केंद्र सरकार का स्पष्ट रुख : मीडिया नहीं बन सकता आतंकियों का मंच!
ऐसा लगता है कि केंद्र नरम पड़ने के मूड में नहीं है, खासकर उन लोगों के खिलाफ जो किसी भी तरह से भारत को नुकसान पहुंचाने की हिम्मत करते हैं। इस संकल्प को ध्यान में रखते हुए, सूचना और ...
ऐसा लगता है कि केंद्र नरम पड़ने के मूड में नहीं है, खासकर उन लोगों के खिलाफ जो किसी भी तरह से भारत को नुकसान पहुंचाने की हिम्मत करते हैं। इस संकल्प को ध्यान में रखते हुए, सूचना और ...
हाल के दिनों में, भारत उग्रवाद के खतरे से जूझ रहा है, जहाँ उपद्रवी पूरे देश में अशांति और हिंसा फैला रहे हैं। सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान चरमपंथियों का मुकाबला करने के लिए 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ...
भारत हमेशा से आंतकवाद के खिलाफ विश्व पटल पर सबसे मुखर रहा है. आतंक के समूल नाश हेतु सरकार ने अपनी तैयारियां भी कर रखी है. इस मामले पर दुनिया के कई देश हमारे साथ खड़े हैं और विश्व ...
कोई भी देश अपने बाहरी शत्रुओं से तो लड़ लेता है पर घर के भेदियों को खोज पाना और उनका निस्तारण करना कल भी जटिल था, आज भी जटिल है और आगे भी जटिल ही रहेगा। देश को कट्टरपंथियों ...
मुंबई ही नहीं पूरे भारत की शान हैं ताज होटल। अपनी खूबसूरती, भव्यता और मेहमान नवाजी के लिए यह होटल देश के साथ विदेशों में भी काफी लोकप्रिय है। दूर-दूर से लोग मुंबई के ताज होटल में ठहरने के ...
देश और पंजाब में जब खालिस्तान मूवमेंट की शुरुआत हुई थी उस समय देश ,धार्मिक युद्ध में प्रवेश कर गया था। पंजाब में उग्रवाद की जड़ें 80 के दशक में इतनी बढ़ गई थी कि हिन्दू और सिख समुदाय ...
कई बार स्वतंत्रता ऐसी बाधक बन जाती है कि न ही वो थूकते बनती है और न निगलते। कुछ ऐसा ही हाल न्याय व्यवस्था के कुछ बिंदुओं का है जिनका दुरुपयोग डंके की चोट पर होता है और न्यायपालिका ...
जब से जो बाइडन अमेरिका की सत्ता पर काबिज हुए हैं अमेरिका ने अपने सहयोगियों के लिए मुसीबतें बढ़ाई हैं। ताजा उदाहरण युक्रेन संकट है जहां अनावश्यक रूप से रूस को आक्रोशित करके यूक्रेन को उसके हाल पर छोड़ ...
धर्म को लेकर भारत में कई तरह की चर्चा होती रही है। आज कल धर्म के खिलाफ जहर उगलने और उन्माद की खबरें आम हो चली है। हाल के दिनों में धर्म की चर्चा फिल्मों में भी आ गई ...
आँख का अँधा नाम नयन सुख कुछ ऐसा ही हाल है खालिस्तानी समर्थकों का। खालिस्तानी समर्थक हर समय कई अराजकता और देशविरोधी कार्यों में संलिप्त पाए जाते हैं और जब सरकार उन पर कार्रवाई करती है तो वो धर्म ...
भारत के वामपंथी मीडिया संस्थानों ने देश हित से जुड़े मुद्दों पर अपनी काफी भद्द पिटाई ली है, जिसका नतीजा ये है कि अब ये सभी संस्थान दर्शकों की नजरों से ओझल हो चुके हैं, और टीआरपी की सूचियों ...
राणा अय्यूब याद हैं? हां वही ‘गुजरात फाइल्स’ वाली! आजकल ये वामपंथी पत्रकार फिर से सुर्खियों में हैं और इस बार भी गलत कारणों से ही। दुनिया में ऐसा कोई विषय नहीं है, जिसपर राणा अय्यूब की राय न ...
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