'भारतीय जनता पार्टी' के लिए खोज परिणाम

Nitish Kumar शराबबंदी बिहार

बिहार में शराबबंदी के विरुद्ध भारतीय जनता पार्टी ने संभाला मोर्चा!

बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है, लेकिन गठबंधन के बावजूद कई मुद्दों पर बीजेपी और जदयू आमने-सामने हैं। बिहार में साल 2016 से ही शराबबंदी लागू है, लेकिन पुलिस की नाक के नीचे राज्य में अभी भी महाराष्ट्र से ज्यादा शराब की खपत होती है। ...

भारतीय राज्य चुनाव 2023: मीडिया मेल्टडाउन, भाजपा की जीत, और 2024 का पूर्वानुमान

भारतीय राज्य चुनाव 2023: मीडिया मेल्टडाउन, भाजपा की जीत, और 2024 का पूर्वानुमान

यह रविवार भारतीय राजनीति में, विशेष रूप से भारतीय जनता पार्टी के लिए एक बड़ा दिन था। उन्होंने तीन राज्यों अर्थात मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की जडें खोद डाली। इन राज्यों में नवंबर में चुनाव हुए थे। भाजपा की जीत की सुनामी कुछ ऐसी है, कि दुनिया ...

संजय सिंह ने ज्वाइन की TJP – तिहाड़ जेल पार्टी!

संजय सिंह ने ज्वाइन की TJP – तिहाड़ जेल पार्टी!

घटनाओं के एक आश्चर्यजनक मोड़ में, आम आदमी पार्टी (आप) के तिहाड़ जेल डिवीजन ने एक नए सदस्य का स्वागत किया है, वह कोई और नहीं बल्कि संजय सिंह हैं, जिन्हें फिल्म टिकट कालाबाजारी के अपने पिछले प्रयासों के लिए प्यार से "टिकट ब्लैकिया" उपनाम दिया गया था। सिंह, जो ...

एक मेगा क्लैश ने कराई भारतीय सिनेमा की शानदार वापसी!

एक मेगा क्लैश ने कराई भारतीय सिनेमा की शानदार वापसी!

गदर 2 vs ओएमजी 2: भारतीय फिल्म उद्योग ने 11 अगस्त को एक पुनर्जागरण का अनुभव किया है, जब सिनेमाई दिग्गजों के बीच एक जबरदस्त क्लैश ने सफलता की लौ को फिर से प्रज्वलित कर दिया और फिल्म देखने वालों और वितरकों को पुनः खुशियां मनाने का एक सुनहरा अवसर ...

आदिपुरुष क्रैश : जनता को कभी कमतर न आँकें!

आदिपुरुष क्रैश : जनता को कभी कमतर न आँकें!

न जी, न तो हमारा नामकरण हुआ है, और न ही हम नीतिसवा की पार्टी जॉइन करें है। विगत कुछ दिनों में मैंने आपसे कई विचार साझा किये, जिसमें आदिपुरुष पर मेरे कुछ विचार और फिल्म की वास्तविकता को ध्यान में रखते कुछ प्रबुद्ध बुद्धिजीवियों ने कमेन्ट सेक्शन में हमें ...

जनता से पैसा लो, पार्टी को दान करो : “फ़ैक्ट चेकिंग” समूह का वास्तविक काम!

जनता से पैसा लो, पार्टी को दान करो : “फ़ैक्ट चेकिंग” समूह का वास्तविक काम!

फ़ैक्ट चेकिंग, एक शब्द जो समकालीन प्रवचन में तेजी से चर्चा का विषय बन गया है, में अनिवार्य रूप से सार्वजनिक सूचना की सच्चाई और सटीकता की पुष्टि करना शामिल है। प्रारंभ में जिस इकाई का उद्देश्य  सार्वजनिक सूचना में सत्य को रेखांकित करना, अब एक ऐसे उद्योग में परिवर्तित ...

भारत अमेरिका संबंध

जब तक डेमोक्रेट पार्टी सत्ता में है, भारत-अमेरिका के संबंध प्रगाढ़ नहीं हो सकते

भारत अमेरिका संबंध: इन दिनों अमेरिका, भारत का बहुत बड़ा हितैषी बन रहा है। आर्थिक संबंधों से लेकर सामरिक संबंधों तक अमेरिका बार-बार व्यापक परिर्वतन करने को उद्यत दिखाई देता है। दूसरी ओर विपक्षी पार्टी यानी रिपब्लिकन पार्टी भी पीछे नहीं है और भारत को आकृष्ट करने के लिए एड़ी ...

जनता दल, JDU AND JDS

जनता दल से टूटकर बने JDU और JDS अब पूर्ण रूप से ‘खत्म’ होने वाले हैं

जब देश की राजनीति में पूर्ण रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का वर्चस्व हुआ करता था, वैसे समय में जनता दल ने केंद्र में सरकार बनाई थी। वीपी सिंह देश के 10वें प्रधानमंत्री बने थे। वो अलग बात थी कि आंतरिक कलह के कारण यह सरकार 11 महीने में ही ...

कांग्रेस और भ्रष्टाचार

शक्तिहीन कांग्रेस पार्टी के ख़त्म होने का वक्त आ गया है

कांग्रेस और भ्रष्टाचार- कहते हैं कि जब व्यक्ति ज्यादा फड़फड़ाने लगे तो समझ जाना चाहिए कि उसका अंतिम समय आ चुका है। इसी तरह अब समय आ गया है कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी को खत्म हो जाना चाहिए। यह वो पार्टी है जो कथित तौर पर देश ...

Indian Naval Mutiny

क्यों आज तक कोई भारतीय फिल्ममेकर 1946 के नौसेना विद्रोह पर कोई फिल्म न बना सका?

“लाल किले से आई आवाज़, सहगल ढिल्लों शाहनवाज़, इनकी हो उमर दराज!” इस नारे ने मानो पूरे राष्ट्र में विद्रोह का ऐसा बिगुल फूंक दिया जिसका आभास किसी को स्वप्न में भी नहीं था। इसका प्रभाव ब्रिटिश प्रधानमंत्री क्लिमेंट एटली के शब्दों में था, जब उन्होंने 1950 के दशक में ...

सुएला ब्रेवरमैन

भारत के विरुद्ध जहर उगलने वाली भारतीय मूल की ब्रिटिश गृहमंत्री को देना पड़ा इस्तीफा

ब्रिटेन का नाम सुनकर आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? निश्चित तौर पर आपके आंखों के सामने गोरे अंग्रेजों के चेहरे घूम जाते होंगे। उनकी क्रूरता और उनका चरित्र आपकी आंखों के सामने आ जाता होगा लेकिन अब यही ब्रिटेन अपने पतन की राह पर आगे बढ़ चुका ...

uddhav

उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी, अपनी विरासत,अपना चुनाव चिह्न खो दिया और अब वो एक कम्युनिस्ट बन चुके हैं

बालासाहेबांची शिवसेना: शुरू करो अंताक्षरी लेके प्रभु का नाम, पर अंत ऐसा भयो कि न माया मिली न राम। का करें बंधु, जीवन ऐसा ही है, विचित्र अनुभवों से भरा। ऐसे ही विचित्र अनुभवों से महोदय उद्धव ठाकरे को भी दो चार होना पड़ा है। कभी सत्ता के शीर्ष पर ...

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