'वामपंथी इतिहासकार' के लिए खोज परिणाम

चोल साम्राज्य

भारत के सबसे महान राजवंशों में से एक था चोल साम्राज्य, लेकिन वामपंथी इतिहासकारों ने इसे दफन कर दिया

चोल साम्राज्य - दक्षिण भारत के गौरवशाली हिन्दू इतिहास को मिटाने के लिए ब्रिटिश काल से ही लगातार प्रयास किया जा रहा है। ऐतिहासिक मानवविज्ञानी इसके संदर्भ में मुख्यतः दो कारण बताते हैं। पहला, मुगलों ने इब्राहीम धर्म की पूजा की और इसलिए उन्हें दक्षिण के मूर्तिपूजकों की तुलना में ...

इतिहासकार विक्रम संपत

विक्रम संपत में है पूरे वामपंथी इतिहासकार गैंग की दुकानों को बंद करने की क्षमता

स्वतंत्रता के बाद जब जवाहरलाल नेहरू युग में वामपंथी इतिहासकार एक-एक कर देश के इतिहास की धज्जियां उड़ा रहे थे तब एक ऐसे इतिहासकार हुए जिन्होंने उस जमाने में भी भारतवर्ष के इतिहास को बचाने की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर ली। उस इतिहासकर का नाम था RC मजूमदार! यही काम ...

ट्रू इंडोलॉजी, जीटी रोड, देव दत्त पटनायक

ट्रू इंडोलॉजी ने बड़े प्रेम से वामपंथी इतिहासकार देवदत्त पटनायक की धज्जियां उड़ाई

बात अगर काल्पनिक इतिहास रचने की हो, तो काफी समय तक रोमिला थापर, इरफान हबीब, बिपिन चन्द्रा जैसे लोगों का हमारे देश में बोलबाला हुआ करता था। आजकल इस क्षेत्र में देवदत्त पटनायक जैसे लोगों की बहार रहती है। देवदत्त पटनायक काल्पनिक इतिहास ही नहीं रचते हैं, बल्कि शास्त्रों को ...

रोमिला थापर

वामपंथी इतिहासकार रोमिला थापर,जिन्होंने असली इतिहास की बजाए देश को कई दशकों तक भ्रमित किया

रोमिला थापर एक वामपंथी इतिहासकार हैं तथा उनके अध्ययन का मुख्य विषय "प्राचीन भारत का इतिहास" रहा है। रोमिला थापर का जन्म 30 नवंबर 1931 को लखनऊ में हुआ था। पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद लंदन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज से एएल बाशम के ...

अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय मार्क्सवादी इतिहासकारों के लिए एक कड़ा तमाचा है

अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय मार्क्सवादी इतिहासकारों के लिए एक कड़ा तमाचा है

भारत के रोम रोम में है राम, भारत की मिट्टी के कण-कण में हैं राम। इसी बात को सिद्ध करने में सैंकड़ों वर्ष लग गए पर होई है सोई जो राम रची राखा, जो राम चाहते है, वहीं होता है। ऐसे में हर चीज़ का एक सही समय होता है ...

‘नमाज़ का बचाव करें हिंदू और भोजन पर थूकने को भी माने सही’, कट्टरपंथी-वामपंथी यही चाहते हैं

‘नमाज़ का बचाव करें हिंदू और भोजन पर थूकने को भी माने सही’, कट्टरपंथी-वामपंथी यही चाहते हैं

आज के समाज में बहुसंख्यक विरोध एक प्रमुख मुद्दा है। जिधर नजर पड़े उधर ही बहुसंख्यक विरोध की बात सुनाई देती हैं। बात यहां तक पहुंच चुकी है कि अगर कोई अल्पसंख्यक बीच चौराहे पर भी नमाज पढ़ता है तो इसका विरोध करना अल्पसंख्यको को प्रताड़ित करने की सूची में ...

वामपंथियों

NCERT में Wokeness ठूँसने का एजेंडा फेल होने के बाद वामपंथी अब ट्रांसफोबिया का आरोप लगा रहे हैं

अगर एक व्यक्ति ने एक हत्या को अपनी आंखों से देखा है और वह जानता है कि खूनी कैसा दिखता था, लेकिन समस्या यह है कि वह व्यक्ति वामपंथियों का चेला है और wokeism उसके रग-रग में बसा है! वो सैकड़ों साल बाद उठा है ताकि समाज को पुनः पुनर्जागरण ...

मनोज मुंतशिर वीडियो

मनोज मुंतशिर के एक वार से ही तिलमिला गया वामपंथी गैंग, अब इनका रोना जारी है

मनोज ‘मुंतशिर’ शुक्ला। यह नाम अब वामपंथियों को कई वर्षों तक डराने वाला है। बॉलीवुड के प्रख्यात गीतकारों में से एक मनोज मुंतशिर उन चंद गीतकारों में से एक हैं, जो आज भी फिल्म उद्योग को कर्णप्रिय गीत देते रहते हैं। अब उनके एक वार से वामपंथी इतनी बुरी तरह ...

हृदयनाथ मंगेश्कर

कांग्रेस राज में वीर सावरकर पर धुन बनाना पं हृदयनाथ मंगेशकर को पड़ा था भारी, इतिहासकार विक्रम संपत का बड़ा खुलासा

कांग्रेस पार्टी देश की स्वतन्त्रता का श्रेय तो ऐसे लेती है, मानों इस परिवार ने अनेकों त्याग किए हों, किन्तु उसके घमंड के विपरीत यथार्थ सत्य ये है कि कांग्रेस अपने कार्यों के आगे सभी को छोटा समझती है, और सबसे अधिक घृणा स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर से करती है, ...

कृषि निर्यात भारत

PM मोदी ने नकली इतिहासकारों को दिया स्पष्ट संदेश, गुलाम बनाने वाले और गुलाम मानसिकता वाले नहीं बतायेंगे इतिहास

भारत के इतिहास को हमेशा आक्रान्ताओं के नजरिए से ही बताया गया है। आक्रांता चाहे जितना निकृष्ट और क्रूर हो, उसके महिमामंडन में हमारे इतिहासकारों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन अब ये नाटक और नहीं चलेगा, क्योंकि अब भारत के इतिहास को सही तरह से चित्रित करने की जिम्मेदारी ...

इतिहासकार

इतिहासकार या एजेंडावादी? राम मंदिर विरोधी DN झा ने जीवनभर कम्युनिस्ट पार्टी से अपने जुड़ाव को छुपाकर रखा

जाने माने इतिहासकार द्विजेंद्र नारायण झा, जिन्हें अकादमिक क्षेत्र में डी.एन. झा के नाम से जाना जाता है, वह कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य थे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) की दिल्ली शाखा ने एक फेसबुक पोस्ट में बताया कि डी.एन.झा की मृत्यु पार्टी के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। बता ...

NCERT

औरंगजेब की भांति अब कुतुब मीनार पर भी NCERT बगलें झांक रही, समय आ गया है झूठे इतिहासकारों को सजा दिलवाने का

कुछ दिन पहले ही NCERT इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं दे पाया था कि मुगलों ने पूजा स्थलों के लिए किसी भी तरह का अनुदान दिया था, या नहीं।  NCERT की किताबों में शाहजहां और औरंगजेब को काफी गौरवशाली बताया गया है परंतु इसके कोई पुख्ता सबूत नहीं ...

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