कांग्रेस नेता असद खान जिलानी का विवादित बयान: भारत माता को कहा “डायन”! पुलिस ने गिरफ्तार कर लगवाए “भारत माता की जय” के नारे

जिलानी के बयान के बाद सोशल मीडिया और राजनीति में बहस तेज हो गई। लोग इसे कांग्रेस के कुछ नेताओं में भारत विरोधी सोच के रूप में देख रहे हैं।

कांग्रेस नेता असद खान जिलानी का विवादित बयान: भारत माता को कहा “डायन”! पुलिस ने गिरफ्तार कर लगवाए “भारत माता की जय” के नारे

मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के रहने वाले कांग्रेस के एक नेता असद जिलानी ने हाल ही में एक बयान दिया, पूरे सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे हुए जिस पर सरकार ने भारत माता की तस्वीर का सिक्का जारी किया। जिलानी ने सोशल मीडिया पर भारत माता की तस्वीर वाले सिक्के को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। उसने कहा कि “इस डायन की पूजा तमाम पिशाच करें”, जिलानी की इस हरकत के बाद हिंदू समाज में काफी गुस्सा देखने को मिला।

इस घटना के तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। अदालत में ले जाते समय जिलानी से “भारत माता की जय” के नारे लगवाए गए। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस की बड़ी टीम और लोग सड़क किनारे खड़े होकर जुलूस देख और रिकॉर्ड कर रहे हैं।

भारत विरोधी सोच का संकेत

जिलानी ने यह बयान सामाजिक कार्यकर्ता चक्रेश श्रीवास्तव द्वारा शेयर किए गए स्मारक सिक्के की तस्वीर पर दिया था। इस बयान से हिंदू संगठनों में गुस्सा फैल गया। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के साथ शहर के हिन्दू समाज के लोग तहसीलदार संजय चौरसिया के पास गए और कलेक्टर को असद खान जिलानी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।

यह केवल एक व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं थी। इसे कांग्रेस के कुछ नेताओं में भारत विरोधी सोच का संकेत माना जा रहा है। पार्टी एक तरफ “भारत जोड़ो यात्रा” जैसी पहल करती है, लेकिन कुछ नेता भारत माता जैसी राष्ट्रीय भावना का अपमान करने वाले बयान दे रहे हैं।

अदालत और पुलिस की कार्रवाई

शिकायत के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई की। थाना प्रभारी विमलेश राय के नेतृत्व में असद खान जिलानी को गिरफ्तार कर सड़क पर जुलूस निकालते हुए अदालत ले जाया गया। रास्ते में जिलानी अपनी हरकतों के लिए माफी मांगता रहा। अदालत में उसे “भारत माता की जय” के नारे लगवाए गए, ताकि यह दिखाया जा सके कि राष्ट्रीय प्रतीक और देशभक्ति की भावना का अपमान किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

राजनीतिक और सोशल मीडिया प्रतिक्रिया

जिलानी के बयान के बाद सोशल मीडिया और राजनीति में बहस तेज हो गई। लोग इसे कांग्रेस के कुछ नेताओं में भारत विरोधी सोच के रूप में देख रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि अगर पार्टी ऐसे नेताओं को नहीं रोकती, तो यह पार्टी की छवि और देशभक्ति की भावनाओं दोनों के लिए खतरा बन सकता है।

भाजपा नेताओं ने इसे “बाहर भारत जोड़ो यात्रा, अंदर भारत माता को डायन कहना” के रूप में कांग्रेस के दोहरे चरित्र का उदाहरण बताया। ट्विटर और फेसबुक पर #असदखान_जिलानी और #भारत_माता_की_जय जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।

असद खान जिलानी का मामला यह दिखाता है कि देशभक्ति और राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान हर किसी के लिए जरूरी है। यह घटना कांग्रेस में छिपी भारत विरोधी सोच का संकेत देती है और याद दिलाती है कि राजनीतिक नेताओं की जिम्मेदारी होती है कि वे जन भावना और राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करें।

पुलिस और अदालत ने समय रहते कार्रवाई करके संतुलन बनाए रखा। इस घटना ने पूरे देश को यह याद दिला दिया कि भारत माता और देशभक्ति की भावना किसी भी राजनीतिक बयान से ऊपर हैं।

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