UN में फेल हुई पाकिस्तान-चीन की साजिश, बलूच मुद्दे पर अमेरिका ने लगाया वीटो, जानें भारत के लिए इसके मायने?
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी के आरोप झूठे, हार की हताशा में उठाई उंगली

    चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी के आरोप झूठे, हार की हताशा में उठाई उंगली

    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    बथानी टोला नरसंहार: बिहार के जंगलराज का सबसे काला सच

    बथानी टोला नरसंहार: बिहार के जंगलराज का सबसे काला सच

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UN में फेल हुई पाकिस्तान-चीन की साजिश, बलूच मुद्दे पर अमेरिका ने लगाया वीटो, जानें भारत के लिए इसके मायने?

    UN में फेल हुई पाकिस्तान-चीन की साजिश, बलूच मुद्दे पर अमेरिका ने लगाया वीटो, जानें भारत के लिए इसके मायने?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी के आरोप झूठे, हार की हताशा में उठाई उंगली

    चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी के आरोप झूठे, हार की हताशा में उठाई उंगली

    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    बथानी टोला नरसंहार: बिहार के जंगलराज का सबसे काला सच

    बथानी टोला नरसंहार: बिहार के जंगलराज का सबसे काला सच

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UN में फेल हुई पाकिस्तान-चीन की साजिश, बलूच मुद्दे पर अमेरिका ने लगाया वीटो, जानें भारत के लिए इसके मायने?

    UN में फेल हुई पाकिस्तान-चीन की साजिश, बलूच मुद्दे पर अमेरिका ने लगाया वीटो, जानें भारत के लिए इसके मायने?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    फ़ैज़पुर 1937: तिरंगे की डोर और राजनीति की स्मृति

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

UN में फेल हुई पाकिस्तान-चीन की साजिश, बलूच मुद्दे पर अमेरिका ने लगाया वीटो, जानें भारत के लिए इसके मायने?

भारत के लिए यह घटनाक्रम केवल पाकिस्तान और चीन की हार नहीं है, बल्कि रणनीतिक दृष्टि से एक अहम संकेत भी है।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
19 September 2025
in AMERIKA, एशिया पैसिफिक, प्रीमियम, फैक्ट चेक, भारत, भू-राजनीति, विश्व, व्यापार
UN में फेल हुई पाकिस्तान-चीन की साजिश, बलूच मुद्दे पर अमेरिका ने लगाया वीटो, जानें भारत के लिए इसके मायने?

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान-चीन की राजनीति फेल हो गई।

Share on FacebookShare on X

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान और चीन की संयुक्त कोशिश नाकाम हो गई। दोनों ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) और उसकी आत्मघाती इकाई मजीद ब्रिगेड को अल-कायदा/आईएसआईएल से जुड़ा “वैश्विक आतंकी संगठन” घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। लेकिन अमेरिका ने तकनीकी आधार पर इस प्रस्ताव को रोक दिया। ब्रिटेन और फ्रांस ने भी अमेरिकी रुख का समर्थन किया।

भारत के लिए यह घटनाक्रम केवल पाकिस्तान और चीन की हार नहीं है, बल्कि रणनीतिक दृष्टि से एक अहम संकेत भी है। यह दिखाता है कि दक्षिण एशिया में आतंकवाद और अलगाववाद की परिभाषा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अब केवल पाकिस्तान या चीन की इच्छानुसार तय नहीं होगी।

संबंधितपोस्ट

सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

और लोड करें

बलूच आंदोलन की ऐतिहासिक जड़ें

बलूचिस्तान का विद्रोह कोई नया नहीं है। 1947 में पाकिस्तान के गठन के तुरंत बाद से ही बलूचों ने अपने क्षेत्र की स्वायत्तता की मांग उठाई। खनिज संपदा से भरपूर और भूगोल के लिहाज़ से रणनीतिक रूप से अहम इस क्षेत्र में केंद्र सरकार का दमन लगातार बढ़ता गया।

1958, 1973 और 2000 के दशक में बलूचिस्तान में विद्रोह की बड़ी लहरें उठीं। हर बार पाकिस्तान ने सैन्य बल का इस्तेमाल कर विद्रोह दबाने की कोशिश की। लेकिन परिणाम उल्टा हुआ— असंतोष और गहरा हो गया। बलूच नेताओं के गायब होने, जबरन हत्याओं और मानवाधिकार उल्लंघनों के किस्से लगातार सामने आते रहे।

