एक 30 वर्षीय युवक, जिसका नाम जीवन खान बताया गया है, जिसे पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को जैसलमेर में सैन्य खुफिया (MI) कर्मियों ने उसे हिरासत में लिया और अगले दिन बुधवार को स्थानीय कोतवाली पुलिस को सौंप दिया, यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
जीवन खान संकड़ा क्षेत्र का निवासी है और पहले एक रेस्टोरेंट में काम करता था, जो सैन्य क्षेत्र के पास स्थित है। इस संदिग्ध गतिविधि के चलते उस पर निगाह बनी हुई थी।
मामले की शुरूआत, अंदर प्रवेश करते समय रोक
घटना उस समय शुरू हुई जब 19 अगस्त को जीवन खान सेना स्टेशन के भीतर दोबारा प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। सुरक्षा गेट पर उसे कुछ असामान्य व्यवहार के चलते रोका गया। जब जवानों ने उसका मोबाइल फोन चेक किया, तो उसमें संदिग्ध जानकारी मिली। इसके बाद MI के अधिकारियों ने उसे तुरंत पकड़ लिया और बाद में जांच के लिए पुलिस को सौंप दिया।
प्रारंभिक पूछताछ और आगे की योजना
शुरुआती पूछताछ में जीवन खान ने माना कि उसके कुछ रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए अब उसे जॉइंट इंटरोगेशन सेंटर (JIC) में ले जाया जाएगा।
JIC एक ऐसी जगह है जहाँ देश की अलग-अलग सुरक्षा और खुफिया एजेंसियाँ मिलकर पूछताछ करती हैं। वहाँ यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि जीवन खान का पाकिस्तान से कोई सीधा संपर्क था या नहीं, और क्या उसने कोई गोपनीय जानकारी साझा की थी।
जैसलमेर में लगातार चौथा मामला, सुरक्षा पर खतरा
इस महीने जैसलमेर में यह चौथा मामला है, जब किसी पर जासूसी का शक हुआ है। इससे सीमा की सुरक्षा को लेकर बड़ी चिंता सामने आई है। इससे पहले, 13 अगस्त को महेंद्र प्रसाद नाम के व्यक्ति को पकड़ा गया था। वह DRDO गेस्ट हाउस में ठेके पर मैनेजर के तौर पर काम करता था, जो चंदन फील्ड फायरिंग रेंज के पास है।
उस पर आरोप है कि वह पाकिस्तान की ISI के संपर्क में था और सोशल मीडिया के जरिए सेना और DRDO की जानकारी भेज रहा था। अब महेंद्र प्रसाद और जीवन खान के मामलों के बीच कोई संबंध है या नहीं, यह जांच की जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब सीमा क्षेत्र में निगरानी और सुरक्षा और ज्यादा कड़ी कर दी गई है, और एजेंसियाँ ऐसे मामलों पर सख्त नजर रखे हुए हैं।