वैश्विक चिप बाजार पर कब्जा करने के लिए तैयार है भारत
भारत मौजूदा समय में उन वैश्विक देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है जिसके पीछे-पीछे दुनिया के तमाम देश चलना पसंद करते हैं. मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही देश के कद में आसमान ...
भारत मौजूदा समय में उन वैश्विक देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है जिसके पीछे-पीछे दुनिया के तमाम देश चलना पसंद करते हैं. मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही देश के कद में आसमान ...
भारत आज हर क्षेत्र में विकास के नये आयामों को छू रहा है। कोरोना महामारी के दौर में और रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भी भारत की अर्थव्यवस्था आज कई विकसित देशों से बेहतर स्थिति में नजर आ रही है। ...
पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। कोरोना के बाद कथित महाशक्तियों समेत विकसित देशों की अर्थव्यवस्था भी गर्त में समाती दिख रही है लेकिन इन सभी के बीच सिर्फ भारत ही है जिसकी अर्थव्यवस्था द्रुत गति से सरपट ...
भारत जिन कारणों से कभी सोने की चिड़िया कहलाता था उसका एक बड़ा कारण अंडमान जैसे द्वीप भी रहे होंगे। जिस अंडमान की छवि पिकनिक स्पॉट के अतिरिक्त और कुछ नहीं है, उस अवधारणा को परिवर्तित करने के ...
प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना भारत में घरेलू उद्योग के विस्तार में प्रमुख कारकों में से एक बन गई है। आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत में एक विनिर्माण उद्योग बनाने के लिए 14 ...
जलवायु परिवर्तन वैश्विक रूप से एक ज्वलंत विषय है। पिछले कुछ दशकों में, पश्चिमी देश इस मुद्दे पर अपनी कार्यशैली की स्वयं ही वाहवाही करते हुए अपनी ही पीठ थपथपाते रहे हैं। लेकिन, उनकी तमाम योजनाएं, नीतियां और कार्यक्रम ...
मोदी सरकार ने अपने 8 साल पूरे कर लिए हैं। इस बीच भाजपा ने अपने दूसरे कार्यकाल का धमाकेदार अंदाज़ में आगाज़ किया। हालाँकि, बाद में चीजें समान नहीं रही हैं और कई मंत्रालयों को फेरबदल के अधीन किया ...
भारत तकनीकी क्षेत्र में 2014 के बाद जितना आगे बढ़ा है वो किसी से छुपा नहीं है। देश अबतक तकनीक को लेकर जापान और चीन पर अत्यधिक रूप से आश्रित था परंतु अब आत्मनिर्भरता का मंत्र लिए भारत चीन ...
भारतीय दवा उद्योग ने दुनिया भर में अपने किफायती और गुणवत्ता मानकों के साथ कोविड महामारी में अपनी क्षमता साबित की है। यह न केवल अमेरिका जैसे उन्नत देशों में बल्कि अफ्रीका जैसे अविकसित महाद्वीपों में भी वैश्विक दवा ...
भारतीय दवा उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था में प्रमुख योगदानकर्ताओं में से एक है और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उद्योग है। भारतीय फार्मास्युटिकल उद्योग की सफलता का श्रेय निर्माण विकास में इसकी विश्व स्तरीय क्षमताओं, और अपने देश के ...
मोदी सरकार की आत्मनिर्भर योजना और पीएलआई योजना के माध्यम से भारतीय कंपनियां धीरे-धीरे दुनिया में अपनी पहचान बना रही हैं। boAt और Noise जैसी इयरफ़ोन कंपनियों ने अपने लिए एक नाम बनाया है। वे सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण ...
कोई भी व्यवसाय, तकनीक और औद्योगिक शक्ति अपने असल रूप में आने और सफलता की सीढ़ी चढ़ने में कुछ समय लेती है पर जैसे ही वो उस गंतव्य को प्राप्त कर लेती है, सफलता के असंख्य कपाट खुल जाते ...
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