'कौशिक बसु' के लिए खोज परिणाम

‘राहुल गांधी Genious हैं’, कौशिक बसु, अभिजीत बनर्जी और रघुराम राजन ये साबित करने में मूर्ख बन गये

कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो कि अपनी विचारधारा के कारण ऐसे लोगों का समर्थन करते हैं जो कि असल में पूरी तरह फ्लॉप घोषित हो चुके हैं, इसके चलते उनसे जुड़े होने के कारण प्रतिष्ठित लोग भी अपनी ...

पूर्व गवर्नर का दावा, यूपीए सरकार के दौरान आरबीआई पर रहता था दबाव।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने अपने संस्मरण में बड़ा दावा किया है। उन्‍होंने कहा है कि प्रणब मुखर्जी और पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते समय वित्त मंत्रालय आरबीआई पर दबाव बनाता था। ब्याज ...

आखिर क्या चाहते हैं रघुराम राजन?

कभी सोचा है कि आईआईटी, आईआईएम और एमआईटी जैसे संस्थानों में झंडे गाड़ने वाला, एक समय देश की अर्थव्यवस्था की रूपरेखा तय करने वाला, शत प्रतिशत मीम मटेरियल बन जाएगा? यदि नहीं, तो मिलिये श्रीमान रघुराम राजन से, जिन्होंने ...

क्या रघुराम राजन चाहते हैं कि भारत वोकवाद के लिए आर्थिक प्रगति को त्याग दें?

लुक माई सन, यू शुड नॉट ग्रो लाइक दिस, बीकॉज़ द वर्ल्ड विल फॉल अपार्ट। वी नीड अ क्लीन एण्ड ग्रीन वर्ल्ड, इंडिया कैनोट ग्रो द वे इट वान्ट्स टू। अब आप भी सोचते होंगे कि ऐसे मखनचू वचन ...

‘जस्ट मोहब्बत सिंड्रोम’ से जूझ रहे हैं भारतीय वामपंथी, उन्हें मानसिक चिकित्सा की आवश्यकता है

एक बालक था, चुपचाप-सा, भीरु, जिसे कोई न पूछे। नाम था जय। फिर उसे गौतम नाम का एक साथी मिला। उस बालक और गौतम के बीच कृष्ण-सुदामा जैसी गहरी मित्रता हो जाती है। ऐसी मित्रता जिसे कोई नहीं तोड़ ...

गाड़ी चलाओ जुबान नहीं- हमारे देश के ‘टैक्सी ड्राइवर’ ड्राइविंग के साथ सब कुछ करते हैं!

हमारे देश में यदि कोई सबसे अधिक ज्ञानी है, तो वो हैं टैक्सी ड्राइवर! ना जी ना, हमारे पंडित, पुरोहित, विद्वान, राजनीतिक विश्लेषक, नीति निर्माता, रणनीतिकार किसी काम के नहीं, ब्रह्मांड का सारा ज्ञान तो देश के टैक्सी ड्राइवरों ...

सोनिया गांधी अब NAC 2.0 बना रहीं हैं जो ‘गरीबी उन्मूलन’ अर्थशास्त्री और राजनीतिक गुंडों से भरी है

एक समय था जब कांग्रेस पार्टी में चिंतकों-विचारकों और नेतृत्वकर्ताओं की एक लंबी कड़ी थी, पर आज वही कांग्रेस ‘शून्य’ पर खड़ी है। कांग्रेस पार्टी के पास अब ना ही वो प्रबुद्ध और बुद्धिजीवी वर्ग बचा है। ना ही ...

अशोक यूनिवर्सिटी से इस्तीफ़े के बाद प्रताप भानु मेहता और उनके समर्थक मोम की तरह पिघल गए

भारत में अच्छे शैक्षिक संस्थानों की पहले से ही कमी थी और जो सरकारी शैक्षिक संस्थान मौजूद हैं भी, उनको वामपंथियो ने दीमक की तरह धीरे-धीरे बर्बाद कर दिया है। आज वामपंथियों के कारण भारत की मुख्य यूनिवर्सिटीज़ शिक्षा ...

“Emergency” से शुरुआत और “बेवकूफी” पर खात्मा, आउट ऑफ सिलेबस Question पर राहुल फिर फिसले

कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी मुख्यतः अपने बेतुके बयानों और कार्यों के लिए ही जाने जाते हैं लेकिन उन्होंने पहली बार कोई सही बयान दिया, और अपनी ही पार्टी को मुसीबतों में डाल दिया। राहुल गांधी ...

स्वतंत्रता सेनानी उल्लास्कर दत्ता और लीला की ऐसी प्रेम कहानी, जो रोंगटे खड़े कर देती है

उल्लास्कर दत्ता: पता नहीं क्यों हमारे देश में ताजमहल को प्रेम का प्रतीक माना जाता है और शाहजहाँ एवं मुमताज़ महल को अद्वितीय प्रेम का पर्याय। मुगल बादशाह खुर्रम अथवा शाहजहाँ के विवादित इतिहास को अगर हम अनदेखा भी ...

सौरभ शुक्ला: वो अभिनेता जो फिल्मों में लीड एक्टर को ही डकार जाता है

योग्य कलाकार वही नहीं होता, जो हिट पर हिट देता जाए अपितु योग्य वो भी होते हैं, जो अपने अभिनय की कला से अच्छे अच्छों को पानी मांगने पर विवश कर दे। खेल हो या फिल्म उद्योग, ऑलराउंडर यानी ...

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