रूस को क्यों है भारत की जरूरत?
16 April 2024
टेस्ला की कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप बनाएगी टाटा।
16 April 2024
हमास के कायरतापूर्ण हमले के कारण इजराइल में हाल ही में हुई उथल-पुथल ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है। संघर्ष के केंद्र से उभरने वाली भयावह इमेज ये स्पष्ट करती हैं कि क्यों इस आतंकी संगठन का विनाश आवश्यक , जिसके लिए इज़राएल अपनी कमर भी कस ...
भारत का एक महत्वपूर्ण साझेदार देश इजराइल में चुनाव होने वाले है। यह चुनाव 17 सितम्बर को निर्धारित किया गया है। इस चुनाव के दौरान इजराइल के मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू विश्व के नेताओं के साथ खींची गयी फोटो का इस्तमाल अपने चुनाव प्रचार में कर रहे है। इस तस्वीर ...
दो सालों से भी कम समय में चार बार चुनाव देख चुके इज़रायल के हालिया चुनावों के बाद फिर असमंजस की स्थिति बनकर उभरी है। मार्च में हुए चुनावों में एक बार फिर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिली है। प्रधानमंत्री नेतनयाहू की Likud Party सबसे बड़ी पार्टी बनकर ...
किसी देश के साथ यदि संबंध अच्छे रखने हैं, तो उसके लिए यह बेहद ही आवश्यक है कि उस देश के शीर्ष पद पर बैठे व्यक्ति के साथ आपकी मित्रता हों। यानी दो दोस्त मिलकर दो देशों के बीच संबंधों पर अगर ऊंचाईयों पर लेकर जा सकते हैं। यह हमें ...
दक्षिणपंथी समर्थकों द्वारा "किंग बीबी" और "मिस्टर सिक्योरिटी" के रूप में प्रिय और उनके आलोचकों द्वारा "क्राइम मिनिस्टर" के रूप में जाने जाने वाले बेंजामिन नेतन्याहू लंबे समय से इजरायल की राजनीति में प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। 12 वर्षों तक इज़राइल के पीएम के रूप में कार्य करने वाले नेतन्याहू ...
कुछ चीजें पद और प्रतिष्ठा को नहीं देखती। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिद्ध किया, जब उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर बेंजामिन नेतन्याहू की शुभकामनाएँ स्वीकार की। इससे यह सिद्ध होता है कि दोनों की दोस्ती किसी पीएम के कुर्सी की मोहताज़ नहीं ...
इज़रायल में पिछले 2 सालों के दौरान चार बार आम चुनाव कराये जा चुके हैं। नतीजा हर बार वही निकलता है- किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता! प्रत्येक चुनाव में मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है, लेकिन 120 सीटों वाली Knesset में बहुमत ...
कूटनीति और भू-राजनीति दो व्यक्तियों के आपसी रिश्तों के आधार पर नहीं, बल्कि दो देशों के हितों के आधार पर आगे बढ़ाई जाती है। नए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू के बीच नए तनाव का कारण अब अमेरिका और इज़रायल की अलग-अलग ईरान नीति बन सकती ...
अमेरिका में सत्ता बदलने के बाद जब से बाइडन राष्ट्रपति पद पर बैठे हैं तब से विश्व के जिओ पॉलिटिक्स में नए परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। अब ऐसा लगने लगा है कि वह जल्द ही ईरान के साथ एक बार फिर से परमाणु समझौता लागू हो जायेगा जिसे ...
अमेरिका में अभी Joe Biden को सत्ता हाथ लगी भी नहीं है कि इससे पहले ही इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने West Bank को लेकर बड़ा कदम चला है। उन्होंने ऐलान किया है कि वे कथित तौर पर कब्ज़ाये गए West Bank में 800 नए घरों का निर्माण करेंगे। ऐसे ...
31 मार्च 2009 से लेकर आज तक इजरायल के प्रधानमंत्री पद पर बने रहने वाले Likud Party के नेता बेंजामिन नेतन्याहू अपनी राजनीतिक सूझ-बूझ के चलते अपने विरोधियों को पटखनी देते आए हैं। शायद यही कारण है कि पिछले 2 सालों से नेतन्याहू को कुर्सी से हटाने की कोशिशों में ...
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से एक बात तो साफ है – जो बाइडन की संभावित विजय से वैश्विक समीकरण पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ने वाला है। अब कुछ देशों को बाइडन की नीतियों के अनुसार चलना होगा, तो कुछ देशों को अपनी नीतियाँ को ऐसे ढालना होगा कि बाइडन प्रशासन ...