बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस की केरल इकाई का एक विवादित ट्वीट विपक्ष के लिए सिरदर्द और भाजपा-जेडीयू गठबंधन के लिए बड़ा चुनावी मुद्दा बन चुका है। शुक्रवार को कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बीड़ी पर जीएसटी दर में कटौती को बिहार से जोड़ते हुए लिखा –
“B से बीड़ी, B से बिहार – अब इसे पाप नहीं माना जाएगा।”
यह ट्वीट हटाए जाने के बाद भी बिहार में राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा और जेडीयू नेताओं ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए इसे बिहार और उसकी अस्मिता का अपमान करार दिया।
भाजपा का पलटवार – कांग्रेस का असली चेहरा उजागर
भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि यह ट्वीट कांग्रेस की मानसिकता का प्रमाण है। “कांग्रेस हमेशा गरीब और पिछड़े राज्यों का मजाक उड़ाती आई है। लेकिन बिहार अब चुप नहीं बैठेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के विकास के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं, और कांग्रेस के इस अपमान का जवाब जनता वोट की चोट से देगी।”
भाजपा नेताओं ने यह भी याद दिलाया कि मोदी सरकार ने बिहार को रिकॉर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग दी है – एक्सप्रेसवे, रेलवे आधुनिकीकरण और जल-जीवन मिशन जैसी योजनाओं से करोड़ों लोगों को सीधा लाभ हुआ है।
जेडीयू का सीधा हमला – ‘B’ से बुद्धि भी होती है
जेडीयू नेता और मंत्री संजय कुमार झा ने कांग्रेस पर सीधा हमला बोला –“बी सिर्फ बीड़ी नहीं है, बी बुद्धि भी है, जो कांग्रेस के पास नहीं है। यह वही बिहार है जिसने कांग्रेस की तानाशाही के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का बिगुल फूंका था।” झा ने कहा कि लोग कांग्रेस के इस अपमान का बदला लोकतांत्रिक तरीके से लेंगे।
चुनावी समीकरण पर असर
विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद भाजपा-जेडीयू गठबंधन के लिए चुनावी मुद्दा बन सकता है। बिहार में अस्मिता और स्वाभिमान हमेशा बड़ा चुनावी एजेंडा रहे हैं। भाजपा के रणनीतिकार इसे गांव-गांव तक पहुंचाने की योजना बना सकते हैं।
ग्रामीण इलाकों में असर: जहां बीड़ी उत्पादन और मजदूर तबका बड़ा वोट बैंक है, वहां यह संदेश जाएगा कि कांग्रेस उनकी रोज़ी-रोटी और पहचान का मजाक उड़ा रही है।
युवाओं में राष्ट्रवाद की अपील: मोदी सरकार के विकास कार्य और कांग्रेस का यह ट्वीट युवा मतदाताओं में भाजपा के पक्ष में लहर पैदा कर सकता है।
महिलाओं का समर्थन: उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण और आवास योजनाओं का लाभ लेने वाली महिलाओं के लिए यह “सम्मान का मुद्दा” बन सकता है।
भाजपा के लिए सुनहरा मौका
भाजपा इस मुद्दे को “बिहार के सम्मान बनाम कांग्रेस का अपमान” के रूप में पेश कर सकती है। प्रधानमंत्री मोदी का यह कहना कि “बिहार वीरों की धरती है” पहले से ही जनता के दिल में जगह बना चुका है। ऐसे में कांग्रेस के ट्वीट ने भाजपा को मौका दे दिया है कि वह इसे बिहार की अस्मिता की लड़ाई बना दे।
कांग्रेस का ट्वीट भाजपा के लिए वरदान
चुनावी मौसम में कांग्रेस का यह ट्वीट भाजपा-जेडीयू गठबंधन के लिए बड़ा वरदान साबित हो सकता है। यह विवाद कांग्रेस की बिहार-विरोधी मानसिकता को उजागर करता है और भाजपा के लिए यह सुनहरा अवसर है कि वह इसे चुनावी मुद्दा बनाकर मतदाताओं की भावनाओं को अपने पक्ष में मोड़े। बिहार की जनता के सामने अब चुनाव केवल विकास का नहीं बल्कि सम्मान का चुनाव बन चुका है – और भाजपा यही संदेश लेकर मैदान में उतरेगी।