'रिलायंस' के लिए खोज परिणाम

चीनी साइबर ग्रुप, चीन, भारत

चीनी साइबर ग्रुप ने PMO सहित रिलायंस और एयर इंडिया को बनाया निशाना।

चीन से जुड़े एक हैकर समूह ने भारत सरकार के मुख्य कार्यालयों को निशाना बनाया है। इस समूह ने राष्ट्रीय मानक संगठन, "पीएमओ" (प्रधान मंत्री कार्यालय), रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, और एयर इंडिया जैसी प्रमुख कंपनियां को भी निशाना बानाया हैं। इंडिया टुडे की ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम द्वारा साझा किए ...

अब डिज़्नी इंडिया की बागडोर रिलायंस के हाथों में!

अब डिज़्नी इंडिया की बागडोर रिलायंस के हाथों में!

ऐसा लगता है कि रिलायंस ओटीटी की दिग्गज कंपनियों से टक्कर लेने के लिए पूरी तरह तैयार है! एक साहसिक कदम में, मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड कथित तौर पर डिज्नी के भारतीय परिचालन का अधिग्रहण करने के लिए वॉल्ट डिज्नी कंपनी के साथ बहु-अरब डॉलर के ...

OTT के “ठेकेदारों” को चुनौती देगा रिलायंस जियो

OTT के “ठेकेदारों” को चुनौती देगा रिलायंस जियो

जब से OTT पे क्रांति आई है, तब से सभी लोग इस क्षेत्र में अपना वर्चस्व जमाने के लिए लालायित है। अब सिनेमा और डिजिटल कॉन्टेन्ट के बीच की दीवार धीरे धीरे मिटने वाली है, और ऐसे में रिलायंस के प्रबंधकों को विचार आया, “ये सुअवसर क्यों हाथ से जाने ...

भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

अब गर्मियों के महीने चालू हो चुके हैं,जल्दी ही चिलचिलाती धूप हमें सताएगी। अक्सर गर्मी के मौसम में हमारा मन  ठंडी चीजे पीने की भारी डिमांड करता है। नई पीढ़ी के हमारे जैसे युवाओं के मूख से शायद ही सुना हो कि भई एक कैंम्पा कोला दे दो। लेकिन एक ...

मेट्रो एजी

अंबानी की झोली में गिरी एक और बड़ी कंपनी, अब इस विदेशी कंपनी का अधिग्रहण करेगी रिलायंस

कोरोना वायरस महामारी के बाद वैश्विक स्थिति कुछ ठीक नहीं है. भारत अन्य देशों के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है. कई विदेशी कंपनियों की हालत डांवाडोल है और ये अभी तक उबर नहीं पाई हैं, जिसका असर उनके व्यापार पर देखने को मिल रहा है. इसका असर जर्मनी की ...

Reliance Retail and Campa Cola

‘कोला बाजार’ में रिलायंस की धमाकेदार एंट्री, रसातल में पड़ी ‘कैंपा कोला’ को मिलेगी नयी उड़ान

पेप्सी, कोका कोला और स्प्राइट समेत सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली अन्य कंपनियों का बाजार बंद होने वाला है क्योंकि 80-90 के दशक में लोगों के दिलों पर राज करने वाली स्वदेशी कंपनी कैंपा कोला एक बार फिर से वापसी करने को तैयार है। The Great Indian Taste के नाम से ...

Who will become the anil ambani of the Future reliance

भविष्य की रिलायंस का ‘अनिल अंबानी’ कौन होगा?

लगभग 206 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) भारत की सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय समूह कंपनी है। कपड़ा व्यवसाय से शुरू होकर कंपनी की वर्तमान में आठ सहायक कंपनियां हैं जो ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, प्राकृतिक गैस, खुदरा, दूरसंचार और मास मीडिया के क्षेत्र में काम करती ...

AMBAANI IPL

रिलायंस जीत सकता है IPL मैच प्रसारित करने का विशेषाधिकार

भारत में क्रिकेट प्रेम किस हद्द तक है यह किसी से छुपा नहीं है और जब से आईपीएल भारत में शुरू हुआ तब से क्रिकेट को लेकर दीवानगी और भी बढ़ चुकी है। आईपीएल क्रिकेट के साथ व्यापारिक दृष्टिकोण के लिए भी सुखद रहा है। इसी क्रम में Amazon.com Inc., ...

RIL

भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण केंद्र बनाने की तैयारियों में लगी रिलायंस कंपनी

भारत अब विनिर्माण क्षेत्र में विदेशी निवेश का एक आकर्षक केंद्र बन चुका है। मेक इन इंडिया अभियान की मदद से भारत हाई-टेक विनिर्माण का केंद्र बनने की राह पर है। क्योंकि वैश्विक दिग्गज या तो भारत में विनिर्माण संयंत्र लगा रहे हैं या लगाने की प्रक्रिया में हैं, जो ...

रिलायंस फ्यूचर

फ्यूचर ग्रुप और रिलायंस के मर्जर को तोड़ने के लिए व्याकुल है Amazon

बिग बाजार की स्थापना के बाद किशोर बियानी रिटेल के एक बेताज बादशाह के रूप में उभरे पर वर्ष 2019 आते-आते भारी आर्थिक क्षति के कारण फ्यूचर ग्रुप पर ₹12,778 करोड़ का कर्ज हो गया। भारत की प्रमुख क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA ने भी फ्यूचर ग्रुप की रेटिंग नकारात्मक कर ...

Dunzo रिलायंस

ई-कॉमर्स के क्षेत्र में रिलायंस का होगा बोलबाला, Dunzo में किया 200 मिलियन का निवेश

भारत के 8 बड़े शहरों में होम डिलीवरी सर्विस उपलब्ध कराने वाली भारतीय कंपनी Dunzo में रिलायंस रिटेल ने 200 मिलियन डॉलर का निवेश किया है तथा 26% हिस्सेदारी खरीदी है। रिलायंस रिटेल पहले ही जिओमार्ट के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में उतरने की तैयारी कर रहा है। ...

रिलायंस बांड

रिलायंस ने अब तक के सबसे बड़े करेंसी बॉन्ड Issue में जुटाए 4 अरब डॉलर

भारतीय अर्थव्यवस्था ने निजीकरण, उदारीकरण और वैश्वीकरण का रास्ता इसलिए चुना था क्योंकि दुनिया में भारत अन्य देशों के साथ आर्थिक प्रतिसपर्धा कर सके। वहीं, इस प्रतिस्पर्धा में भारत सरकार एवं भारतीय कंपनियां विदेशी मुद्रा में कर्ज जुटाने से कतराती रहीं। कर्ज में चूक के डर से भारतीय कंपनियों के ...

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