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भारतीय कपड़ा उद्योग

अंग्रेजों ने सुनियोजित तरीके से भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बर्बाद क्यों किया?

भारत, एक ऐसा नाम जो अपने-आप में ही अद्भुत, अतुलनीय और अकल्पनीय रहस्यों को समेटे हुए है। परन्तु जब इसके इतिहास की बात आती है तो हमें अरबी लुटेरों के आक्रमण से लेकर अंग्रजी लुटोरों के शासन करने तक कई ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं जोकि भारत के लोगों ...

PM Modi

चीन की टेक्सटाइल इंडस्ट्री की लाश पर खड़ा होगा भारत का कपड़ा उद्योग

कोरोना महामारी  के कारण कई विदेशी कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने चीन से अपना कारोबार समेट लिया और दूसरे देशों में अपने व्यवसाय को चलाने की उचित जगह ढूंढने लगी. इस समय भी चीन के हालात कुछ अच्छे नहीं हैं. कोरोना को पूरी तरह से काबू करने में नाकाम रहा चीन ...

टेक्सटाइल पार्क

पीयूष गोयल के नेतृत्व में $10 बिलियन का निर्यात क्षेत्र बनने की ओर अग्रसर हो चला है भारत का टेक्सटाइल सेक्टर

ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो कपड़ा उद्योग भारत की पहचान हुआ करता था। सिंधु घाटी सभ्यता के समय से भारतीय लोगों ने अपने समय की सभी महान सभ्यताओं को भारत में बने कपड़ों का निर्यात किया है। ब्रिटिश शासन के आने से पहले भारत यूरोप को रेशम व कपास ...

टेक्सटाइल पार्क

भारत में जल्द होंगे 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क, थैंक्स टू पीयूष गोयल

भारत कपड़ा उद्योग में दुनिया का छठा सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। मोदी सरकार इस क्षेत्र को और ज्यादा बेहतर बनाने की ओर कदम बढ़ा चुकी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में पांच वर्षों में कुल 4,445 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 7 पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड ...

टेक्सटाइल उद्योग भारत

चीन के ऊर्जा संकट के बीच पीयूष गोयल भारत के टेक्सटाइल सेक्टर को पूरी तरह बदलने जा रहे हैं

कोरोना महामारी के बीच चीन को छोड़ निवेशकों की पसंद भारत बना हुआ है और अब रही सही कसर चीन में चल रहे ऊर्जा संकट ने पूरी कर दी है। चीन में कोयले के बढ़ते दामों के कारण पैदा हुए ऊर्जा संकट से भारत के टेक्सटाइल उद्योग को बड़ा लाभ ...

अफ्रीका

भारत ने केन्या में बंद पड़ी टेक्सटाइल फैक्ट्री को जिंदा किया, अब इससे पूरे ईस्ट अफ्रीका में मास्क सप्लाई हो रहा है

वुहान वायरस के कारण अफ्रीका में ऐसी चीन विरोधी लहर उमड़ पड़ी है, जो आज से पहले शायद ही कभी रही हो।  भरपूर फायदा उठाने में भारत लगा हुआ है। चीन के मुकाबले भारत वास्तव में अफ्रीका  को हीलिंग टच देने में लगा हुए है। इसी का एक प्रत्यक्ष प्रमाण ...

मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

कभी सोचा है कि मुंगेर, मोदीनगर और शिवकाशी में क्या समान बात है?  ये तीनों शहर अपने इतिहास में एक समान सूत्र साझा करते हैं, क्योंकि एक समय ये भारत के औद्योगिक केंद्र जो ठहरे। एक समय मुंगेर शस्त्र निर्माण के लिए प्रसिद्ध था, जबकि मोदीनगर कपड़ा मिलों के कारण ...

श्रीराम राघवन: इस अप्रतिम रचनाकार के साथ फिल्म उद्योग ने सही ही किया

मधुबनी: जहां कला एक अद्भुत kaleidoscope बुनती है!”

मेरा हृदय उत्साह से भर जाता है जब मैं देखता हूं कि मैं एक ऐसे भूमि से संबंधित हूं जो मिथिला की धरती है, जहां कला और संस्कृति रंगों और कहानियों के नृत्य में मिल एक हो जाती है। मधुबनी चित्रकला, जो प्राचीन समय में प्रारम्भ हुई, हमारे घरों को ...

समुद्री दस्यु, दहेज, और वाडिया समूह की उत्पत्ति

समुद्री दस्यु, दहेज, और वाडिया समूह की उत्पत्ति

वाडिया समूह: आज भारत में उद्यमिता की स्थिति पहले से बेहतर है। अनेकों कंपनियां एक भीषण प्रतिस्पर्धा में सम्मिलित है, परंतु जिनका प्रभाव सबसे अधिक है भारतीय उद्योग पर, वह है धीरुभाई अंबानी का रिलायंस समूह , और गौतम अडानी का अडानी समूह। आप चाहें इनका समर्थन करे या विरोध, ...

कैसे भारत के सूती वस्त्र ने किया विदेशियों को आश्चर्यचकित

कैसे भारत के सूती वस्त्र ने किया विदेशियों को आश्चर्यचकित

भारत का कपास : “आपको पता है, मेरे कपड़े मैनचेस्टर के निर्मित है, और मेरे....” ये बातें देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ऐसे बता रहे थे, जैसे कोई युद्ध जीतकर आ रहे हों। हीन भावना का ऐसा बेढंगा प्रदर्शन आपने कहीं भी नहीं देखा होगा, परंतु जवाहरलाल नेहरू अलग ...

India's Latin American Gambit: Uncovering Secrets behind Aid Diplomacy

बजट 2023: भारत ने लैटिन अमेरिका के लिए बजट में 7 प्रतिशत की वृद्धि क्यों की?

भारत अब वैश्विक कूटनीति से दुनिया में अपनी बादशाहत कायम करने के लिए बड़े स्तर पर योजनाएं बना रहा हैं। विश्व पर एकक्षत्र राज करने की रणनीतियों पर काम कर रहे अमेरिका को भी अब भारत कूटनीतिक स्तर पर मात देने का प्लान तैयार कर रहा है। अमेरिका पूरी दुनिया ...

दिल्ली राजधानी

भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली कब और क्यों स्थानांतरित हुई? विस्तार से जानिए

भारत पर अंग्रेजों ने 200 सालों तक राज किया या यूं कहें कि 200 सालों तक यहां की धन संपदा को लूटा और अपना घर भर लिया। ब्रिटिश शासन की बात करें तो एक प्रश्न यह उठता है कि भारत में अंग्रजों की राजधानी कहां हुआ करती थी और दिल्ली ...

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