कर्नाटक में मुस्लिमों को दिया गया पिछड़ा वर्ग का दर्जा।
25 April 2024
अब UK और US नहीं ‘भा’ दिलाएगा परफेक्ट शू साइज।
25 April 2024
भारत में लेफ्ट लिबरल गैंग हिपोक्रिसी का दूसरा नाम है। यह गैंग कैमरे के सामने ‘हाई मॉरल ग्राउंड’ लेने में विश्वास रखता है, और अपने आप को सच का पुरोधा कहता है, लेकिन असल ज़िंदगी में इनसे ज़्यादा पक्षपात शायद ही कोई करता हो। राम मंदिर के मुद्दे पर भी ...
भारत देश की भूमि में अनेकों महानायको ने जन्म लिया है। महान समाजसुधारक, धर्म प्रवर्तक, योद्धा, साधु, संत, सन्यासी, क्रांतिकारी, देशप्रेमी, राष्ट्रवादी तरह के तमाम नायकों ने इस पवित्र भूमि को अपने अपने रक्त और कर्म से सींचा है। बहुत से ऐसे गुमनाम नायक रहें हैं जिनके साथ कभी इतिहास ...
जब भी 23 मार्च आती है, तब जहाँ भारत की जनता, परम राष्ट्रवादी शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित करती और नमन करती है, वहीं वामपंथी जमात भगत सिंह को बेचने लगती है। कांग्रेस, जिसने भगत सिंह को फांसी में लटक जाने दिया था, वह भी कुछ ...
दक्षिण भारत के इतिहास में वीरों का शोणित वैसे ही बहा है जैसे कावेरी, कृष्णा, गोदावरी और नर्मदा का जल. सन 1296: देवगिरी से अलाउद्दीन खिलजी के क्रूर अभियान का प्रारंभ हुआ। अपने श्वसुर को सत्ताच्युत करने के पश्चात, खिलजी ने समृद्ध काकतीय साम्राज्य पर अपनी विकृत दृष्टि गड़ाई. 1303 ...
अकबर को महान क्यों बताया जाता है? क्योंकि वामपंथी इतिहासकारों के अनुसार, वे सेक्युलर थे, उन्होंने कई राज्यों के साथ मित्रता की, कई हिन्दू राजकुमारियों को अपने घर का हिस्सा बनाया। परंतु जब आज के युग में अतीक अहमद जैसे लीचड़ को कुछ लोग दैवतुल्य सिद्ध करने पर तुले हुए ...
पंजाब में इन दिनों खालिस्तान जैसी कुत्सित विचारधारा ने पुनः पाँव पसारने प्रारंभ कर दिए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि पंजाब पुनः उसी मार्ग पर अग्रसर हो रहा है, जहाँ से निकालने में केपीएस गिल समेत कई पंजाबियों की कमर लगभग टूट ही गई थी। परंतु क्या आपको पता ...
कुछ समय पूर्व एक ‘महापुरुष’ ने अपने कर्मों का बचाव करते हुए कहा था, “देखिए जी, हम सावरकर की औलादें नहीं है, हम भगत सिंह के वंशज हैं। हम आखिरी सांस तक अत्याचार के विरुद्ध लड़ेंगे” बोलने में क्या जाता है, बोलने को ये भी बोल दो कि इंकलाब ज़िन्दाबाद ...
चोल साम्राज्य भारत का इकलौता ऐसा साम्राज्य था, जिसने 1500 वर्षों तक शासन किया. इनके शासन का पैटर्न दूसरों से काफी अलग था और इसी के बलबूते उन्होंने सबसे अधिक समय तक शासन करने का कीर्तिमान स्थापित किया. चोल वंश की रहस्यमयी नगरी का इतिहास काफी रोचक है. हाल ही ...
विचित्र है अपना भारत, जहां देशद्रोहियों की जय होती है और नायकों को कोई घास नहीं डालता। ये भारत है, जहां औरंगजेब के कब्र पर फातिहा पढ़ी जाती है, उस कब्र के संरक्षण हेतु वार्षिक अनुदान भी होता है, परंतु अखंड भारत की पुनर्स्थापना हेतु भीषण युद्ध करने वाले, वीरों ...
संसार इधर से उधर हो जाए पर कुछ लोग ऐसे ढीठ हैं कि अपने एजेंडा के लिए कुछ भी करेंगे। उन्होंने न अपना एजेंडावाद छोड़ा है और न ही छोड़ेंगे और वामपंथियों का दुलारा द वायर भी उन्हीं में से एक हैं। वामपंथ और तुष्टीकरण के प्रति इस पोर्टल के ...
इन दिनों टॉलीवुड यानी तेलुगु फिल्म उद्योग एक ऐसे मोर्चे पर निकल चुका है मानो भारतीय फिल्म उद्योग का तारणहार इन्हें ही बनना है. जो कार्य ‘बाहुबली’ से प्रारंभ हुई, वो तो अब रुकने का नाम ही नहीं ले रही है और अब तो ‘RRR’ के पश्चात प्रयोग, रचनात्मकता एवं ...
सावरकर का नाम सुनते ही कांग्रेस का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। आपको बस सावरकर बोलना है और कांग्रेसी तुरंत आपको 'देशद्रोही' साबित करने में लग जाएंगे। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के शासन में तो प्रतिस्पर्धा होती थी कि इस अमर क्रांतिकारी को कौन अधिक अपमानित करेगा, जिसमें ...