कनाडाई PM के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे।
30 April 2024
अमेरिका में क्यों जान गंवा रहे भारतीय छात्र?
30 April 2024
क्या आरक्षण को समाप्त कर सकती है सरकार?
30 April 2024
भारत द्वारा पाकिस्तान की क्रिकेट कुटाई को लगभग एक पखवाड़ा बीतने को है, परन्तु अपने खान मार्केट मण्डली का दुःख ख़त्म ही नहीं होता! मैदान पर अपनी प्रिय क्रिकेट टीम की पिटाई के बारे में उतना नहीं रो रहे हैं; यह "मैदान से बाहर की पिटाई" है पर पगलाए हुए ...
आज सोशल मीडिया एक ताकतवर हथियार बन चुका है। सोशल मीडिया के मजबूत होने से आज विषैले एजेंडे को फैलाने वालों की पोल खुलने में समय नहीं लगता है। भारत के परिप्रेक्ष्य में देखा जाए तो कुछ मीडिया हाउस हैं, जिनका काम ही देश में वैमनस्य फैलाना है और वे ...
वुहान वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है, और भारत भी इससे अछूता नहीं है। अब तक कुल मामले 3000 के पार पहुँच चुके हैं। इस अप्रत्याशित उछाल के पीछे सबसे प्रमुख कारणों में से एक रहा है तब्लीगी जमात, जिसके सदस्यों ने पूरी व्यवस्था को तहस नहस करके रख ...
कुछ लोग इस संसार में ऐसे हैं, जो महामारी के समय में भी प्रोपेगेंडा फैलाने से बाज नहीं आते। ऐसी ही एक पत्रकार हैं आरफा खानुम शेरवानी, जो द वायर जैसे भारत विरोधी, वामपंथी पोर्टल के लिए पत्रकारिता करती फिरती हैं। देश वुहान वायरस के संकट से जूझ रहा है, ...
यदि बेशर्मी से झूठ बोलने को ओलंपिक में एक खेल के रूप में शामिल किया जाये, तो द वायर की आरफा खानुम शेरवानी निर्विरोध इसमें स्वर्ण पदक विजेता घोषित की जायेंगी। भारत के विरुद्ध प्रोपगेंडा फैलाने में कभी पीछे न रहने वाली आरफ़ा अब यह आरोप लगाती हुई पकड़ी गयी ...
मोदी विरोध में सबसे अग्रणी पोर्टल द वायर की प्रमुख पत्रकार आरफा खानुम शेरवानी ने एक बार फिर अपने चैनल के जरिये प्रधानमंत्री मोदी को मुस्लिम विरोधी जताने का प्रयास करने से बाज़ नहीं आई। परंतु इस बार उनका सामना हुआ तीन तलाक प्रथा के मुखर विरोधी और पूर्व कांग्रेस ...
वर्ष था 2019, और माह था दिसंबर! अचानक एक खुलासे ने क्रिकेटिंग जगत को जड़ से हिला दिया था, जब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने बताया कि कैसे टीम में धार्मिक आधार पर भेदभाव होता था। इस रहस्योद्घाटन में शोएब ने विशेष रूप से दो क्रिकेट प्रतिभाओं, दानिश ...
भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने और उसका जश्न मनाने की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को अक्सर वाम-उदारवादी तिमाहियों से प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है। परंतु, सेंट्रल विस्टा में नए भारतीय संसद के भारतीयकरण के हाल के घटनाक्रमों ने इन भारत विरोधियों को कहीं का ...
कर्नाटक चुनाव के अतिरिक्त अगर कोई विषय चर्चा का केंद्र बनी हुई है, तो वह है “द केरल स्टोरी”। इस फिल्म ने अच्छे अच्छों की नींद उड़ा दी है। जो काम लाख फेमिनिस्ट अपने उच्च कोटी की बकैती से न कर पाए, वो इस फिल्म ने बिना कोई ढिंढोरा पीटे ...
तो अपने कंठ को क्लियर करके, जोर से बोलिए, “जय ममता दीदी की!” चौंक गए? Kerala story box office collection day 5: अरे भई जो काम लाख PR के बाद भी किंग खान न कर पाए, जो कीर्तिमान कॉमरेड मणि रत्नम न प्राप्त कर पाए, वो ममता बनर्जी के एक ...
मूर्ख, जिहादी, वामपंथी, कट्टरपंथी और लिबरलों में कुछ ज्यादा फर्क नहीं होता। इनके गुण, लक्षण और स्वभाव लगभग समान ही होते हैं। इन्हें अक्ल का अंधा कहा जाए, तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। जिस तरह से मूर्खों की पहचान करना सरल है, उससे भी ज्यादा आसान है इन विकृत ...
जब ‘केदारनाथ’ फिल्म के लिए एक युवती पहली बार भगवान शंकर के धाम पधारी, तो लोगों ने इसे फिल्म के शूटिंग का हिस्सा बताते हुए अधिक ध्यान नहीं दिया। 4 वर्ष बाद जब वह फिर केदारनाथ आई, तो फिर न केवल कई भक्तगण चकित हुए, अपितु कई कट्टरपंथी मुसलमान क्रोध ...