हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुई भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। यह निर्णय सुरक्षा कारणों और दोनों प्रमुख मार्गों, बालटाल और पहलगाम पर ट्रैक की स्थिति को देखते हुए लिया गया है। प्रशासन के अनुसार, 3 अगस्त 2025 से यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है जब तक कि ट्रैक की मरम्मत पूरी नहीं हो जाती।
भारी बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें
कश्मीर संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने जानकारी देते हुए कहा कि हाल में हुई मूसलधार बारिश ने यात्रा मार्गों को काफी नुकसान पहुंचाया है। बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर भूस्खलन, पानी भराव और फिसलन जैसी समस्याएँ देखी गई हैं, जिससे यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों की जान को खतरा हो सकता है। इसके चलते प्रशासन ने ट्रैक पर भारी मशीनरी और कर्मचारियों को मरम्मत कार्यों के लिए तैनात किया है। उन्होंने बताया, “हम ट्रैक पर काम करवा रहे हैं, लेकिन लगातार बारिश और खतरनाक परिस्थितियों की वजह से यात्रा को फिलहाल फिर से शुरू करना संभव नहीं है।”
4.10 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
इस वर्ष की यात्रा अब तक सफल और शांतिपूर्ण रही है। 30 जून 2025 को शुरू हुई इस धार्मिक यात्रा में अब तक 4.10 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अच्छी मानी जा रही है। यात्रा के दौरान CRPF, ITBP, सेना और स्थानीय पुलिस बल की मौजूदगी में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं।
यात्रियों को सलाह: प्रशासनिक निर्देशों का करें पालन
प्रशासन ने सभी पंजीकृत यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे सरकारी दिशानिर्देशों और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें। जिन श्रद्धालुओं ने आगे की तारीखों के लिए यात्रा की योजना बनाई है, उनसे अपील की गई है कि वे अमरनाथ श्राइन बोर्ड की वेबसाइट या यात्रा नियंत्रण कक्ष से नियमित अपडेट लेते रहें।
यात्रा फिर से शुरू होने की तारीख पर नजर
हालांकि प्रशासन ने अभी यात्रा दोबारा कब शुरू होगी, इसकी कोई निश्चित तारीख नहीं दी है, लेकिन मरम्मत कार्य पूरा होते ही स्थिति की समीक्षा की जाएगी और मौसम को देखते हुए आगे का फैसला लिया जाएगा।
अमरनाथ यात्रा सिर्फ धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि कश्मीर की पर्यटन और अर्थव्यवस्था के लिए भी अहम है। इसलिए इसे सुरक्षित और व्यवस्थित बनाना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है।