भारत के आंतरिक मामलों में क्यों दखल दे रहा अमेरिका?
29 March 2024
10 नवंबर 2021 को बिटकॉइन का मूल्य 69,000 डॉलर था. किन्तु, उसके बाद से अचानक से ही सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने अपना आधा मूल्य खो दिया है। 69,000 डॉलर से यह सीधे 30,000 डॉलर पर गिरा। 12 मई 2022 को तो इसने अपने 17 महीने के सबसे निचले स्तर ...
मुख्य बिंदु वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किप्टोकरेंसी पर साफ किया सरकार का रुख क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स लगाने का मतलब किप्टोकरेंसी को मान्यता देना नहीं है क्रिप्टो पर टैक्स लगने से इसके ट्रांजैक्शन पर रहेगी सरकार की नज़र भारत में क्रिप्टोकरेंसी का चलन बढ़ता जा रहा है। इसी बीच ...
डिटिजल युग में क्रिप्टो करेंसी को वैश्विक मुद्रा व्यवस्था में डॉलर का विकल्प माना जा रहा है किंतु क्रिप्टो करेंसी को लेकर कई तरह की कठिनाइयां सामने आ रही हैं। कुछ दिनों पहले ही क्रिप्टो करेंसी के निवेशकर्ताओं को एक बड़े प्लेटफार्म पर आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा था। वहीं, अब ...
भारत सरकार जल्द ही अपनी क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल मार्केट में उतारने वाली है। इस बात की पुष्टि तब हुई जब केंद्रीय उपनिदेशक (मुद्रा)/ ‛यूनियन डिप्टी डायरेक्टर’ (करेंसी) संजू यादव ने विश्व हिंदू परिषद के नेता गिरीश भारद्वाज के पत्र का उत्तर देते हुए इसकी जानकारी दी। उन्होंने पत्र में लिखा है ...
देश में क्रिप्टोकरेंसी एक बड़ी समस्या बनते जा रही है। युवाओं में विशेष तौर पर क्रिप्टो में पैसे लगाने का चलन बढ़ता जा रहा है, नतीजन इस क्रिप्टो में पैसे लगाने की लत से लोगों को आर्थिक नुकसान का सामना भी करना पर रहा है, क्योंकि क्रिप्टो को लेकर जो ...
क्रिप्टोकरेंसी जब से मार्केट में आया है इसने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। दुनिया बिटकॉइन जैसे कई क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करने के लिए उत्साहित दिखाई दे रही है। हालांकि, मीडिया केवल क्रिप्टोकरेंसी में अपना अव्वल स्थान बना चुके बिटकॉइन के सकारात्मक पक्ष को दिखाने में व्यस्त है, जबकि इसका ...
डिसेंट्रलाइज्ड फ़ाइनेंस या DeFi की बदौलत वित्तीय उद्योग ने व्यक्तियों के बचत, निवेश और व्यवसाय करने के तरीके में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा है। ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके DeFi मौजूदा सेवाओं के विकल्प के रूप में खुला, अनुमति रहित और अत्यधिक इंटरऑपरेबल प्रोटोकॉल प्रदान करता है। स्केलेबिलिटी समस्याओं, सुरक्षा ...
पता है संसार का सबसे बड़ा भ्रम क्या है? फर्स्ट इंप्रेशन इज द लास्ट इंप्रेशन। पूर्वाग्रह कितना हानिकारक हो सकता है, ये इसी बात से स्पष्ट होता है कि जब एक आईएएस अफसर को आरबीआई का अध्यक्ष यानि गवर्नर बनाया गया, तो सर्वप्रथम प्रश्न यही पूछा गया : “एक हिस्ट्री ...
भारत के बैंकिंग सेक्टर को डिजिटल क्रांति की राह पर आगे ले जाने के लिए UPI की शुरुआत करने के बाद मोदी सरकार हाल ही में डिजिटल करेंसी लेकर आयी थीं। अब निजी क्षेत्र ने डिजिटल रुपये को बढ़ावा देने का निर्णय किया है। अब दिशा में पहला कदम रिलायंस ...
भारत के बैंकिंग सेक्टर को डिजिटल क्रांति की राह पर आगे ले जाने के लिए यूपीआई की शुरूआत करने के बाद अब मोदी सरकार ने डिजिटल करेंसी की भी शुरूआत कर दी है। कुछ महीने पहले संसद में वित्त मंत्री ने इसका ऐलान किया था लेकिन अब यह अस्तित्व में ...
Chinese loan apps: चीन का नाम सुनकर आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? आप निश्चित तौर पर उसके बारे में कुछ बेहतर तो सोच नहीं रहे होंगे. हालांकि, सही भी है क्योंकि इस कुंठित, कुपित, दुष्ट राष्ट्र के बारे में कोई बेहतर कैसे सोच सकता है. दुनिया को ...
किसी नई प्रणाली को यदि नियामक समर्थन न हो, रेगुलेशन का नियम न हो तो उस व्यवस्था के चलायमान रहने को लेकर शंकाएं पैदा होना स्वाभाविक है। क्रिप्टोकरेंसी भी इसी प्रकार की शंकाओं से ग्रस्त है और उसके प्रवाह को व्यवस्थित करने वाली पूरी प्रणाली वास्तव में बहुसंख्यक आबादी के ...