यही असंतोष बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी जैसे समूहों को जन्म देता है। BLA खुद को पाकिस्तान के कब्ज़े के खिलाफ लड़ने वाला स्वतंत्रता आंदोलन बताता है। पाकिस्तान और चीन इसे आतंकवादी संगठन मानते हैं। भारत के लिए यह स्थिति एक दोधारी तलवार है—बलूचों की आवाज़ का समर्थन नैतिक रूप से सही दिख सकता है, लेकिन खुलकर समर्थन करने पर पाकिस्तान भारत पर “विद्रोह भड़काने” का आरोप लगाता है।

चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा और बलूच असुरक्षा

बलूचिस्तान का महत्व 2015 के बाद और बढ़ गया जब चीन और पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की शुरुआत की। यह बहु-अरब डॉलर की परियोजना बलूचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से होकर गुजरती है और चीन को सीधे अरब सागर तक पहुंचाने का रास्ता देती है। बलूच विद्रोही CPEC को अपनी ज़मीन और संसाधनों पर कब्ज़ा करने की साजिश मानते हैं। उनका कहना है कि ग्वादर जैसे प्रोजेक्ट से उन्हें कोई फायदा नहीं होता, बल्कि उनकी ज़मीन छिनी जाती है और बाहरी आबादी लाकर उनके जनसांख्यिकीय संतुलन को बदला जाता है।

यही वजह है कि BLA और मजीद ब्रिगेड ने बार-बार चीनी इंजीनियरों, ग्वादर पोर्ट और CPEC से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाया है। पाकिस्तान के लिए यह सुरक्षा का बड़ा संकट है और चीन के लिए आर्थिक-रणनीतिक चुनौती। यही कारण है कि दोनों देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र में BLA पर प्रतिबंध की मुहिम छेड़ी।

भारत के दृष्टिकोण से CPEC पहले से ही अस्वीकार्य है क्योंकि इसका बड़ा हिस्सा पाकिस्तान-आधिकृत कश्मीर से होकर गुजरता है। भारत बार-बार यह कह चुका है कि यह परियोजना उसकी संप्रभुता का उल्लंघन है। ऐसे में बलूच विद्रोह CPEC के लिए जितना बड़ा खतरा है, उतना ही भारत के लिए यह एक रणनीतिक अवसर भी बन सकता है।

अमेरिका ने क्यों रोका प्रस्ताव?

अमेरिका ने खुद BLA को “विदेशी आतंकी संगठन” घोषित कर रखा है। इसके बावजूद उसने संयुक्त राष्ट्र में इस प्रस्ताव को रोक दिया। कारण यह है कि UNSC की 1267 अल-कायदा/आईएसआईएल प्रतिबंध समिति केवल उन संगठनों को सूचीबद्ध करती है जिनका सीधा संबंध अलकायदा या आईएसआईएल से हो। पाकिस्तान और चीन के प्रस्ताव में यह लिंक पर्याप्त रूप से साबित नहीं किया गया था।

अमेरिका का कदम केवल कानूनी या तकनीकी नहीं था। यह एक राजनीतिक संकेत भी है। पाकिस्तान और चीन ने मिलकर जिस तरह बलूच आंदोलन को वैश्विक आतंकवाद से जोड़ने की कोशिश की, अमेरिका ने उसे मान्यता देने से इनकार किया। भारत के लिए यह महत्वपूर्ण है क्योंकि वही तर्क पाकिस्तान बार-बार कश्मीर पर इस्तेमाल करता है-अलगाववादी आंदोलनों को आतंकवाद की श्रेणी में डालने का।

भारत के लिए रणनीतिक मायने

भारत इस घटनाक्रम को कई स्तरों पर देख सकता है। पहला, पाकिस्तान का नैरेटिव कमजोर हुआ है। अगर BLA को संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधित घोषित कर दिया जाता, तो पाकिस्तान बलूचिस्तान में अपने दमनकारी कदमों को और तेज़ी से आगे बढ़ाता और दुनिया के सामने इसे “आतंकवाद विरोधी अभियान” बताता। भारत के लिए यह चिंता का विषय होता क्योंकि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान उसी तर्क को उलटकर भारत पर इस्तेमाल करता।

दूसरा, चीन की बेचैनी साफ़ झलक रही है। CPEC को लेकर चीन अब खुलकर पाकिस्तान के साथ खड़ा है। इस प्रस्ताव को लाकर चीन ने दिखा दिया कि वह बलूच आंदोलन को केवल पाकिस्तान का मुद्दा नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा और आर्थिक हितों से जुड़ा मामला मानता है। भारत को इससे यह समझना होगा कि भविष्य में CPEC और ग्वादर के बहाने चीन-पाकिस्तान की सैन्य और खुफिया साझेदारी और गहरी होगी।

तीसरा, अमेरिका का रुख भारत के लिए अवसर है। अमेरिका ने BLA को आतंकवादी संगठन तो घोषित किया, लेकिन पाकिस्तान-चीन की राजनीतिक चाल को संयुक्त राष्ट्र स्तर पर रोक दिया। इसका मतलब है कि अमेरिका इस मुद्दे पर पाकिस्तान के नैरेटिव को बिना जांचे परखे स्वीकार करने को तैयार नहीं है। भारत अगर अपनी कूटनीति चतुराई से खेले, तो वह अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ मिलकर दक्षिण एशिया में “आतंकवाद बनाम मानवाधिकार” की बहस को अपनी शर्तों पर मोड़ सकता है।

भारत को आगे क्या करना चाहिए?

