'पीएलआई' के लिए खोज परिणाम

मंदी, भारत, भारतीय अर्थव्यवस्था, फ्रैंकलिन टेम्पलटन, विश्व बैंक, एसएंडपी ग्लोबल

मंदी की संभावनाओं के बीच क्या मंदी को मात दे पाएगी भारतीय अर्थव्यवस्था?

दुनिया की अर्थव्यवस्था पर मंदी का खतरा मंडरा रहा है। 21 फरवरी, 2024 को जारी अपनी रिपोर्ट में फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने यह आशंका जताई है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका मंदी में जाने की 45 प्रतिशत संभावना के साथ छठे स्थान पर है।  वहीं, दूसरी सबसे आर्थिक शक्ति चीन ...

नई ई-वाहन नीति, केंद्र सरकार, इलेक्ट्रिक वाहन, टेस्ला, नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति

सरकार ने नई ई-वाहन नीति को दी मंजूरी, जानें फायदे

केंद्र सरकार ने देश को इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में मजबूत बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने देश को इलेक्ट्रिक वाहनों के मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करने के लिए एक नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति को मंजूरी दे दी है।  नई नीति के तहत अब ...

कैसे माचिस की छोटी सी डिबिया में छुपा है करोड़ों का खजाना!

कैसे माचिस की छोटी सी डिबिया में छुपा है करोड़ों का खजाना!

कभी-कभी, एक चिंगारी अभूतपूर्व पैमाने पर बदलाव ला सकती है। माचिस की डिब्बियों की दुनिया में, यह भावना एक निर्विवाद सत्य है। हालाँकि माचिस की डिब्बियाँ ऐसी वस्तुएँ नहीं हैं जो आपको आश्चर्यचकित कर दे, परन्तु बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में आर्थिक और ...

ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

भारत की #MakeInIndia पहल के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय में, ताइवानी लैपटॉप दिग्गज ASUS ने प्रमुख घटक आपूर्तिकर्ताओं को चीन में अपने प्राथमिक विनिर्माण केंद्र से भारत में स्थानांतरित करने की योजना का अनावरण किया है। यह रणनीतिक कदम आईटी हार्डवेयर के लिए भारत सरकार की 17,000 करोड़ रुपये की ...

Indian Energy basket will be purely indigenous with renewable in general, Solar and hydrogen in specific

ऊर्जा आपूर्ति के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है भारत

ऊर्जा सुरक्षा के लिए दूसरे देशों पर निर्भरता ठीक उसी तरह है जैसे अपनी बाजी किसी और के हाथ में दे देना। जहां तक भारत की बात करें तो यह देश प्रत्येक क्षेत्र में अब विदेशी निर्भरता को खत्म करने के प्रयास कर रहा है, डिफेंस से लेकर टेक्नोलॉजी के ...

ग्रीन हाइड्रोजन

वो दिन दूर नहीं जब ग्रीन हाइड्रोजन का निर्यात करेगा भारत, ये है सरकार की रणनीति

ग्रीन हाइड्रोजन भारत: गर्मी हो या ठंड दिनोदिन बढ़ती पेट्रोल की कीमतों ने लोगों के पसीने छूड़ा दिए हैं। वहीं दूसरी ओर ईंधन की बढ़ती मांग और ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी समस्याओं के कारण ऊर्जा के नये स्त्रोतों की आवश्यता भी बढ़ती जा रही है। बीते कुछ सालों में जलवायु परिवर्तन ...

There is an imminent need to de-hyphenate steel and China

स्टील की खपत में भारत ने चीन को पछाड़ा, उत्पादन पर करना होगा काम

चिराग तले अंधेरा, वस्तु, साधन सब आपके पास हो फिर भी आप वही वस्तु और साधन पड़ोस के घर से ले आएं तो यह बात हास्यास्पद प्रतीत होने लगती है। भारत भी कुछ ऐसा ही कर रहा है, यह दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा स्टील उत्पादक देश है लेकिन फिर ...

भारत मोबाइल फोन

भारतीयों द्वारा उपयोग किए जा रहे 97 फीसदी मोबाइल फोन ‘मेड इन इंडिया’ हैं

कभी भारत दुनिया का सबसे बड़ा आयातक हुआ करता था यानी यदि खाद्यान छोड़ दें तो हम हर चीज के लिए दुनिया के तमाम देशों पर निर्भर थे. मोबाइल के साथ भी ऐसा ही हुआ लेकिन समय बदला, परिस्थिति बदली और 'भारत का भाग्य' भी बदल गया. हम शुरू से ...

सेमीकंडक्टर

चिप के खेल में चीन को मात देना चाहता है भारत? यह सबसे बढ़िया वक्त है

भारत जिस तीव्रता से विकास की ऊंचाइयों को छू रहा है उसका सम्पूर्ण विश्व को भान हो गया है। अपने बढ़ते विकास के क्रम में भारत आत्मनिर्भरता को लेकर बहुत सजग है, वह विश्व पटल पर अपनी ठसक बनाए रखना चाहता है। वह स्वयं को हर एक क्षेत्र में एक ...

मेड इन इंडिया स्मार्टफोन शिपमेंट

अब भारत के पास मोबाइल हैंडसेट गेम में चीन को मात देने का अच्छा अवसर है

हो गयी है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए, इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए। सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। इन पंक्तियों ने परोक्ष रूप से भारत के 'मेक इन इंडिया' संकल्प को परिभाषित किया है। यहां यह जानना महत्वपूर्ण हो ...

Atmnirbhar Bharat

आत्मनिर्भरता पर बल देकर भारत अपनी अर्थव्यवस्था को कर रहा है ‘डि-ग्लोबलाइज़’

कोरोना महामारी के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध ने पूरी दुनिया की मुश्किलें बढ़ाकर रख दी। वर्तमान में विश्व पर एक बड़ा संकट आर्थिक मंदी के रूप में आ रहा है। तमाम विशेषज्ञों द्वारा चेताया जा रहा है कि वैश्विक मंदी तो आकर ही दम लेगी। वे देश, जो स्वयं को सबसे ...

NITI Aayog

मोदी सरकार की एक से बढ़कर एक योजनाएं दर्शा रही हैं नीति आयोग का महत्व

देश को योजना से चलाने के लिए संस्था की आवश्कयता होती है। इसी जरूरत को समझते हुए वर्ष 1950 में योजना आयोग का गठन किया गया था।  संस्था का मुख्य उद्देश्य देश में उपलब्ध संसाधनों का सही तरीके से आंकलन करते हुए विकास की आवश्यकता के अनुसार पंचवर्षीय योजना का ...

पृष्ठ 1 of 4 1 2 4
  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team