आदित्य धर के निर्देशन में बनी और रणवीर सिंह अभिनीत फिल्म ‘धुरंधर’ ने भारतीय सिनेमा के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। सिनेमाघरों में अपने चौथे हफ्ते में प्रवेश करते ही फिल्म ने दुनियाभर में 1000 करोड़ रुपये की कमाई का आंकड़ा पार कर लिया है। 5 दिसंबर को रिलीज हुई यह फिल्म अब तक की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक बन चुकी है।
चौथे वीकेंड में भी फिल्म की पकड़ मजबूत बनी हुई है। रिलीज के 22वें दिन यानी शुक्रवार को भी ‘धुरंधर’ ने शानदार प्रदर्शन किया। सैकनिल्क (Sacnilk) के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, फिल्म ने भारत में शुक्रवार को करीब 15 करोड़ रुपये नेट की कमाई की, जो चौथे हफ्ते में चल रही किसी फिल्म के लिए काफी अच्छा आंकड़ा माना जा रहा है।
पहले तीन हफ्तों में फिल्म ने जबरदस्त कमाई की। पहले हफ्ते में 207.25 करोड़, दूसरे हफ्ते में 253.25 करोड़ और तीसरे हफ्ते में 173 करोड़ रुपये का कारोबार किया। ताजा आंकड़ों के साथ अब फिल्म की भारत में कुल नेट कमाई लगभग 648.50 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है।
दर्शकों की दिलचस्पी अब भी बनी हुई है। शुक्रवार को हिंदी वर्जन की कुल ऑक्यूपेंसी 28.20% रही। सुबह के शो में यह 14.74% थी, जबकि शाम के शो में बढ़कर 34.90% तक पहुंच गई।
फिल्म का ऑल इंडिया ग्रॉस कलेक्शन करीब 778 करोड़ रुपये हो चुका है। वहीं, विदेशों में भी फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओवरसीज कलेक्शन 225 करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंच चुका है। इसके साथ ही ‘धुरंधर’ उन चुनिंदा भारतीय फिल्मों में शामिल हो गई है जिन्होंने विदेशों में इतनी बड़ी कमाई की है।
दुनियाभर में फिल्म की कुल कमाई अब करीब 1003 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। इस तरह ‘धुरंधर’ ने महज 22 दिनों में 1000 करोड़ क्लब में एंट्री कर ली है और यह ऐसा करने वाली दूसरी सबसे तेज बॉलीवुड फिल्म बन गई है। इस मामले में पहला स्थान अब भी शाहरुख खान की फिल्म ‘जवान’ (2023) के पास है, जिसने यह उपलब्धि 18 दिनों में हासिल की थी।
यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि ‘धुरंधर’ को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिला है, यानी यह फिल्म सिर्फ वयस्क दर्शकों के लिए है। इसके बावजूद फिल्म ने रिकॉर्डतोड़ कमाई की है। रणवीर सिंह की यह फिल्म अब 1000 करोड़ क्लब में शामिल होने वाली नौवीं भारतीय फिल्म बन चुकी है और 2025 की पहली फिल्म है जिसने यह मुकाम हासिल किया।
चौथे हफ्ते में भी ‘धुरंधर’ दूसरी फिल्मों पर भारी पड़ रही है। शुक्रवार को जहां इस फिल्म ने डबल डिजिट में कमाई की, वहीं ‘अवतार: फायर एंड ऐश’ की कमाई करीब 7.5 करोड़ रुपये नेट रही। हिंदी और अंग्रेजी दोनों वर्जन में इस फिल्म की कमाई में गिरावट दर्ज की गई।
‘धुरंधर’ को बॉलीवुड की जासूसी फिल्मों में एक ताजगी भरी और बेबाक फिल्म माना जा रहा है। यह फिल्म उन चमक-दमक और जरूरत से ज्यादा हीरोइज्म से दूर है, जो बीते कुछ सालों की कई जासूसी फिल्मों में देखने को मिला।
जहां पहले की हिट फिल्में ज्यादा दिखावे और ग्लैमर पर टिकी थीं, वहीं ‘धुरंधर’ खुफिया दुनिया की कठोर और यथार्थपरक सच्चाई को दिखाती है। फिल्म की कहानी गंभीर, तनावपूर्ण और मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत लगती है।
फिल्म कहानी को आगे बढ़ाने के लिए न तो जरूरत से ज्यादा हीरो बनाती है और न ही बेवजह की रोमांटिक कहानियों का सहारा लेती है। इसके बजाय यह जासूसी की दुनिया को राज, बलिदान और नैतिक दुविधाओं से भरी हुई दिखाती है, जो इसे आम थ्रिलर फिल्मों से अलग बनाता है।
कई दर्शकों की यह शिकायत रही है कि ‘पठान’, ‘वॉर’, ‘एक था टाइगर’ और ‘टाइगर जिंदा है’ जैसी फिल्मों में कहानी को जरूरत से ज्यादा स्टाइलिश बना दिया गया। इन फिल्मों में जासूसी एजेंसियों को अक्सर जरूरत से ज्यादा दोस्ताना दिखाया गया या दुश्मन एजेंट्स के बीच रोमांस को कहानी का अहम हिस्सा बना दिया गया।
हालांकि ये फिल्में कमाई के मामले में सफल रहीं, लेकिन इससे कहानी की गंभीरता कहीं न कहीं कमजोर पड़ गई। भू-राजनीतिक टकराव की जगह मेलोड्रामा और चकाचौंध भरे भावनात्मक दृश्य आ गए, जिससे कई दर्शकों को ये फिल्में कुछ ज्यादा ही बनावटी लगीं।
‘धुरंधर’ जानबूझकर इस रास्ते से अलग चलती है। यह पूरी तरह काल्पनिक कहानी होते हुए भी विरोधी खुफिया एजेंसियों को जरूरत से ज्यादा साफ-सुथरे या दोस्ताना अंदाज में नहीं दिखाती।
फिल्म जासूसी की उस दुनिया को दिखाती है जहां भरोसा कम, दबाव ज्यादा और खतरा हर वक्त बना रहता है। बिना किसी भावनात्मक शॉर्टकट या जबरन दोस्ती के, यह फिल्म रणनीति, अविश्वास और मानसिक तनाव को प्रभावशाली ढंग से पेश करती है।
खास बात यह है कि फिल्म किसी भी असली खुफिया एजेंसी के बारे में कोई तथ्यात्मक दावा नहीं करती। यह पूरी तरह काल्पनिक किरदारों और परिस्थितियों के जरिए उस पेशे की मानसिक जटिलताओं को दिखाती है, जहां हर कदम पर जोखिम और अनिश्चितता होती है।
