बलूचिस्तान भारत की विदेश नीति का आधिकारिक एजेंडा नहीं है, लेकिन यह उसकी रणनीतिक सोच का हिस्सा ज़रूर है। पाकिस्तान जब-जब कश्मीर मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाता है, भारत के विश्लेषक बलूचिस्तान को एक “मिरर नैरेटिव” के रूप में देखते हैं। भारत के लिए चुनौती यह है कि वह खुलकर बलूचिस्तान के विद्रोहियों का समर्थन नहीं कर सकता, क्योंकि इससे पाकिस्तान को कश्मीर में “विदेशी दखल” का तर्क मिल जाएगा। लेकिन भारत नैतिक समर्थन और कूटनीतिक विमर्श के जरिए यह मुद्दा उठाता रहा है कि बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन गंभीर है।

UNSC में पाकिस्तान-चीन की हार भारत के लिए यह अवसर देती है कि वह बलूच आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर “मानवाधिकार” के सवाल से जोड़े, न कि “आतंकवाद” से। अगर भारत यह विमर्श सफलतापूर्वक स्थापित कर पाता है, तो पाकिस्तान का कश्मीर नैरेटिव और कमजोर होगा।

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान और चीन की कोशिश का असफल होना सिर्फ एक प्रस्ताव का गिरना नहीं है। यह दक्षिण एशिया की राजनीति में गहरे संकेत छोड़ता है। बलूच आंदोलन पाकिस्तान के लिए आंतरिक सिरदर्द और चीन के लिए आर्थिक चुनौती है। लेकिन भारत के लिए यह एक ऐसा कार्ड है, जिसे वह सीधे न खेलकर भी रणनीतिक बढ़त हासिल कर सकता है। अमेरिका का वीटो इस बात का सबूत है कि दुनिया हर बार पाकिस्तान की भाषा नहीं बोलेगी।

भारत को अब यह समझना होगा कि बलूचिस्तान का मुद्दा उसके लिए केवल पाकिस्तान के खिलाफ दबाव बनाने का औजार नहीं, बल्कि वैश्विक विमर्श में अपनी नैतिक स्थिति मज़बूत करने का मौका है। जब पाकिस्तान कश्मीर की बात करे, तो भारत बलूचिस्तान की चर्चा कर यह दिखा सकता है कि आतंकवाद और स्वतंत्रता आंदोलनों के बीच फर्क करना ज़रूरी है। संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान-चीन की राजनीति फेल हो गई। लेकिन इस असफलता में भारत के लिए एक जीत छिपी है— एक ऐसी जीत जो उसके रणनीतिक और कूटनीतिक दोनों हितों को मज़बूत करती है।

Tags: Baloch Liberation ArmyBalochistanChinaCPECPakistanUnited NationsUSअमेरिकाचीनपाकिस्तानबलूच लिबरेशन आर्मीबलूचिस्तानसंयुक्त राष्ट्रसीपीइसी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी के आरोप झूठे, हार की हताशा में उठाई उंगली

संबंधित पोस्ट

चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी के आरोप झूठे, हार की हताशा में उठाई उंगली
चर्चित

चुनाव आयोग का पलटवार: राहुल गांधी के आरोप झूठे, हार की हताशा में उठाई उंगली

19 September 2025

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर चुनावी संस्थाओं पर सवाल उठाने की कोशिश की। उन्होंने दावा...

सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?
आयुध

सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

18 September 2025

पाकिस्तान इस समय जिस तथाकथित “रणनीतिक रक्षा समझौते” का ढोल पीट रहा है, उसकी असलियत कुछ और है। इस्लामाबाद इसे ऐसे पेश कर रहा है...

पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव
इतिहास

पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

18 September 2025

पाकिस्तान का जन्म ही असुरक्षा और कट्टरता की ज़मीन पर हुआ था। 1947 के बाद से ही उसने अपनी राजनीतिक असफलताओं को छुपाने और जनता...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

What Pakistan Planned After Hyderabad’s Surrender Will Shock You| Untold Story of Op Polo

What Pakistan Planned After Hyderabad’s Surrender Will Shock You| Untold Story of Op Polo

00:03:43

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

00:19:34

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited