'भगवद गीता' के लिए खोज परिणाम

भगवद गीता सभी धार्मिक पुस्तकों का रत्न क्यों है?

कर्म एवं ज्ञान योग: भगवद गीता, एक पवित्र संस्कृत ग्रंथ, सहस्राब्दियों से समय के निरंतर प्रवाह से मुक्त होकर ज्ञान का प्रतीक रहा है। इसकी गहनता, बहुमुखी प्रतिभा और कालातीत शिक्षाएँ इसे समकालीन दुनिया में भी उल्लेखनीय रूप से ...

परमाणु बम के जनक ओपेनहाइमर कैसे भगवद गीता से प्रभावित हुए ?

जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर एक सैद्धांतिक भौतिकविद् थे जिन्हें ‘एटोमिक बॉम्ब का जनक’ भी कहा जाता है। ओपेनहाइमर ने मेक्सिको के ट्रिनिटी टेस्ट केंद्र पर 16 जुलाई 1945 को जब सबसे पहले एटोमिक बॉम्ब का विस्फोट देखा तो उन्होंने कहा ...

समझिए प्रकृति के त्रिगुणों को: भगवद्गीता और उसकी मुख्य अवधारणाएं (भाग 4)

श्रीमद् भागवत गीता का 14वां अध्याय गुणत्रय विभाग योग है। इस अध्याय में श्री कृष्ण भौतिक प्रकृति के तीन गुणों सत्व, रजस एवं तमस का विस्तार से वर्णन करते हैं। इन तीन गुणों का व्यक्ति के व्यवहार पर पड़ने ...

श्रीमद भगवद्गीता के विभिन्न अध्याय और उनकी मुख्य अवधारणाएं- भाग 2

श्रीमद् भागवत गीता का सातवां अध्याय- विज्ञान योग : इस अध्याय में श्री कृष्ण ने तत्वों का ज्ञान एवं उससे संबंधित सिद्धांत तथा व्यवहारिक और अनुभवजन्य ज्ञान के माध्यम से परम तत्व के साक्षात्कार का वर्णन किया है। जैसा ...

श्रीमद भगवद्गीता के विभिन्न अध्याय और उनकी मुख्य अवधारणाएँ

श्रीमद भगवद्गीता 18 अध्यायों में विभाजित है, जिनमें से प्रत्येक में मूल्यवान शिक्षाएँ और अंतर्दृष्टियाँ दी गई हैं। श्रीमद भगवद्गीता में आत्म-साक्षात्कार, कर्तव्य, भक्ति, ज्ञान, ध्यान, संन्यास और परमात्मा के स्वरूप से संबंधित व्यापक विषय शामिल हैं। प्रत्येक अध्याय ...

भगवद्गीता की प्रासंगिकता

भगवद्गीता का अत्यधिक महत्व उसकी गहन शिक्षाओं और आध्यात्मिक दृष्टिकोण के कारण है। इसे हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ में से एक माना जाता है। ऐतिहासिक रूप से भगवद्गीता ने सामान्य व्यक्तियों, दार्शनिकों और आध्यात्मिक साधकों पर गहरा ...

किन करणों से कही गयी श्रीमद्भगवद्गीता

श्रीमद्भगवद्गीता भारतीय धर्म, दर्शन, अध्यात्म और जीवन का सार है। गीता को उपनिषद की श्रेणि में रखा जाता है। भारतीय परंपरा में जिस प्रस्थानत्रयी का उल्लेख मिलता है उसमें उपनिषद, ब्रह्मसूत्र और श्रीमद् भगवत गीता को रखा जाता है। ...

Gita GPT: आधुनिक पीढ़ी के लिए श्रीमद्भगवद्गीता को समझना हुआ और सरल

GITA GPT: अब Gen Z भी चाव से पढ़ेगा भगवद गीता वह कौन सा ग्रंथ है जो आपको जीवन का एक नया दृष्टिकोण देगा और किसी मोटिवेशनल टॉक से बेहतर प्रेरणा देगा? उत्तर भांति-भांति के मिलेंगे परंतु कहीं न ...

सीएम खट्टर ने की घोषणा: अगले सत्र से स्कूलों में पढ़ाई जाएगी श्रीमद्भगवद्गीता

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अंदर का हिंदुत्व आज-कल जग चुका है। सीएम खट्टर इन दिनों अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में हैं। हरियाणा के गुरुग्राम में पिछले कुछ समय से खुले में नमाज़ को लेकर दक्षिण ...

मैनेजमेंट के छात्रों के करियर को संवारने हेतु भगवद् गीता के मूल्यों की शिक्षा देगा IIM अहमदाबाद

युद्ध क्षेत्र में अपने स्वजनों को अपने विरुद्ध शस्त्र उठाए देखकर अर्जुन संशयग्रस्त और निराश हो गए थे, उनकी निर्णय क्षमता शून्य हो गई थी। संभवत: किसी भी व्यक्ति के लिए यह सबसे बड़ा निर्णय होगा कि यदि वह ...

सब कुछ भगवान ही करते हैं तो व्यक्ति का क्या? – गीता के 18वें अध्याय में है जवाब, समझिए ‘मोक्ष संन्यास योग’

मुझे क्या करना चाहिए से 'करिष्ये वचनं तव' की एक यात्रा है। श्रीमद्भगवद्गीता का 18वां अध्याय 'मोक्ष संन्यास योग' है। इस अध्याय में मुक्ति एवं संन्यास के विभिन्न मार्गों एवं स्वरूपों की व्याख्या की गई मुक्ति की व्याख्या करते ...

जो मिट्टी के ढेले और सोने को समान भाव से देखते हैं, वही बुद्धिमान: पढ़िए गीता के अध्याय 14-17 में क्या-क्या

श्रीमद् भगवद्गीता का 14वां अध्याय 'गुणत्रय विभाग योग' है। इस अध्याय में श्रीकृष्ण भौतिक प्रकृति के तीन गुणों—सत्व, रजस, और तमस—का विस्तार से वर्णन करते हैं। ये गुण व्यक्ति के व्यवहार पर किस प्रकार प्रभाव डालते हैं, और इनसे ...

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