उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के केमरी इलाके से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहाँ एक युवक ने खुद को हिंदू बताकर कई महिलाओं को प्यार के जाल में फँसाया। वह उनसे नज़दीकियाँ बढ़ाता, शारीरिक संबंध बनाता और फिर उन्हें धोखा देकर भाग जाता।
इस पूरे मामले में पुलिस ने शुक्रवार (5 सितंबर 2025) को चांद गुड्डू नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। उसके पास से 6 फर्जी आधार कार्ड भी मिले हैं। इससे साफ हो गया कि वह काफी समय से अपनी पहचान छिपाकर और झूठ बोलकर महिलाओं को धोखा दे रहा था।
महिलाओं को प्रेमजाल में फँसाने का तरीका
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि चांद गुड्डू सोशल मीडिया और खासकर व्हाट्सऐप कॉल का इस्तेमाल कर महिलाओं से दोस्ती करता था। पहले वह मीठी बातें करके उनका भरोसा जीतता, फिर उन्हें अपने पास बुलाता। उसके बाद वह उनके साथ जबरन रिश्ते बनाता और उन्हें मानसिक तौर पर भी बहुत परेशान करता। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि वह सिर्फ बालिग महिलाओं तक ही सीमित नहीं था, बल्कि नाबालिग लड़कियों को भी फँसाता था।
अश्लील वीडियो बनाकर करता था ब्लैकमेल
जांच में खुलासा हुआ कि चांद गुड्डू सिर्फ महिलाओं का शोषण ही नहीं करता था, बल्कि उनके अश्लील फोटो और वीडियो भी बना लेता था। बाद में वह इन्हीं तस्वीरों और वीडियो का सहारा लेकर उन्हें ब्लैकमेल करता और डराता था। इस वजह से महिलाएँ उसके खिलाफ बोलने से डरतीं और मजबूरी में चुप रहकर उसका शिकार बनती रहीं।
अब साफ हो गया है कि चांद गुड्डू अकेला नहीं था। वह एक संगठित गिरोह का हिस्सा था, जो महिलाओं को पहले फँसाता, फिर उनका यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न करता। यानी ये पूरा खेल पहले से सोच-समझकर चलाया जा रहा था।
गिरोह में और भी सदस्य शामिल
पुलिस जांच में पता चला कि चांद गुड्डू इस गंदे खेल में अकेला नहीं था। उसके साथ नवी अहमद और फरमान शाह भी शामिल थे। ये दोनों फिलहाल फरार हैं और पुलिस उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही है।
ये कोई अचानक किया गया अपराध नहीं था, बल्कि लंबे समय से चल रहा गिरोह था, जो इलाके की कई महिलाओं को फँसाकर उनकी ज़िंदगी बरबाद कर चुका है। उनकी चाल में फँसकर न जाने कितनी महिलाएँ शारीरिक और मानसिक शोषण झेल चुकी हैं।
गो रक्षा सेवा समिति की तहरीर पर कार्रवाई
इस पूरे मामले में पुलिस ने कार्रवाई गो रक्षा सेवा समिति के जिलाध्यक्ष की तहरीर पर की। जिलाध्यक्ष ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि यह सिर्फ महिलाओं का शोषण करने का मामला नहीं है, बल्कि इसके पीछे धर्मांतरण की साजिश भी जुड़ी हुई है।
पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि इस गिरोह को विदेशी फंडिंग मिल रही थी। यानी यह सिर्फ एक आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि एक संगठित साजिश है, जिसके ज़रिए महिलाओं को फँसाकर उनका शोषण करने के साथ-साथ उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए भी मजबूर किया जा रहा था।
पुलिस का कड़ा रुख
रामपुर पुलिस ने आरोपी चांद गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष ने मीडिया को बताया कि यह मामला बेहद गंभीर है और आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। इसके अलावा, यह भी जांच की जा रही है कि इस गिरोह के और कौन लोग इसमें शामिल हैं और विदेशी फंडिंग किस रास्ते से आती थी।
रामपुर का यह मामला एक बार फिर से दिखाता है कि किस तरह संगठित गिरोह महिलाओं को अपनी साजिश का शिकार बनाते हैं। फर्जी पहचान, सोशल मीडिया का इस्तेमाल, शारीरिक शोषण और ब्लैकमेल जैसी घटनाएँ न सिर्फ समाज के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि यह महिलाओं की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
चांद गुड्डू की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस पर दबाव है कि वह बाकी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़े और पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करे।