गीता प्रेस ने 98 साल बाद की शानदार वापसी, बेची सनातनी पुस्तकों की करोड़ों प्रतियां
गीता प्रेस सनातन संस्कृति की अमूल्य धरोहरों को सहेजकर रखने वाला प्रिटिंग प्रेस। उपनिषदों से लेकर रामायण, महाभारत जैसे महाकाव्य तथा श्रीमद्भगवद्गीता जैसे कालजई उपदेशक ग्रन्थ को छापने वाला एकमात्र पब्लिकेशन। वर्ष 1921 के आसपास जयदयाल गोयंदका ने कोलकाता ...