क्रेडिट कार्ड से अब नहीं कर पाएंगे निजी पेमेंट।
24 April 2024
बात मई 1996 की है, देश में चुनाव हो चुका था और 5 वर्षो के सफल कार्यकाल के बाद पीवी नरसिम्हा राव की सरकार चुनाव हार गयी थी। भाजपा उस समय सबसे बड़ी पार्टी थी और सरकार बनाने जा रही थी। अमेरिका यह नहीं चाहता था कि अटल जी सरकार ...
आज विश्व में भारत का कद कितना ऊंचा हो गया है, यह किसी से छिपा नहीं है। भारत और रूस की मित्रता भी एक नई कहानी बयां कर रही है। वहीं, अमेरिका तक भारत से पंगा लेने से पूर्व अब तनिक सोचता है। यहां तक कि यूरोपीय संघ के देश ...
Concept meaning in hindi : vilom paryayvachi and examples – स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Concept meaning in hindi के बारे में साथ ही इससे जुड़े वाक्य प्रयोग एवं उदाहरण के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत ...
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के भीष्म पितामह आप किसे मानते हैं? कुछ लोगों के लिए वे ‘दादाभाई नाओरोजी’ हैं, तो कुछ के लिए 'गोपाल कृष्ण गोखले' हैं। परंतु अधिकतम लोगों को नहीं पता है कि जिस गुजरात से कभी मोहनदास करमचंद गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे लोग निकले थे, उसी ...
हां हां, ज्ञात है, 2 अक्टूबर को बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी का जन्मदिन मनाया जाता है, परंतु 2 अक्टूबर को एक ऐसे व्यक्ति का भी जन्मदिवस है जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल में विपरीत परिस्थितियों में असंभव को भी संभव कर दिया, पराजित दांवों में भी विजय प्राप्त की और ...
भारत एक ऐसा देश है जो समय आने पर हर किसी की सहायता करने के लिए हमेशा ही सबसे आगे खड़ा रहता हैं। जब दुनिया को कोरोना जैसी भयंकर महामारी ने घेरा, तो कथित तौर पर विकसित देश तो स्वार्थी होते हुए तमाम चीजों की जमाखोरी करने में जुट गए। ...
फसलों पर कीट का प्रकोप पड़ना आम बात है। इस कीटों से निपटने के लिए ही किसान फसलों पर विभिन्न प्रकार की कीटनाशकों का प्रयोग करते हैं। परंतु कीटनाशकों का अंधाधुंध उपयोग खेती और मनुष्य दोनों के लिए ही हानिकारक माने जाते है। कई कीटनाशक ऐसे होते है, जो मानव ...
24 जून को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 2002 के गुजरात दंगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा दी गयी क्लीन चिट को बरकरार रखा। साथ ही यह भी सामने आया कि किस तरह तीस्ता सीतलवाड़ दंगे से पीड़ित लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल तनाव पैदा ...
आज भारत दबाव बनाने वालों को ललकारने की हिम्मत रखता है, आज का भारत वैश्विक निकायों की नीतियों पर अविलंब असहमति भी व्यक्त करता है। ऐसा करने वाले भारत के वो केन्द्रीय मंत्री हैं जो रेल मंत्रालय जैसे बड़े मंत्रालय को संभाल चुके हैं। जो नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ...
‘झूठ बोलो, बार बार झूठ बोलो और झूठ के सामने आने के बाद स्वयं की पोल खोलो’ ये विश्व स्वास्थ्य संगठन का आदतन कृत्य बन गया है। अब ऐसा ही एक हालिया प्रकरण खूब सुर्खियां बटोर रहा है जिसे लेकर भारत के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख लाल मांडविया ने भारत का ...
जब कोई आपसे मदद मांगता है तो यह मायने नहीं रखता कि आप मदद करने योग्य हैं या नहीं बस उस वक्त मानवता सबसे आगे हो जाती है और किसी ना किसी तरह से हम सामने वाले की मदद करना चाहते हैं। लेकिन विश्व व्यापार संगठन जैसी वैश्विक संस्था से ...
बाप बाप होता है और पाकिस्तान अपने बाप को बाप कहने से परहेज करता है फिर उसी बाप को बदनाम करने के लिए वो कपूत बनकर षड्यंत्र भी रचता है। फिर चाहे राष्ट्रीय स्तर पर भारत और विशेषकर कश्मीर का राग अलापना हो या फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कश्मीर-कश्मीर ...