लेह हिंसा में कांग्रेस का हाथ? क्या भाजपा कार्यालय में आगजनी सुनियोजित हमला था, दो पार्षदों की क्या है भूमिका?
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

लेह हिंसा में कांग्रेस का हाथ? क्या भाजपा कार्यालय में आगजनी सुनियोजित हमला था, दो पार्षदों की क्या है भूमिका?

कांग्रेस पार्षद स्मानला दोरजे नोरबू विरोध प्रदर्शनों के दौरान एक भड़काऊ वीडियो रिकॉर्ड करते हुए देखे गए, जिसमें उन्होंने और अधिक युवाओं को सड़कों पर आने का आह्वान किया।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
25 September 2025
in क्राइम, चर्चित, राजनीति, समीक्षा
लेह हिंसा

लेह में हुई हिंसा लद्दाख के लिए एक खतरनाक बदलाव का प्रतीक है।

Share on FacebookShare on X

लद्दाख, जो लंबे समय से शांति और सौहार्द के लिए जाना जाता रहा है, 24 सितंबर 2025 को हिंसा के अपने सबसे भीषण प्रकोपों ​​में से एक का गवाह बना। लेह सर्वोच्च निकाय की युवा शाखा द्वारा दिए गए बंद के आह्वान के बाद अराजकता फैल गई। गुस्साई भीड़ ने सुरक्षा बलों के साथ झड़प की, वाहनों में आग लगा दी और यहां तक कि लेह स्थित भाजपा कार्यालय में भी आग लगा दी। लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के तहत सुरक्षा प्रदान करने की मांग के नाम पर भड़की हिंसा ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है। भाजपा ने सीधे तौर पर कांग्रेस पार्षदों पर भीड़ का नेतृत्व करने और उसे उकसाने का आरोप लगाया है। लेह में जो कुछ हुआ वह केवल स्वतःस्फूर्त अशांति नहीं थी, बल्कि एक राजनीतिक रूप से प्रेरित घटना थी, जिसने अपने पीछे विनाश, हताहतों और गहरे विभाजन का निशान छोड़ दिया है।

कांग्रेस पार्षद स्मानला दोरजे नोरबू विरोध प्रदर्शन के दौरान एक भड़काऊ वीडियो रिकॉर्ड करते हुए देखे गए, जिसमें उन्होंने और अधिक युवाओं को सड़कों पर आने के लिए उकसाया। इससे यह संदेह और गहरा गया है कि यह हिंसा केवल स्वतःस्फूर्त आक्रोश नहीं थी, बल्कि कांग्रेस की ओर से सीधे तौर पर राजनीतिक उकसावे के कारण हुई थी।

संबंधितपोस्ट

मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

अब बिहार में जंगलराज नहीं, जनराज चलेगा: बेतिया से सीतामढ़ी तक मोदी की हुंकार, RJD-कांग्रेस के कुशासन पर करारा प्रहार

और लोड करें

झड़पों में कांग्रेस पार्षदों की भूमिका

हालांकि इस आंदोलन को एक जन आंदोलन के रूप में पेश किया गया था, लेकिन विचलित करने वाले दृश्यों और रिपोर्टों ने कांग्रेस नेताओं की सक्रिय भागीदारी को तुरंत उजागर कर दिया। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपर लेह वार्ड के कांग्रेस पार्षद फुंटसोग स्टैनज़िन त्सेपाग पर न केवल भीड़ में शामिल होने, बल्कि उसका नेतृत्व करने का भी आरोप लगाया। मालवीय ने आरोप लगाया कि त्सेपाग स्पष्ट रूप से भीड़ को उकसाते हुए दिखाई दे रहे थे, जिसने अंततः भाजपा कार्यालय और हिल काउंसिल परिसर में आग लगा दी।

भाजपा ने इसे न केवल “कांग्रेस प्रायोजित हिंसा” बल्कि “कांग्रेस की हिंसा” कहा है और 2019 में जम्मू-कश्मीर से अलग होने के बाद से शांतिपूर्ण रहे इस क्षेत्र में अराजकता फैलाने की पार्टी की हताशा को उजागर किया है। इन आरोपों के सामने आने के बाद भी, चल रहे विरोध प्रदर्शनों का चेहरा सोनम वांगचुक ने कांग्रेस का बचाव करने की कोशिश की और कहा कि पार्टी के पास हज़ारों युवाओं को संगठित करने का प्रभाव नहीं है। फिर भी, स्थानीय कांग्रेस पार्षदों द्वारा भीड़ को सक्रिय रूप से भड़काने के सबूत भाजपा के आरोपों को खारिज करना मुश्किल बनाते हैं।

वांगचुक का कथन

सोनम वांगचुक, जो पांच वर्षों से अधिक समय से राज्य के दर्जे के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं, ने इस अशांति को “जेन-जेड क्रांति” बताया। उन्होंने तर्क दिया कि लद्दाख की मांगों पर केंद्र की निष्क्रियता से युवा पीढ़ी की हताशा ही इस हिंसक घटनाक्रम के पीछे है। उनके अनुसार, दो बुज़ुर्ग भूख हड़तालियों का अस्पताल में भर्ती होना युवाओं के सड़कों पर उतरने का तत्काल कारण बन गया।

