EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
संसद सर्वोच्च है। यह लोकतन्त्र की आधारशिला है। विधि निर्माता और संविधान रक्षक है। एक सक्षम लोकतन्त्र में संसद की गलती को संसद ही सुधारती है अन्यथा लोकतन्त्र भीड़तन्त्र में परिवर्तित हो जाएगा। सही गलत का कोई अर्थ नहीं रहेगा। जो शक्तिशाली होगा, वही सही होगा अन्य सभी जगह अराजकता ...
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर का दौरा क्या किया, अलगाववादी नेताओं और परिवारवाद को बढ़ावा दे रही क्षेत्रीय पार्टियों के पेट में तो दर्द ही पैदा हो गया। दर्द भी ऐसा हुआ कि जिस मोर्चे पर सरकार काम कर रही है, उसी मुद्दे पर अब विपक्ष भी बात करने लगा है। ...
जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा जामाया है तब से भारत में कई तालिबान समर्थक देखने को मिले हैं। इन समर्थकों में से अधिकतर वे लोग अधिक हैं जो भारतीय राजनीति में अपनी प्रासंगिकता खो चुके हैं। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही महबूबा मुफ़्ती ...
राजनीति में प्रासंगिकता रीढ़ की हड्डी की तरह होती है, अगर प्रासंगिकता है तो राजनीति जीवित है और जब वही समाप्त तो राजनीति में नेता का वजूद समाप्त। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद वहाँ अलगाववाद से अपनी राजनीति चमकाने वालों के सपनों की ऐसी कमर टूटी है ...
लगता है जम्मू कश्मीर ने लद्दाख से काफी सीख ली है। अलगाववादी उत्सवों को अपनी कैलेंडर से हटाने के लद्दाख के निर्णय के कुछ ही दिनों बाद अब खबर आ रही है कि जम्मू कश्मीर ने अपने नए कैलेंडर से अलगाववाद को बढ़ावा देने वाले लोगों से संबन्धित उत्सवों को ...
अनुच्छेद 370 हटाने के क्रम में केंद्र सरकार ने एहतियातन जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती हो डिटेन किया था। मोदी सरकार के इस कदम से इन नेताओं के बड़े-बड़े बोल ज्यों के त्यों रह गये। इस बीच अब इन्हीं नेताओं में से एक अब्दुल्ला परिवार ...
जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टी नेशनल कांफ्रेंस का देश विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आया है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने अपनी एक चुनावी सभा में यह कहा कि अगर यूपीए की सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो जम्मू-कश्मीर का अलग प्रधानमंत्री बना दिया जाएगा। साथ ही ...
कांग्रेस, सपा और शिवसेना तो यूं ही बदनाम हैं, वास्तव में परिवावाद से पोषित पार्टियों में सत्ता की ऐसी लालसा है कि सत्ता का सुख निजी संबंधों के आड़े आ जाता है। एक क्षण भी नहीं लगता और निजी संबंधों को तिलांजलि दे दी जाती है। कुछ ऐसा ही इन ...
जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं और हिंदुओं की टारगेट किलिंग के बीच मोदी सरकार पर सर्वाधिक सवाल खड़े किए गए। कभी कश्मीरी पंडितों की घर वापसी पर सवाल खड़े किए जाते हैं, तो कभी अलगाववादियों और पाकिस्तान से बात करने के प्रस्ताव भी सामने आए। ऐसे में देश के गृहमंत्री ...
जम्मू कश्मीर और 35A आज कल काफी सुर्ख़ियों में हैं। हाल ही में महबूबा मुफ़्ती ने कहा था कि यदि इसमें बदलाव होता है तो कश्मीर में कोई तिरंगे को कंधा देने वाला नहीं होगा। वहीं फारुख अब्दुल्ला ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए बड़े विद्रोह और हंगामे की ...
कश्मीर पिछले 70 सालों से विवादों के केंद्र में है। भारत और पाकिस्तान दोनों का कश्मीर को देखने का अपना अपना नजरिया है। जहां भारत को लगता है कि कश्मीर की अलगाववादी सोच के प्रति उदारवादी विचार रखकर, विशेष राज्य की छूट के तौर पर धारा 370 जारी रखकर कश्मीर ...
अनुच्छेद 370 और रोशनी एक्ट के बाद अब जम्मू को कट्टरवादियों से बचाने के लिए म्यांमार से आने वाले रोहिंग्याओं की पहचान और उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि जम्मू कश्मीर की पूर्ववर्ती सरकारों ने जानबुझ कर रोहिंग्याओं को जम्मू ...