प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपनी परंपरागत ‘साफा स्टाइल’ को बरकरार रखते हुए एक बार फिर अनोखे अंदाज़ में देश को संबोधित किया। इस बार उन्होंने नारंगी (भगवा) रंग की पगड़ी पहनी, जो साहस और बलिदान का प्रतीक मानी जाती है।
उन्होंने सफेद कुर्ता, चूड़ीदार, और भगवा रंग की बंदगला जैकेट के साथ तिरंगा स्टोल पहनकर लाल किले से लगातार 12वीं बार देश को संबोधित किया। देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने ‘एक विकसित भारत’ बनाने का संकल्प दोहराया।
उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा: “आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को साकार करने और एक विकसित भारत के निर्माण के लिए और अधिक मेहनत करने की प्रेरणा दे। जय हिंद!”
2014 से हर साल बदलती पगड़ी: हर रंग, हर डिज़ाइन के पीछे एक संदेश
2014 से हर स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी एक नई और रंग-बिरंगी पगड़ी पहनते आ रहे हैं। ये सिर्फ फैशन नहीं बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं का प्रतीक होती है। आइए देखें पिछले दस वर्षों में उनके पगड़ियों के रंग और उनका संदेश:
2025: भगवा रंंग साहस का प्रतीक- इस वर्ष प्रधानमंत्री मोदी ने लंबी पूंछ वाली गहरी भगवा पगड़ी पहनी, जो साहस और बलिदान की भावना को दर्शाती है। यह उनके भारतीय परंपराओं के प्रति जुड़ाव को भी दिखाता है।
2024: लहरिया की विरासत- 2024 में उन्होंने नारंगी, पीले और हरे रंग की लहरिया पगड़ी पहनी थी, जो राजस्थान की मरुभूमि और संस्कृति से प्रेरित थी। इसके साथ उन्होंने सफेद कुर्ता-चूड़ीदार और हल्की नीली जैकेट पहनी थी।
2023: बांधनी की छटा- 2023 में पीएम मोदी ने पीली, हरी और लाल रंगों की राजस्थानी बांधनी पगड़ी पहनी थी। उन्होंने इसे ऑफ-व्हाइट कुर्ता-चूड़ीदार और काले जैकेट के साथ पहना, जिसमें ज्योमेट्रिक डिज़ाइन का रुमाल भी था।
2022: तिरंगा की झलक- 2022 की उनकी पगड़ी सफेद रंग की थी जिस पर केसरिया और हरे रंग की धारियां थीं जो तिरंगे की याद दिलाती है। साथ में उन्होंने हल्की नीली नेहरू जैकेट पहनी।
2021: महामारी के बीच रंगों का संदेश- कोविड महामारी के कठिन समय में, उन्होंने भगवा रंग की पगड़ी पहनी जिस पर लाल डिज़ाइन और गुलाबी पूंछ थी। गहरे नीले रंग की जैकेट और केसरी किनारी वाला स्कार्फ उनके आत्मविश्वास का प्रतीक था।
2020: क्रीम और साहस का संगम- इस साल उनकी पगड़ी केसरिया और क्रीम रंग की थी, जो एकता और सांस्कृतिक गर्व का प्रतीक थी। उन्होंने इसके साथ नारंगी और सफेद स्कार्फ भी पहना।
2019: विरासत का सम्मान- इस साल की पगड़ी में जटिल कढ़ाई थी और साथ में एक खास स्टोल भी था। यह भारतीय कारीगरों की कला को सलाम था और आधुनिक सोच के साथ परंपरा का मेल दिखाता था।
2018: शाही अंदाज़- प्रधानमंत्री ने लाल डिज़ाइन वाली भगवा पगड़ी पहनी, जिसमें घुटनों तक पहुँचने वाली पूंछ थी। सफेद स्टोल पर ज्योमेट्रिक बॉर्डर इसे और खास बना रहा था।
2017: गर्व के साथ पीला रंग- इस साल उन्होंने परंपरागत डिज़ाइन वाली पीली पगड़ी पहनी, जो राष्ट्र के प्रति गर्व और आधुनिकता का सुंदर मेल थी।
2016: टाई-डाई की परंपरा- 2026 में उन्होंने गुलाबी और पीले रंग की टाई-डाई पगड़ी पहनी, जो त्योहारों और आज़ादी के जश्न का रंगीन प्रतीक थी।
2015: पारंपरिक क्रॉस डिज़ाइन- 2015 में उनकी राजस्थानी पगड़ी में पीले रंग पर बहुरंगी क्रॉस लाइनें थीं, और इसकी लंबी पूंछ ने पारंपरिक भव्यता को दर्शाया।
2014: पीएम के रूप में पहली झलक – 2014 में अपने पहले स्वतंत्रता दिवस भाषण के दौरान मोदी ने नारंगी, पीले और हरे रंगों की राजस्थानी पगड़ी पहनी थी जो नए नेतृत्व और उत्सव का प्रतीक थी।
पगड़ी से जुड़ा संदेश: सिर्फ पहनावा नहीं, एकता और संस्कृति का प्रतीक
हर साल प्रधानमंत्री मोदी की पगड़ी न सिर्फ रंग-बिरंगी होती है, बल्कि वह भारतीय संस्कृति, एकता और देशभक्ति का प्रतीक बन चुकी है। ये पगड़ियाँ भारत की विविधता को सम्मान देती हैं और हर साल एक नया संदेश लेकर आती हैं।