हालांकि, वांगचुक द्वारा जेन-ज़ी पर दोष मढ़ने की कोशिश को संदेह की नज़र से देखा जा रहा है। वही सोनम वांगचुक पहले लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा देने के विचार का स्वागत कर चुके हैं। आलोचकों का तर्क है कि अशांति को युवा क्रांति के रूप में महिमामंडित करके, वह विरोध प्रदर्शनों के दौरान शांति बनाए रखने में अपनी असमर्थता को छिपाने की कोशिश कर रहे थे। हिंसा के बाद उनकी 15 दिनों की भूख हड़ताल भी अचानक समाप्त हो गई, उन्होंने दावा किया कि “आज शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन विफल हो गए।” हालांकि, उनके बयानों ने अनजाने में भीड़ की हरकतों को सही ठहरा दिया, जिससे स्थिति और जटिल हो गई।

लेह में हिंसा कैसे बढ़ी

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मंगलवार देर रात तनाव तब बढ़ने लगा जब दो बुज़ुर्ग भूख हड़ताली धरना स्थल पर बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। उनकी बिगड़ती हालत ने छात्रों और युवा कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा कर दिया। बुधवार सुबह, भूख हड़ताल स्थल के पास भीड़ जमा होने लगी और जल्द ही वे लेह शहर में भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ गए।

अशांति की आशंका में पुलिस और अर्धसैनिक बल पहले से ही तैनात थे। भीड़ को संवेदनशील स्थानों पर घुसने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे। हालांकि, जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बैरियर तोड़ने की कोशिश की, पथराव शुरू हो गया। सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन भीड़ और आक्रामक हो गई और एक पुलिस वैन में आग लगा दी। कुछ ही देर में, प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यालय में घुस गए और कार्यकर्ता सोनम वांगचुक के समर्थन में और केंद्र के “असफल केंद्र शासित प्रदेश प्रयोग” के खिलाफ नारे लगाते हुए उसे आग लगा दी।

हिंसा में कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए और स्थानीय स्तर पर मिली खबरों के अनुसार दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पुलिस की गोलीबारी में तीन से पांच प्रदर्शनकारियों की मौत होने के अपुष्ट दावे भी किए गए। लेह के ज़िला मजिस्ट्रेट रोमिल सिंह डोंक को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 की धारा 163 लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसमें चार से ज़्यादा लोगों के इकट्ठा होने, जुलूस निकालने और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

लेह में हुई हिंसा पर स्वाभाविक रूप से तीखी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं हुई हैं। भाजपा ने जहाँ कांग्रेस नेताओं पर दंगा भड़काने और भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया, वहीं विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर दोष मढ़ने की कोशिश की।

इस बीच, भाजपा नेताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि कांग्रेस की संलिप्तता को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। अमित मालवीय ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी लद्दाख में इसी तरह की अशांति चाहते थे, और हिंसा को सीधे तौर पर कांग्रेस की व्यापक विघटनकारी राजनीति से जोड़ दिया। भाजपा का रुख उसकी इस चिंता को उजागर करता है कि क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए स्थानीय आंदोलनों का राजनीतिक रूप से अपहरण किया जा रहा है।

लद्दाख की राजनीति में खतरनाक बदलाव

लेह में हुई हिंसा लद्दाख के लिए एक खतरनाक बदलाव का प्रतीक है, एक ऐसा क्षेत्र जिसे कभी शांतिपूर्ण माना जाता था और जो जम्मू-कश्मीर के अन्य हिस्सों में देखी जा रही अशांति से काफी हद तक अछूता था। यह तथ्य कि निर्वाचित कांग्रेस पार्षदों पर सीधे तौर पर भीड़ का नेतृत्व करने, युवाओं को भड़काने और राजनीतिक कार्यालयों को आग लगाने का आरोप है, इस अशांति के पीछे के राजनीतिक उद्देश्यों को रेखांकित करता है। हालाँकि राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के तहत सुरक्षा की माँगें बहस के जायज़ मुद्दे हो सकते हैं, लेकिन दंगों, आगजनी और लक्षित हिंसा के लिए अपनाए गए तरीकों को उचित नहीं ठहराया जा सकता।

लद्दाख के लोगों के लिए, यह घटना जनांदोलन के रूप में छिपे राजनीतिक अवसरवाद के प्रति सतर्क रहने के लिए एक चेतावनी है। केंद्र के लिए, यह शांति बनाए रखते हुए लद्दाखी आकांक्षाओं के साथ जुड़ने की आवश्यकता का संकेत है। अंततः, 24 सितंबर को जो कुछ हुआ, वह केवल एक गलत विरोध प्रदर्शन नहीं था, बल्कि लोकतंत्र, कानून-व्यवस्था और लद्दाख की भावना पर एक राजनीतिक रूप से रचा गया हमला था।

Tags: BJPCongressdeathLadakhLehPoliticsViolenceकांग्रेसभाजपामौतराजनीतिलद्दाखलेहहिंसा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ट्रंप की दो तस्वीरें: मोदी के साथ साझेदारी, पाकिस्तान के साथ बैठक

अगली पोस्ट

भाजपा का चुनावी महायज्ञ: तमिलनाडु से बंगाल और बिहार तक हर किले पर भगवा फहराने की तैयारी

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
चर्चित

विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

20 November 2025

20 नवंबर को एक ऐतिहासिक जवाब देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited