परफ्यूम की बोतल को समझा नशीला पदार्थ: अमेरिका में पुलिस की गलती से भारतीय नागरिक का वीज़ा रद्द

रघु ने अपना वीजा फिर से पाने की मांग की है, क्योंकि उन्हें एक छोटी गलतफहमी की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया था और अब उन्हें देश से निकाले जाने का खतरा है।

परफ्यूम की बोतल को समझा नशीला पदार्थ: अमेरिका में पुलिस की गलती से भारतीय नागरिक का वीज़ा रद्द

अमेरिका मे पुलिस की गलती की वजह से एक आम नागरिक को और उसके परिवार को कितनी मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। ऐसा एक मामला चर्चा में बना हुआ है। अमेरिका के अर्कांसस में रहने वाले भारतीय कपिल रघु का वीजा पुलिस की गलती की वजह से मुश्किल में पड़ गया है। रघु ने अपना वीजा फिर से पाने की मांग की है, क्योंकि उन्हें एक छोटी गलतफहमी की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया था और अब उन्हें देश से निकाले जाने का खतरा है।

परफ्यूम को समझा गया ड्रग

कपिल रघु ने एक अमेरिकी नागरिक “अल्हले मीज” से शादी की थी और वे ग्रीन कार्ड लेने की प्रक्रिया में थे। 3 मई को बेंटन पुलिस ने उन्हें एक छोटी ट्रैफिक गलती की वजह से रोका था, तभी पुलिस ने उनकी कार में चेकिंग करते समय उनकी कार में एक छोटा बोटल देखा, जिस पर “Opium” लिखा था। पुलिस ने इस बोतल को नशीली पदार्थ समझ लिया और रघु को गिरफ्तार कर लिया।

रघु ने कई बार पुलिस को बताया कि यह सिर्फ एक डिजाइनर परफ्यूम है, लेकिन पुलिस ने उनकी बात नही मानी और उन पर ड्रग रखने का शक करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय रघु फूड डिलीवरी का काम कर रहे थे और उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा नियमों का पालन किया है, इसलिए यह गिरफ्तारी उनके लिए बहुत ही चौंकाने वाली थी।

वीजा पर संकट

अर्कांसस स्टेट क्राइम लैब ने जब इसकी जांच की तब पता चला कि बोतल में सिर्फ परफ्यूम था, कोई नशीला पदार्थ नहीं। इसके बावजूद रघु को तीन दिन के लिए काउंटी जेल में रखा गया, और वहां अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उनका वीजा खत्म हो चुका है।

रघु के वकील माइक लाउक्स का कहना है कि यह पूरी तरह प्रशासन की गलती थी। इसके बाद रघु को लुइजियाना के संघीय इमिग्रेशन सेंटर में भेज दिया गया, जहां ICE ने उन्हें पूरे 30 दिन तक रखा। 20 मई को अदालत ने ड्रग का मामला खत्म कर दिया, लेकिन तब तक उनका वीजा रद्द हो चुका था। इससे उनकी जिंदगी और कानूनी स्थिति बहुत मुश्किल में पड़ गई।

वकील लाउक्स ने कहा कि अब कपिल डिपोर्टेशन स्टेटस में हैं। इसका मतलब है कि किसी भी छोटी गलती पर, जैसे सड़क पार करने के नियम तोड़ना, उन्हें तुरंत देश से निकाल दिया जा सकता है। इसी वजह से वे काम भी नहीं कर पा रहे हैं और इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति पर बहुत असर पड़ रहा है।

वीजा बहाल करने की अपील

रघु ने पिछले हफ्ते ICE के कानूनी विभाग को एक पत्र लिखा। उन्होंने इसमें बताया कि वीजा की समस्या उनके पहले वकील की समय पर कागजात न जमा करने की गलती की वजह से हुई। अब रघु कानूनी रास्ता अपनाकर अपना वीजा वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं।

होमलैंड सिक्योरिटी विभाग, जो ICE की निगरानी करता है, ने इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। रघु की पत्नी अल्हले मीज ने बताया कि वे दूसरे देश जाने की योजना बना रही थीं, लेकिन इस स्थिति ने उनके परिवार की जिंदगी को बहुत मुश्किल कर दिया है।

वकील लाउक्स ने बताया कि बेंटन पुलिस ने कानून और नियम दोनों का उल्लंघन किया। गिरफ्तारी के बाद उन्होंने भारतीय वाणिज्य दूतावास को नहीं सूचित किया, जबकि वियना संधि के तहत ऐसा करना जरूरी था।

आर्थिक और मानसिक परेशानी

रघु की पत्नी मीज ने कहा कि इस घटना ने उनके परिवार को मानसिक और आर्थिक रूप से झकझोर दिया। कपिल और मीज ने अप्रैल में शादी की थी और अब मीज तीन नौकरियां कर रही हैं ताकि खर्च पूरे किए जा सकें।

इस पूरी घटना ने कपिल रघु और उनके परिवार की जिंदगी में बड़े बदलाव ला दिए हैं। एक साधारण ट्रैफिक जांच की वजह से उनकी कानूनी और आर्थिक स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हुई है। वे अब अपने वीजा को बहाल कराने के लिए कानूनी रास्ता अपना रहे हैं, ताकि परिवार और काम की स्थिति को सामान्य किया जा सके।

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