बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
तमिलनाडु की सियासत में पिछले 2-3 सालों से जो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है, वह है अन्नामलाई कुप्पुस्वामी का। 39 साल के इस युवा नेता और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष को हम के. अन्नामलाई के नाम से बेहतर जानते हैं। पिछले कुछ महीनों में अन्नामलाई ने तमिलनाडु की सियासत ...
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के थूथुकुडी में 17,300 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने वी.ओ.चिदंबरनार बंदरगाह पर आउटर हार्बर कंटेनर टर्मिनल की आधारशिला रखी। प्रधान मंत्री ने हरित नौका पहल के तहत भारत का पहला स्वदेशी ...
तमिलनाडु की राजनीति गठबंधनों का एक मायाजाल है. कांग्रेस और द्रमुक का गठजोड़ है और भाजपा और अन्नाद्रमुक का गठजोड़ था लेकिन कुछ हफ्ते पहले अन्नाद्रमुक प्रवक्ता डी जयकुमार ने स्पष्ट कर दिया कि वर्तमान में उनकी पार्टी का भाजपा के साथ कोई औपचारिक गठबंधन नहीं है। इस वक्तव्य के ...
देश को बांटने में कुछ लोगों को इतना मजा आता है कि वे इसके लिए लोगों को मारने काटने से भी पीछे नहीं हटते। धर्म, जाति, संप्रदाय के आधार पर हिंसा की ख़बरें पहले भी आती रही हैं लेकिन अब भाषा के नाम पर भी हिंसा आम होती दिख रही ...
क्या आपने कभी सोचा है कि इतने वर्षों से भारत के उत्तर और दक्षिण में एक तरह का विभाजन और टकराव क्यों है? ऐसा क्यों है कि भारत के दक्षिण हिस्से के नेता अलग देश की मांग करते हैं? ऐसा क्यों है कि “हिंदी बोलने वाले पानी-पूरी बेचते हैं” ऐसे ...
बेबाक, कुशल, निडर और सिंघम, अब आप सोच रहे होंगे आखिर हम इन शब्दों का प्रयोग किस व्यक्ति के लिए कर रहे हैं? हम यहां बात तमिनलाडु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ‘अन्नामलाई’ (K Annamalai) की कर रहे हैं। यदि अन्नामलाई को भाजपा की एक महान खोज कहें, तो यह गलत नहीं ...
सिनेमा को समाज का दर्पण माना जाता है। सिनेमा लोगों को काफी हद तक प्रभावित करता हैं। हम किसी फिल्म में जो कुछ भी देखते हैं, उसे सच मान बैठते हैं। साथ ही यह भी देखने मिलता है कि सिनेमा जगत से जुड़े कलाकारों की बातों का भी काफी प्रभाव ...
पोन्नियिन सेल्वन- 1:समय भी बड़ा विचित्र है। कभी-कभी ऐसे अवसर उन लोगों के हाथों से दिलवाते हैं जिसका कोई न सर होता है, न पैर। परंतु वो इतना भव्य और सौभाग्यशाली होता है कि लोग उसे अनदेखा ही नहीं कर पाते। वर्षों बाद जनता को शुद्ध, उर्दू से प्रदूषित हिन्दी ...
कहते हैं कि जब आपकी इच्छा बलवान और उचित हो तब आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए अलौकिक ताक़त पा सकते हैं, भारत के परिप्रेक्ष में यह बिल्कुल सही प्रतीत होता है। भारत शुरू से ही अपने विकास को लेकर महत्वकांक्षी रहा है, किंतु अपनी महत्वकांक्षा के क्रम में ...
झटका कभी भी, किसी को भी लग सकता है। झटके लगने के कारण अलग हो सकते हैं, कारक भिन्न हो सकते हैं पर झटका सबको लगता है। ऐसे में जब यह झटका आपकी निजी संपत्ति को छीनते हुए लगे तो झटके की तीव्रता पूरे शरीर को बस सोचने मात्र से ...
वो कहते है न पांचों उंगलियां और समय एक समान नहीं होते। अब शाहरुख खान ने फिल्मों में या रियल में कर्मकांड चाहे जितने किये हो पर रोलेक्स भैया जितने महान तो बिल्कुल नहीं हुए कि जय हिन्द बोलने में भी समस्या हो जाए। इस लेख में हम विस्तार से ...
प्रश्न है, एक राज्य से, उसके नेता यहां तक कि पूरे समाज से कि क्या कोई राजनितिक दल किसी विपक्षी नेता या दल का विरोध करते-करते उस विरोध में इतना अंधा हो सकता है कि वह स्वयं के देश के विरुद्ध ही चला जाए? क्या किसी एक दल का नेता ...