जम्मू-कश्मीर में होने जा रहे यह तीन बड़े बदलाव।
23 April 2024
लोकसभा चुनाव से पहले देश की राजनीती पल-पल बदलती जा रही है। भाजपा को हराने के लिए विपक्षी पार्टियों द्वारा बनाए गए इंडिया गठबंधन से पहले ही ममता बैनर्जी और अरविंद केजरिवाल अपने राज्यों में अलग चुनाव लड़ने का फैसले कर चुके हैं। इसी बीच अब बिहार से भी इंडिया ...
बुरी चीज ना है, तो जो हमलोगों ने कहा कि अगर पढ़ लेगी लड़की और वो जब शादी होगा लड़का लड़की में तो जो पुरुष है वो तो रोज़ रात में सर्दियां होता है तो उसके साथ करता है ना, तो उसी में और पैदा हो जाता है और लड़की ...
किसी युग में "सुशासन बाबू" ने सोचा था, बिहार को पुनः उसका खोया गौरव दिलाएंगे! उनका कहना था कि बिहार में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की तर्ज पर पाटलिपुत्र स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स बनाएँगे। देश-दुनिया से छात्र आएँगे, अर्थशास्त्र की पढ़ाई करेंगे और नए-नए ज्ञान दुनिया को सिखाएँगे। वो अलग बात ...
चले हैं पीएम मोदी को चुनौती देने, और एकता ऐसी कि फूँक मारो तो भरभराके गिरे. बड़े जोड़ तोड़ के बाद राजनीति के इस अनोखे विवाह हेतु बारात तैयार हुई. लेकिन जो सपने पाले थे दूल्हा बनने को, वे फूफाजी बनने पर भुनभुना रहे हैं. इस लेख में जानिये I.N.D.I.A. ...
कल्पना कीजिए: एक परियोजना, जो मौजूदा मुख्यमंत्री के सबसे बड़े सपनों में से एक रही है। इस परियोजना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, और फिर भी यह इस हद तक जारी है कि इसकी लागत नई संसद के पूरे परिसर से भी अधिक है।लेकिन यह प्रोजेक्ट पूरा ...
TFI पर आज हम आपको लेकर चलते हैं महागठबंधन के अति गुप्त विश्लेषण कक्ष में, जहां पर 10 जनपथ के आदेशों का अक्षरश: पालन किया जाता है, और पठान की नैतिक विजय से ओतप्रोत कांग्रेस और उसके बालक दल अब भाजपा जैसे “अभेद्य, अजेय शत्रु” का हराने की तैयारी कर ...
बिहार देश का एक अद्भुत प्रदेश है। यहां की राजनीति और राजनेता दोनों ही किसी न किसी विषय को लेकर चर्चाओं में रहते हैं। मौजूदा दौर में बिहार की राजनीति में चर्चा का केंद्र जातिगत जनगणना है। बिहार में सरकार चला रहे नीतीश कुमार अपनी आंखें और उम्मीद दोनों ही ...
आपके हिसाब से किसी भी योग्य व्यक्ति को अपनी योग्यता सिद्ध करने में कितना समय लगता है 1 साल, 2 साल अरे चलो मान लेते हैं 5 साल। लेकिन अगर 17 सालों तक कोई व्यक्ति अपनी योग्यता को सिद्ध करने में असफल हो जाए तो इसका सीधा अर्थ यही होता ...
बिहार में बहार बा, नीतीशे कुमार बा! इसे कहेंगे अपने मुंह-मियां मिट्ठू बनना। अब वो नीतीश कुमार जो दलगत राजनीति को खो-खो समझकर खेलने के आदी हो चुके हैं। कुछ क्षण कहीं तो शेष क्षण कहीं गुज़ारने की जुगत में बिहार की जनता के साथ जो विश्वासघात करते हैं, अब ...
सुशासन बाबू के स्वप्न जग जाहिर हैं, वही स्वप्न, देश का प्रधानमंत्री बनने वाला। हालांकि प्रधानमंत्री बनकर उन्हें देश संभालना है लेकिन खुद के विधायक तक तो उनसे संभलते नहीं हैं। जी हां, जिस भाजपा का साथ छोड़ नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ गंठबंधन किया, स्वयं उनकी ही पार्टी ...
क्या ही नेता बनेगा रे तू? क्या ही पीएम बनेगा तू। जब गांव में पड़ी मरी, सबको अपनी-अपनी पड़ी अर्थात जब एक समूह गोते खाने लगा तो उसको उस समूह की नहीं बल्कि अपनी चिंता पहले हुई। कुछ ऐसा ही हाल इस समय अपने-अपने स्वप्नों में स्वप्नघोषित पीएम मटेरियल तेलंगाना ...
कहते हैं कि जब कुछ अच्छा नहीं कर सकते हैं तो कुछ ऐसा भी न करें जिसके बाद आप समाज को मुंह दिखाने के योग्य न रह जाएं। परंतु बख्तियारपुर से आने वाले महोदय नीतीश कुमार सिंह ने मानो शपथ ले ली हो कि सत्ता के लिए हम तो किसी ...