पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
चोल साम्राज्य - दक्षिण भारत के गौरवशाली हिन्दू इतिहास को मिटाने के लिए ब्रिटिश काल से ही लगातार प्रयास किया जा रहा है। ऐतिहासिक मानवविज्ञानी इसके संदर्भ में मुख्यतः दो कारण बताते हैं। पहला, मुगलों ने इब्राहीम धर्म की पूजा की और इसलिए उन्हें दक्षिण के मूर्तिपूजकों की तुलना में ...
इस वर्ष के बजट की सबसे खास बात जो रही वह है देश के सांस्कृतिक विरासत को पर्यटन के लिए विकसित करने पर अधिक ध्यान। केंद्र की मोदी सरकार ने संस्कृति और पर्यटन सेक्टर को नई दिशा देने के लिए एक नए तरह की रूपरेखा वाला बजट पेश किया। सबसे ...
भारत के गौरवशाली अतीत को इतिहास के पन्नों में पहले तो जगह ही नहीं मिली, अगर किसी जुनूनी भारतीय ने इसकी कोशिश भी की तो उसे सजा दी गई। उन पन्नों को जला दिया गया या फिर पूरी किताब को ही छिपा दिया गया। कई ऐसी घटनाएं हैं और कई ...
NCERT removes chapters on Mughal Empire: Nostalgia शब्द एक दोधारी तलवार समान है। अगर किसी ऐसे वस्तु या स्थान की पुरानी यादों को सहेजकर रखा जाए, जिससे समाज और संस्कृति का कल्याण हुआ हो, तो वो स्मृतियाँ व्यर्थ नहीं जाती। परंतु हमारे यहाँ कुछ ऐसे प्राणी है, कि चाहे कोई ...
एक सिक्के के दो पहलू होते हैं लेकिन अगर आपको आपके आधे जीवन तक केवल सिक्के के एक पहलू से ही अवगत कराया जाए तो आप उसे ही सही मानने लगेंगे। कुछ ऐसा ही हमारे इतिहास और संस्कृति के साथ किया गया। इतिहास का नाम आते ही अधिकतर लोगों के ...
हिन्दू धर्मग्रंथों में लिखित बातों को अनुयायी शास्वत सत्य मान कर उसके कण-कण को पूजते थे, पूजते हैं और आगे भी पूजते रहेंगे। लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि लंबे समय से कुछ तुच्छ प्रवृत्ति के विकृत मानसिकता वाले लोग महाभारत जैसे विशाल काव्य ग्रंथ को सदैव काल्पनिक बताते ...
मूल सार इतिहास की पाठ्यपुस्तक में मुग़लकालीन इतिहास का वर्णन अधिक किया गया है विदेशी आक्रमण, राजनीति और पाश्चात्य शिक्षा की आड़ में भारतीय इतिहास के राजवंशो की अनदेखी की गई है इस लेख में चालुक्य, पल्लव और राष्ट्रकूट राजवंश के विस्तृत और वृहद इतिहास को मुग़लों के सापेक्ष में ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन 13 दिसंबर 2021 को किया जाएगा। काशी विश्वनाथ की भव्यता को पुनः प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से इस प्रोजेक्ट की नींव रखी गई थी। किंतु काशी विश्वनाथ की कहानी भारत के संघर्ष की गाथा है, जिसका एक अध्याय अब भी लिखा ...
स्वतंत्रता के बाद, देश में कांग्रेस की सरकार ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी, जिसका परिणाम यह हुआ कि भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले कई स्वतंत्रता सेनानियों को या तो विश्वविद्यालय एवं स्कूली शिक्षा से धूमिल कर दिया गया या फिर उनकी जीवनी को ...
‘अमरेंद्र बाहुबली यानि मैं, माहिष्मती की असंख्य प्रजा और उनके धन, मान और प्राण की रक्षा करूंगा। और इसके लिए अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी तो भी मैं पीछे नहीं हटूंगा। राजमाता शिवगामी देवी को साक्षी मानकर मैं ये शपथ लेता हूं’। बाहुबली2 के हिन्दी संस्करण में जब ये ...
इस लेख को अंग्रेजी में पढने के लिए यहाँ क्लिक करें हजारों वर्ष पहले, महानदी के तट पर शिकार करते हुये केसरी वंश के एक राजकुमार अपने साथियों से काफी दूर चले गए। घंटों तक भटकने के बाद ये नदी पार कर एक दलदली द्वीप पर पहुंचे, जहां शास्त्रों के ...