जम्मू-कश्मीर में कुलगाम के ऑपरेशन अखल के तहत जंगल में जारी एनकाउंटर में दो जवान शहीद हो गए जबकि एक और आतंकी मारा गया। इससे पहले 2 अगस्त को दो आतंकी मारे गए थे। शनिवार सुबह यह जानकारी सामने आई। आपको बता दें कि ऑपरेशन अखल 1 अगस्त से जारी है।
जानकारी हो कि ऑपरेशन के दौरान शुक्रवार को कुल चार जवान घायल हुए थे। इलाज के दौरान लांस नायक प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह की मौत हो गई। इस ऑपरेशन में अब तक कुल 10 जवान घायल हो चुके हैं। 2 अगस्त की सुबह मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान पुलवामा के हारिस नजीर डार के रूप में की गई थी। वह सी-कैटेगरी का आतंकी था।
दोनों ओर से जारी है फायरिंग
हारिस उन 14 लोकल आतंकियों की लिस्ट में था, जिनके नाम खुफिया एजेंसियों ने पहलगाम हमले के बाद 26 अप्रैल को जारी किए थे। उसके पास से AK-47 राइफल, मैगजीन और गोला-बारूद बरामद हुआ था। ऑपरेशन अखल को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और CRPF अंजाम दे रहे हैं। जंगल में अभी और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। दोनों ओर से फायरिंग जारी है।
जंगल में हैं कितने आतंकी, आंकड़ा साफ नहीं
सेना के एक अधिकारी ने बताया था कि इलाके में आतंकी गतिविधियों की गुप्त सूचना मिलने के बाद 1 अगस्त की शाम में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी थी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई थी। जंगल में कुल कितने आतंकी छिपे हैं, इसका आंकड़ा अब तक साफ नहीं है। इससे पहले 28 जुलाई को सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन महादेव के तहत, लिडवास के जंगलों में पहलगाम हमले में शामिल 3 आतंकियों को मारा था। 31 जुलाई को पुंछ में LoC के पास दो और आतंकी घुसपैठ के दौरान मारे गए थे।
अब भी जारी है सात आतंकियों की तलाश
सुरक्षाबलों ने जिन 14 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, उनमें से अब तक 7 आतंकी मारे जा चुके हैं। हारिस नजीर को छोड़कर, बाकी के 6 आतंकी मई को शोपियां और पुलवामा में एनकाउंटर के दौरान मारे गए थे।शोपियां में 13 मई को ढेर किए गए आतंकियों के नाम शाहिद कुट्टे, अदनान शाफी, अहसान उल हक शेख थे। 15 मई को पुलवामा एनकाउंटर में आमिर नजीर वानी, यावर अहमद भट और आसिफ अहमद शेख मारा गया था।
ऑपरेशन महादेव के दौरान मारे गए थे तीन आतंकी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव के अगले दिन, 29 जुलाई को पहलगाम हमले के आतंकियों के मारे जाने की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि 28 जुलाई को इन्हें मार गिराया गया। इनके नाम सुलेमान, अफगान और जिब्रान हैं। ये तीनों आतंकी पहलगाम हमले में शामिल थे। अमित शाह ने बताया कि पाकिस्तानी वोटर ID-चॉकलेट से पहलगाम के आतंकियों की पहचान की गई थी। हमले के दिन प्लानिंग की, 3 महीने ट्रैक किया फिर घेरकर मारा। हमारे पास इसके सबूत भी हैं।’ उन्होंने बताया कि आतंकियों की मदद करने वाले 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।