दिखाया गया है।

यह मूर्ति सिर्फ भक्ति का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह देश की ताकत, एकता और स्थिरता को भी दर्शाती है। इस पंडाल की खास बात यह थीम है जो राष्ट्रीय सुरक्षा को दिखाती है और लोगों को देश के प्रति प्यार और जिम्मेदारी याद दिलाती है।

एस-400 रक्षा प्रणाली और ऑपरेशन सिंदूर की भूमिका

एस-400 वायु रक्षा प्रणाली ने ऑपरेशन सिंदूर में बहुत मदद की थी। इसके कारण भारत ने सीमा के उस पार से होने वाले हवाई हमलों को रोकने में सफलता पाई। ऑपरेशन सिंदूर की यह जीत पूरे देश के लिए गर्व की बात बन गई है।

ऐसी देशभक्ति से जुड़ी बातें इस त्योहार के सीजन में बहुत पसंद की जा रही हैं। ऑपरेशन सिंदूर की कहानी न सिर्फ गणेश चतुर्थी में, बल्कि आने वाली दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों में भी पंडालों के लिए एक खास विषय बन रही है।

पंडाल में भगवान गणेश की धार्मिक तस्वीर के साथ देशभक्ति की भावना जुड़ी हुई है, जो भक्तों को बहुत पसंद आ रही है। यहां बहुत सारे लोग आ रहे हैं और यह उत्सव देश की ताकत, भक्ति और एकता को अच्छी तरह दिखा रहा है।

मुंबई का लालबागचा राजा: एक प्रमुख आकर्षण

मुंबई का मशहूर लालबागचा राजा इस साल भी बहुत उत्साह से देखा जा रहा है। रविवार को इस मूर्ति की पहली झलक दिखाई गई, जिसमें भगवान गणेश को खूबसूरत मैजेंटा रंग के कपड़ों में सजाया गया था। भक्त इस नजारे को देखकर बहुत खुश हो गए।

लालबागचा राजा मुंबई का सबसे जाना-पहचाना और लोकप्रिय गणेश मंडल है। हर साल लाखों लोग इसे देखने आते हैं। यहां आम लोग और कई मशहूर लोग भी इस मूर्ति को देखने के लिए लंबी लाइन में खड़े रहते हैं।

गणेशोत्सव: दस दिन का पवित्र त्योहार

गणेश चतुर्थी का यह पवित्र त्योहार दस दिनों तक चलता है और अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है। इसे गणेश विसर्जन दिवस भी कहा जाता है। त्योहार के अंतिम दिन भगवान गणेश की मूर्तियों को भव्य जुलूस के साथ नदियों, झीलों या समुद्र में विसर्जित किया जाता है।

इस बार यह दस दिवसीय उत्सव बुधवार से शुरू होगा, जिसमें पूरे देश में भक्त बड़ी श्रद्धा के साथ हिस्सा लेते हैं।

ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई

जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को पहलगाम इलाके में लश्कर से जुड़े आतंकवादियों ने एक पर्यटक समूह पर हमला किया था। इस हमले में विदेशी पर्यटकों सहित कम से कम 26 लोग मारे गए और कई घायल हुए। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर की शाखा, द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी।

भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत इसका कड़ा जवाब दिया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के नौ आतंकवादी शिविरों पर हवाई हमला किया गया। इस हमले में लगभग 100 आतंकवादी मारे गए। इसके बाद सीमा पर चार दिनों तक लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और तोपखाने से गोलीबारी का दौर जारी रहा।

इस साल के गणेशोत्सव में देशभक्ति और आध्यात्मिकता का अनोखा मेल देखने को मिल रहा है। काचीगुडा के पंडाल में भगवान गणेश की एस-400 रक्षा प्रणाली से प्रेरित मूर्ति ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। साथ ही मुंबई का लालबागचा राजा भी अपनी रंग-बिरंगी झलक के साथ उत्सव में जान डाल रहा है।

वहीं, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने देश की सुरक्षा के प्रति एक मजबूत संदेश दिया है और इस विषय को त्योहारों में देशभक्ति की भावना को बढ़ाने वाला विषय माना जा रहा है। यह उत्सव न केवल भक्ति का पर्व है, बल्कि देश की एकजुटता और सुरक्षा की भावना को भी मजबूत करता है।

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