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हिंदी को वैश्विक भाषा बनाने के लिए निकल पड़े हैं विदेश मंत्री एस. जयशंकर

World Hindi Conference 2023: भारत में विदेश मंत्री का पद पहली बार तब लोकप्रिय हुआ जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जनता पार्टी की सरकार में इसे सुशोभित किया। इसके बाद विदेश मंत्रालय आम लोगों के बीच में ...

एस. जयशंकर ने चीन-पाकिस्तान के साथ पश्चिमी देशों को ऐसा कूटा कि वो याद रखेंगे

हर कोई आज यही कहता है कि विदेश मंत्री हो तो भई एस जयशंकर जैसा, बेबाक हो तो एस जयशंकर जैसा, निडर हो एस जयशंकर जैसा। जहां जाते हैं माहौल अपने पक्ष में कर लेते हैं। न किसी का ...

‘स्वाभिमान जगाने’ के लिए पाकिस्तानियों को एस. जयशंकर की वीडियो दिखा रहे हैं इमरान खान

सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय, हिंदी के सबसे बड़े लेखकों और कवियों में से एक. अज्ञेय की एक बहुत ही अच्छी कविता है. अज्ञेय लिखते हैं- आपने कभी चाय पीते हुए पिता के बारे में सोचा है? अच्छी बात नहीं ...

भारत की विदेश नीति में अपनी अमिट छाप कैसे छोड़ रहे हैं डॉ. एस. जयशंकर ?

जब भी बात भारत के विदेश मंत्रियों की आती है तो दिमाग में सबसे पहला नाम डॉ एस जयशंकर का आता है. उनसे पहले देश के जो भी विदेश मंत्री रहे वे शायद ही किसी को याद हों लेकिन ...

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ‘विस्तारवादी चीन’ की इस बार शांति से बैठकर ‘क्लास’ ली है

एस. जयशंकर ने अपनी श्रेष्ठता और सार्थकता दोनों सिद्ध कर दी है। विदेश मंत्री के पद पर उनकी नियुक्ति इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि आखिर क्यों भारत के अहम मंत्रालय को संभालने की जिम्मेदारी एक पढ़े-लिखे व्यक्ति ...

एस. जयशंकर ने की पूर्वोत्तर भारत के लिए वैश्विक कनेक्टिविटी की वकालत

भारत के राज्यों में सबसे अहम हिस्सा पूर्वोत्तर का है पर विडंबना ऐसी थी कि आजादी के 70 वर्षों के बाद भी उसका उत्थान दूसरे राज्यों की तुलना में धीरे-धीरे हुआ। इसी से उभरने की आवश्यकता काफी वर्षों से ...

एस. जयशंकर के फैन क्लब में शामिल हो गए हैं कांग्रेस सांसद शशि थरूर!

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीयों को निकालने पर 'व्यापक ब्रीफिंग' और ' सवालों का स्पष्ट जवाब' देने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर की प्रशंसा की है। थरूर ने कहा, "यही वह भावना है जिसमें ...

देश के विश्वास पर इस तरह खरे उतर रहे हैं एस. जयशंकर

देखन में छोटे लगैं घाव करैं गम्भीर, यह कथन आज के परिप्रेक्ष्य में भारत पर एकदम सटीक बैठता है। जहां बीते सात दशक से भारत हर बार अमेरिका और अन्य किसी देश के प्रतिक्रिया देने के बाद अपनी ओर ...

‘राष्ट्रहित जरुरी, PR नहीं’, एस. जयशंकर आखिर क्यों छोटे द्वीपीय देशों को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं

कोरोना ने दुनिया के लगभग सभी देशों में अपने पाँव पसार रखे हैं। इसी वजह से सभी देशों के बीच हवाई सेवा भी बंद है, लेकिन इस लॉकडाउन का भी उपयोग भारत अपने फायदे के लिए कर रहा है ...

‘कुछ विदेश मंत्री किताबें भी पढ़ते हैं’ – एस. जयशंकर ने लिबरल इतिहासकार रामचंद्र ‘गुहा’ की बखिया उधेड़ दी

कहते हैं, कभी उस लड़ाई को शुरू न करें जो आप जीत न सकें। पर शायद ये बात शिक्षाविद और कथित इतिहासकार रामचंद्र गुहा के मन-मस्तिष्क में कभी ढंग से बैठ नहीं पायी। शायद इसीलिए जनाब बिना सोचे समझे ...

CAA को लेकर विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने दी अमेरिका को नसीहत, कहा- पहले देखें भारत का इतिहास

अमेरिका और दुनिया के अन्य हिस्सों से नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) की आलोचना हो रही है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि इसे विभाजन के संदर्भ में रखना महत्वपूर्ण है। साथ ही ...

चाबहार पोर्ट की डील होते ही अमेरिका देने लगा धमकी, विदेश मंत्री जयशंकर ने दिया करारा जवाब।

'छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।' विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कुछ इसी तर्ज पर अमेरिका को जवाब दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता की इन पंक्तियों में ...

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